राजस्थान के श्याम रंगीला को लगा बड़ा झटका, वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन खारिज
Shyam-Rangeela-of-Rajasthan-got-a-big-shock |
राजस्थान के श्याम रंगीला को लगा बड़ा झटका, वाराणसी लोकसभा सीट से नामांकन खारिज
वाराणसी ( 15 मई 2024 ) वाराणसी लोकसभा सीट के चुनाव मैदान में ताल ठोकने वाले राजस्थान निवासी व जाने-माने स्टेंड अप कॉमेडियन श्याम रंगीला को बड़ा झटका लगा है। श्याम रंगीला पर्चा खारिज हो गया है। उन्होंने नामांकन के आखिरी दिन मंगलवार को पर्चा दाखिल किया था। बताया जा रहा है कि शपथपत्र न देने के कारण श्याम रंगीला का नामांकन खारिज हुआ है। बता दें कि बीते दिनों श्याम रंगीला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। वाराणसी सीट से 14 मई तक कुल 41 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था।
नामांकन खारिज होने के बाद श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट लिखते हुए कहा कि वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे ये तय था, अब साफ हो गया। दिल जरूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है। आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया। बता दें कि श्याम रंगीला को आजाद अधिकार सेना के प्रमुख अभिताभ ठाकुर ने भी अपना समर्थन दिया था।
वाराणसी से नहीं लड़ने देंगे ये तय था, अब साफ़ हो गया
दिल ज़रूर टूट गया है, हौंसला नहीं टूटा है ।
आप सबके सहयोग के लिए शुक्रिया ।
मीडिया और शुभचिंतकों से निवेदन है कृपया अभी कॉल ना करें, जो भी सूचना होगी यहाँ देता रहूँगा, शायद अब थोड़ी देर बातचीत करने की इच्छा नहीं है pic.twitter.com/aB6AZqLGqv
— Shyam Rangeela (@ShyamRangeela) May 15, 2024
कौन है श्याम रंगीला?
श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के गांव मानकथेरी में हुआ। उनके पिता जवाहर लाल एक किसान हैं। ऐसे में खेती के साथ कई परेशानियों के कारण उन्होंने 2013 में गांव को छोड़ दिया और एक नए गांव में शिफ्ट हो गए। श्याम रंगीला का परिवार अभी राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर शहर के मोकामावाला गांव में रहता है।
श्याम रंगीला ने सूरतगढ़ से 12वीं की पढ़ाई की। फिर 2012-15 तक जयपुर में एनीमेशन कोर्स किया। श्याम का बचपन से ही कॉमेडियन बनने का सपना था। स्कूल-कॉलेज के दिनों से कॉमेडी किया करते थे, मगर श्याम रंगीला को देशभर में कॉमेडियन पहचान तब मिली जब द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में रंगीला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मिमिक्री की।
गौरतलब है कि आजाद अधिकार सेना भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पंजीकृत एक राजनीतिक पार्टी है। इस पार्टी की कई राज्यों में राज्य इकाइयां होने के साथ ही राष्ट्र पदाधिकारियों की भी टीम है। आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने वाराणसी से नामांकन भरने वाले राजस्थान के श्याम रंगीला को समर्थन देने की घोषणा की है। ठाकुर ने सोशल मीडिया के माध्यम से रंगीला को समर्थन देने का आधिकारिक ऐलान किया।
लोकतंत्र की रक्षा के लिए समर्थन : ठाकुर
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर के अनुसार आज़ाद अधिकार सेना ने वाराणसी लोकसभा सीट से एक प्रत्याशी ‘मैं ज़िंदा हूं’ का चयन किया था। लेकिन उन्हें प्रशासन के इशारे पर अवैध हिरासत में रखा गया जिससे वे नामांकन दाखिल नहीं कर सके। अतः इन स्थितियों में हमारी पार्टी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए श्याम रंगीला को वाराणसी में अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है।
सबकी आवाज़ बनके खड़ा रहूंगा : श्याम रंगीला
आज़ाद अधिकार सेना से समर्थन मिलने के बाद श्याम रंगीला ने आभार जताया है। रंगीला ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया में कहा, ‘समर्थन के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। मैं आप सबकी आवाज़ बनके खड़ा रहूंगा।’
कई राज्यों में है सक्रियता
भारत चुनाव आयोग से अधिकृत और पंजीकृत आज़ाद अधिकार सेना कई राज्यों में सक्रीय है। खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में पार्टी ने अपनी टीमें बना रखी हैं।
… आखिर हो गया नामांकन
राजस्थान के हनुमानगढ़ में जन्में और श्रीगंगानगर में पले-बढ़े श्याम रंगीला ने मंगलवार को नामांकन के आखिरी दिन वाराणसी सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी यहीं से नामांकन भरा, जो दिन भर चर्चा में रहा।
‘लड़ेंगे पूरे दम से’
नामांकन भरने के बाद दी अपनी प्रतिक्रिया में श्याम रंगीला ने कहा, ‘देर से ही सही, लेकिन नामांकन हो गया। सभी दस्तावेज और प्रक्रिया के साथ अन्य आ रही बाधाओं को पार करके हम अब वाराणसी के लोगों का ऑप्शन बनने की दहलीज पर हैं। अभी बस दो-तीन दिन का और इंतज़ार, चिन्ह आ जाए। लड़ेंगे पूरे दम से, आप सबके सहयोग से।’
रंगीला पहली बार राजनीति में और पहले बार चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। वे जाने-माने कॉमेडियन और मिमिक्री आर्टिस्ट हैं। वे सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर भी खासा सक्रीय हैं। वे पीएम नरेंद्र मोदी की मिमिक्री करके चर्चा में आये थे।
कौन है श्याम रंगीला?
श्याम रंगीला उर्फ श्याम सुंदर का जन्म 25 अगस्त 1994 को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पीलीबंगा तहसील के गांव मानकथेरी में हुआ। उनके पिता जवाहर लाल एक किसान हैं। ऐसे में खेती के साथ कई परेशानियों के कारण उन्होंने 2013 में गांव को छोड़ दिया और एक नए गांव में शिफ्ट हो गए। श्याम रंगीला का परिवार अभी राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर शहर के मोकामावाला गांव में रहता है।
श्याम रंगीला ने सूरतगढ़ से 12वीं की पढ़ाई की। फिर 2012-15 तक जयपुर में एनीमेशन कोर्स किया। श्याम का बचपन से ही कॉमेडियन बनने का सपना था। स्कूल-कॉलेज के दिनों से कॉमेडी किया करते थे, मगर श्याम रंगीला को देशभर में कॉमेडियन पहचान तब मिली जब द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में रंगीला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मिमिक्री की।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें