SI Paper Leak Case : जगदीश को गिरफ्तार कराने पर पिता को मिला 30 हजार का इनाम, उसी से बेटे ने खरीदा एसआई का पेपर - JALORE NEWS
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SI Paper Leak Case : जगदीश को गिरफ्तार कराने पर पिता को मिला 30 हजार का इनाम, उसी से बेटे ने खरीदा एसआई का पेपर - JALORE NEWS
जयपुर ( 20 मार्च 2024 ) लीक पेपर से थानेदार बने करणपाल गोदारा का गिरोह के सरगना कुख्यात जगदीश विश्नोई से एक और लिंक सामने आया है। एसओजी ने जगदीश को पांच साल पहले भी गिरफ्तार किया था। उस समय जगदीश को करणपाल के पिता डिप्टी एसपी ओमप्रकाश गोदारा ने ही गिरफ्तार करवाया था। इसके बदले ओमप्रकाश को एसओजी ने 30 हजार रुपए का इनाम भी दिया था। जगदीश के जेल से छूटने के बाद उसी से पेपर लेकर ओमप्रकाश के बेटे ने थानेदार की परीक्षा दी थी। जगदीश इस साल फिर गिरफ्तार हुआ तो पुराना मामला सामने आया। खुलासे के बाद पूर्व में गिरफ्तार करणपाल के साथ उसके पिता पर ही सवाल उठने लगे हैं।
लगातार कई परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद वर्ष 2018 में जगदीश विश्नोई की भूमिका सामने आई थी। पुलिस के कई प्रयास के बाद भी विभिन्न थानों की पुलिस जगदीश को पकड़ नहीं पाई। इसके बाद बाड़मेर सहित कई जिलों में दर्ज मामले एसओजी में स्थानांतरित किए गए थे। जगदीश पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया। कुछ दिन बाद ही एसओजी ने जगदीश को पकड़ लिया। जगदीश की गिरफ्तारी भी नाटकीय रूप में हुई थी। एसओजी ने इसमें ओमप्रकाश गोदारा की सराहनीय भूमिका बताई। ओमप्रकाश उस समय पुलिस निरीक्षक थे, जिनकी पोस्टिंग आबकारी विभाग में थी। बदले में एसओजी ने तीस हजार रुपए ओमप्रकाश गोदारा को रिवार्ड के रूप में दिए। दस हजार रुपए का इनाम जांच अधिकारी मनोज गुप्ता को तथा चार अन्य पुलिसकर्मियों को ढाई-ढाई हजार रुपए का इनाम दिया गया था।
जगदीश 2019 में जेल से छूटा और 2021 में डिप्टी के बेटे को दिया पेपर
एसओजी में गिरफ्तार होने के बाद जगदीश विश्नोई को वर्ष 2019 में जमानत मिल गई। वह फिर लगातार पेपर लीक गिरोह चलाने लगा। उसने वर्ष 2021 में हुई उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक किया। जिन अभ्यर्थियों को पेपर उपलब्ध कराए उसमें ओमप्रकाश गोदारा का बेटा करणपाल भी था। उस समय ओमप्रकाश गोदारा डिप्टी एसपी बन चुके थे, जिनकी पोस्टिंग चुरू में थी।
बेटे की गिरफ्तारी के बाद पिता को फील्ट पोस्टिंग से हटाया
करणपाल की गिरफ्तारी के बाद सरकार ने ओमप्रकाश गोदारा को फील्ड पोस्टिंग से हटा दिया है। उन्हें डिप्टी एसपी नागौर से हटाकर आरएसी बीकानेर भेजा गया है। गोदारा बीकानेर के ही रहने वाले हैं।
जगदीश बिश्नोई ने ही किया एसआई भर्ती का पेपर लीक
2018 में सामने आई थी जगदीश की भूमिका
पेपरलीक होने के बाद वर्ष 2018 में जगदीश विश्नोई की भूमिका सामने आई थी। लेकिन, पुलिस के कई प्रयास के बाद भी विभिन्न धानों की पुलिस जगदीश को पकड़ नहीं पाई। इसके बाद बाड़मेर सहित कई जिलों में वर्ज मामले एसओजी में स्थानांतरित किए गए थे। जगदीश पर पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया।
नाटकीय रूप में हुई थी जगदीश की गिरफ्तारी
कुछ दिन बाद ही एसओजी ने जगदीश को पकड़ लिया। जगदीश की गिरफ्तारी भी नाटकीय रूप में हुई थी। एसओजी ने इसमें ओमप्रकाश गोदारा की सराहनीय भूमिका बताई। ओमप्रकाश उस समय पुलिस निरीक्षक थे, जिनकी पोस्टिंग आबकारी विभाग में थी। बदले में एसओजी ने तीस हजार रुपए ओमप्रकाश गोदारा को रिवार्ड के रूप में दिए। दस हजार रुपए का इनाम जांच अधिकारी मनीज गुप्ता को तथा चार अन्य पुलिसकर्मियों को ढाई-ढाई हजार रुपए का इनाम दिया गया था।
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