दुबई भागा पेपर लीक का मास्टरमाइंड यूनिक भांबू, SI भर्ती पेपर लीक में 14 आरोपी गिरफ्तार
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दुबई भागा पेपर लीक का मास्टरमाइंड यूनिक भांबू, SI भर्ती पेपर लीक में 14 आरोपी गिरफ्तार
जयपुर ( 7 मार्च 2024 ) Rajasthan Police SI Paper Leak Case: 29 फरवरी को राजस्थान पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले की जांच के लिए गठित एसओजी की टीम ने राजस्थान पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे 14 सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया था. जिन्हें बुधवार को जयपुर सेशन कोर्ट में पेशी के बाद 6 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया है. अब इस मामले में एक नया खुलासा यह हुआ है कि इस मामले में पकड़ा गया एक फर्जी सब इंस्पेक्टर डीएसपी का बेटा है. तो वहीं एक युवक वो भी है, जिसने आर्मी की नौकरी छोड़ सब इंस्पेक्टर की परीक्षा पास की थी. लेकिन अब दोनों हवालात का हवा खा रहे हैं.
एसआई भर्ती पेपर लीक गिरोह के तार सीधे शेखावाटी से भी जुड़े हैं. जयपुर के स्कूल से पेपर लीक करने वाला मास्टरमाइंड यूनिक भांबू उर्फ पंकज भांबू सहित चूरू और झुंझुनू के 4 आरोपियों का नाम सामने आया है. इनमें से तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. मास्टरमाइंड यूनिक झुंझुनू जिले के धीरासर का रहने वाला है और फिलहाल पूनिया कॉलोनी चूरू में रहता है. गिरफ्तारी के डर से वह दुबई भाग गया है.
इस मामले में अब तक 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि यूनिक ने अपने छोटे भाई और दोस्त को पुलिस में एसआई बनाने के लिए आर्मी से रिटायरमेंट दिलवाया था. भर्ती की विज्ञप्ति फरवरी 2021 में निकली थी. इसमें कुछ दिन पहले ही भाई को फौज से रिटायरमेंट लेकर घर बुला लिया था. इसके साथ ही दोस्त की भाभी को भी एसआई भर्ती का फार्म भरवाया था.
सितंबर 2021 में जिस दिन परीक्षा होनी थी, उससे पहले ही यूनिक ने अपने भाई को पेपर भेजा था. तीनों ने एक साथ पेपर पढ़कर परीक्षा दी थी, इसमें तीनों का चयन भी हो गया था. तीनों चूरू जिला मुख्यालय की पूनिया कॉलोनी में रहते हैं. इस भर्ती में झुंझुनू जिले के 41 और चूरू जिले के 20 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है.
15 साल पहले चूरू की पूनिया कॉलोने में बसा परिवार
धीरासर के रहने वाले यूनिक उर्फ पंकज भांबू का परिवार करीब 15 साल से चूरू की पूनिया कॉलोनी में रहने आ गया था. उनके घर के पास ही भूदा का बास मलसीसर के रहने वाले रोहिताश्व खिचड़ी ने मकान बना रखा है. दोनों परिवारों में अच्छी जान पहचान है. पंकज का छोटा भाई विवेक और रोहिताश्व सेना में थे. एसआई बनने के लिए दोनों ने सेना छोड़ दी.
वन विभाग में काम करता था यूनिक
मास्टरमाइंड यूनिक भांबू वन विभाग में कार्य करता था. उसकी पत्नी शिक्षा विभाग में सेकंड ग्रेड टीचर पद पर तैनात है. यूनिक की पत्नी पहले ग्रेड थर्ड टीचर थी. पिछली भर्ती में उसका सेकंड ग्रेड टीचर पद पर चयन हो गया. यूनिक को वनपाल परीक्षा पास करने के बाद 21 अगस्त 2023 में पोस्टिंग मिली थी. उसने अलवर में जॉइन किया था और वहां इसकी ट्रेनिंग चल रही थी. यूनिक का पासपोर्ट में नाम विवेक उर्फ यूनिक भम्मू है. लोग उसे पंकज चौधरी के नाम से भी जानते हैं. यूनिक ने भी नकल करके ही नौकरी हासिल की है.
10 लाख में खरीदा पेपर, दो करोड़ कमाए
पेपर लीक करने वाली गैंग ने परीक्षा से पूर्व पेपर बेचकर 2 दिन में ही 2 करोड रुपए कमा लिए थे. इसके लिए सिर्फ 10 लाख रुपए खर्च किए थे, जो जयपुर के रविंद्र बाल भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल राजेश को दिए गए थे. रविंद्र बाल भारती स्कूल से ही 14 और 15 सितंबर 2021 को पेपर लीक हुआ था. यूनिक अलवर के ट्रेनिंग सेंटर पर ट्रेनिंग कर रहा था. वह चूरू से 45 लाख रुपए की फॉर्चूनर लेकर जाता था. कई बार उसे थार में भी आते-जाते देखा गया था.
एसओजी ने रोहिताश्व को किया गिरफ्तार
एसओजी द्वारा गिरफ्तार रोहिताश कुमार फौज से सेवानिवृत्त हो चुका है. नौकरी के दौरान ही उसने चूरू की पुनिया कॉलोनी में प्लाट ले लिया था. भूदा का बास में उसके पिता शिशुपाल सिंह वह भाई रहते हैं. रोहिताश्व बीए पास है. उसने परीक्षा में 385वी रैंक हासिल की थी. इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. रोहिताश्व विधानसभा चुनाव में ड्यूटी कर चुका है. उसके पिता भी सेवानिवृत्त फौजी हैं.
फौजी भाई को भेजी थी पेपर की फोटो
पूनिया कॉलोनी में रहने वाले यूनिक ने फौजी भाई विवेक को पेपर की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर भेजी थी. विवेक भांबू की भर्ती परीक्षा में 24वीं रैंक आई थी. बीए पास विवेक फौज छोड़कर एसआई पद पर नियुक्त हुआ था. यूनिक के दोस्त की भाभी एकता पुत्री मोहन सिंह की परीक्षा में 123वीं रैंक आई थी. वह बीएससी पास है.
पकड़े जाने के डर से दुबई भागा यूनिक
एसआई की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड यूनिक जेईएन भर्ती 2020 पेपर लीक में भी शामिल था. एसआई भर्ती मामले में पकड़े जाने के डर से यूनिक दुबई फरार हो गया है. इस मामले में उसका भाई विवेक, पड़ोसी रोहिताश्व और दोस्त की भाभी एकता को गिरफ्तार किया गया है. यूनिक लंबे समय से इस तरह के कार्यों में सक्रिय बताया जा रहा है.
प्राचार्य के ऑफिस में छिपा था यूनिक
बताया जा रहा है कि 14 और 15 सितंबर को प्लानिंग के तहत स्कूल में प्राचार्य के ऑफिस में बने छोटे कमरे में यूनिक छिप गया था. एग्जाम से 2 घंटे पहले पेपर सेंटर पर पहुंचे और ऑफिस में रखे गए थे. पहले से अंदर छुपे यूनिक ने पेपर के पैकेट में चीरा लगाकर पेपर निकाला. इसके बाद उसकी फोटो जगदीश बिश्नोई को भेजी थी. जगदीश ने पेपर सॉल्व कर अलग-अलग जगह पर मौजूद अपने गैंग को व्हाट्सएप पर भेज दिया था.
जब्त की थी 3.11 करोड़ की संपत्ति:
शिक्षक भर्ती परीक्षा के आरोपी भूपेंद्र सारण, बाबूलाल कटारा व अन्य और मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की 3.11 करोड़ रुपए की संपत्ति ईडी ने जब्त की थी. ईडी ने 18 अगस्त, 2023 को इस कार्रवाई को अंजाम दिया था. अब कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन संपत्तियों का कब्जा ईडी ने अपने हाथ में लेते हुए इन संपत्तियों पर बोर्ड लगाए हैं.
सुरेश ढाका का नहीं मिला कोई सुराग:
सुरेश ढाका शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. लेकिन वह अभी तक एसओजी, पुलिस और ईडी के हाथ नहीं आया है. वह जयपुर में उमंग कोचिंग क्लास चलाता था. उसका नाम पेपर लीक मामले में आने के बाद कोचिंग की बिल्डिंग को गिरा दिया गया था. पेपर लीक के एक मामले में वह जेल भी जा चुका है. उसके फ्लैट को भी ईडी ने अपने कब्जे में लिया है.
एडीजी वीके सिंह का अहम किरदार
इस मामले में हीरो का किरदार एडीजी वीके सिंह ने निभाया। जिनको मुख्यमंत्री ने एसआईटी का प्रभारी बनाया। वीके सिंह जेईएन भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले हर्षवर्धन मीणा, राजेंद्र, राजू यादव, शिवरतन समेत अन्य को गिरफ्तार किया और नकल माफिया जगदीश बिश्नोई का नाम आया तो एसओजी को अहम सुराग मिले। इसके बाद एसओजी ने जगदीश बिश्नोई को गिरफ्तार किया तो एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक होने का खुलासा हुआ।
फिर दूसरा-तीसरा पेपर किया लीक
14 और 15 सितंबर को प्लानिंग के तहत यूनिक स्कूल में आचार्य के ऑफिस में बने छोटे कमरे में छिप गया। एग्जाम से डेढ़-दो घंटे पहले पेपर सेंटर पर पहुंचे। पेपर आचार्य के ऑफिस में रखकर सील कर दिया गया। कमरा सील होने के बाद यूनिक ने पैकेट के चीरा लगाकर पेपर निकाला और उसकी फोटो जगदीश बिश्नोई को भेज दी। इसके बाद पैकेट को बंद कर दिया। जब पेपर अभ्यर्थियों को दिए जा चुके थे। तब यूनिक भांबू को राजेश खंडेलवाल ने आचार्य के कमरे से बाहर निकाला।
कोर्ट में किया गया पेश
पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक कर थानेदार बने 14 आरोपियों को बुधवार को जयपुर में कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी आरोपी ट्रेनी थानेदारों को 6 दिन के रिमांड पर एसओजी को सौंप दिया। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हो गया। आरोपियों को देखते ही वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और वे पेशी पर लाए गए ट्रेनी थानेदारों पर टूट पड़े। वहां पुलिस ने बमुश्किल उनको बधाया। हंगामे के बाद आरोपी ट्रेनी थानेदारों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में वहां से वापस ले जाया गया।
एग्जाम का सेंटर आया तो बनाया प्लान
आरपीएससी ने राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर भर्ती करने संबंधी विज्ञप्ति 2021 में प्रकाशित की। 13 से 15 सितंबर 2021 तक एग्जाम होना था। एक पेपर सुबह की पारी में 10 से 12 बजे तक और दूसरा पेपर दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक होना था। रवींद्र बाल भारती स्कूल में भी एग्जाम का सेंटर था।
ये पता चलते ही जगदीश बिश्नोई ने यूनिक भांबू, शिवरतन मोट और राजेश खाडेलवाल से मिलकर पेपर लीक का प्लान बनाया। पहला पेपर सेंटर पर देरी से आया तो स्ट्रांग रूम में छीपे यूनिक और बाहर निगरानी में लगाए गए शिवरतन पेपर लीक नहीं कर पाए थे।
ट्रेनी एसआई के पिता नागौर में डीएसपी जांच में सामने आया कि अब तक जिन प्रशिक्षु उप निरीक्षक की गिरफ्तारी हुई है, उनमें नागौर के पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा भी है। गिरफ्तार एसआई करणपाल गोदारा की 22वी रेक थी। बेटे की गिरफ्तारी के दिन से ओमप्रकाश अवकाश पर है।
अभी तक 21 जने पुलिस गिरफ्त से दूर
भांबू उर्फ पंकज चौधरी, सुरेश ढाका, कमलेश मीना, अरुण शर्मा, सुनील, महेंद्र, सुनील भादू, कमलेश ढाका, सुरेश साहू, दिनेश सारन, अभय सिंह, मनोहर लाल, मनोहर सिंह, भगवती विओई, प्रवीण विश्नोई, रिंकू, स्वरुप मीना, सिद्धार्थ यादव, भूपेंद्र सारण, अनिल कुमार मीना और गाणपत लाल बिश्नोई के खिलाफ भी पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
12 मार्च तक एसओजी की अभिरक्षा में 14 ट्रेनी एसआई
बता दें कि एसओजी ने मंगलवार शाम 14 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तारी के बाद बुधवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट आरोपी नरेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, करणपाल गोदारा, विवेक भांभू, मनोहरलाल, गोपीराम, श्रवण कुमार, रोहिताश्व कुमार, प्रेम सुखी, एकता, भगवती, राजेश्वर, नारंगी और चंचल कुमारी को 12 मार्च तक एसओजी की अभिरक्षा में भेज दिया है।
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