पीएम मोदी जी तीसरे बार लेंगे शपथ , पद से इस्तीफा दिया, राजस्थान से मोदी केबिनेट मंत्री मौका मिलेगा
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पीएम मोदी जी तीसरे बार लेंगे शपथ , पद से इस्तीफा दिया, राजस्थान से मोदी केबिनेट मंत्री मौका मिलेगा
दिल्ली ( 5 जुन 2024 ) PM Modi will take oath for the third time : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के ठीक अगले दिन से ही पीएम मोदी ने अपनी दिनचर्या ऐसी शुरू की, जिससे साफ हो गया कि नंबरों के खेल में वो अपने एजेंडे से डिगने वाले नहीं हैं. 5 जून की सुबह पीएम मोदी नवें विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में एक पौधा लगाकर ‘एक पेड़ मां के नाम’ कैंपेन की शुरुआत की. पीएम मोदी का ये नया कैपेन है, देश भर में एक ऐसा जन आंदोलन बनाना जिसमें लोग आगे आएं और पूरे देश में एक करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाएं. कुछ ऐसी ही शुरुआत उन्होंने 2014 में की थी, जब उन्होंने स्वच्छता आंदोलन का ऐलान किया था. जिसे बड़े बुढ़े तो क्या, बच्चों ने भी अपनाया. नतीजे आने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपनी मां को याद करते हुए कहा था, ‘आज का ये पल निजी तौर पर मेरे लिए भी भावुक करने वाला पल है, मेरी मां के जाने के बाद का पहला चुनाव है, लेकिन देश की कोटि कोटि माताओं और बहनों ने उन्हें अपना स्नेह और आशीर्वाद दिया है जो ये आंकड़ों में नहीं दिख सकता है. देश की महिलाओं ने वोटिंग के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं. यही उनके मन मस्तिष्क में रचा बसा है. तभी शुरुआत एक भावुक मुद्दे से की, एक पेड़ मां के नाम’
एनडीए को स्पष्ट जनादेश
सच्चाई तो यही है कि जनता ने बीजेपी की सीटें भले ही कम कर दी हों, लेकिन एनडीए के लिए तो जनादेश दे ही दिया. 290 पार का जनादेश मोदी सरकार के तीसरे टर्म को आसानी से नैय्या पार लगा देगा. ये बात और है कि यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र में पीएम मोदी के लिए ये जानना जरूरी होगा कि आखिरी चूक हुई तो कहां? जाहिर है, हारने पर दोषारोपण का दौर चलता ही रहता है लेकिन पीएम मोदी का नाम और मेहनत के बावजूद चंद राज्यों में झटका दर्शाता है कि जरूरत उनकी भी है, जिनके कान जमीन से लगे हों. तय है मंथन होगा ही, क्योंकि लक्ष्य विकसित भारत 2047 का है… तो थोड़ा कोर्स करेक्शन करना ही होगा जिसमें पीएम मोदी खासे माहिर हैं.
NDA की बैठक में प्रस्ताव पास, 7 जून को सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे नरेंद्र मोदी
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने बुधवार को सहयोगी दलों के साथ बैठक कर सरकार गठन को लेकर चर्चा की. अब अगली बैठक 7 जून को सुबह 11 बजे बुलाई गई है, जिसमें NDA की संसदीय दल के नेता शामिल होंगे. 7 जून को पीएम मोदी को NDA के घटक दल का नेता चुना जाएगा. सूत्रों के हवाले से खबर है कि नरेंद्र मोदी 8 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
NDA की बैठक में शामिल हुए ये नेता
NDA की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जे.पी. नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, एच.डी. कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, पवन कल्याण शामिल रहे. इनके अलावा सुनील तटकरे, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, प्रफुल्ल पटेल, प्रमोद बोरो, अतुल बोरा, इंद्र हंग सुब्बा, सुदेश महतो, राजीव रंजन सिंह और संजय झा भी शामिल हुए. बुधवार को प्रधानमंत्री के सरकारी आवास LKM पर NDA की बैठक हुई.
PM ने राष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा
बुधवार को पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. उन्होंने मंत्रिपरिषद सहित अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनसे और मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें.
पीएम मोदी को नेता चुनने के लिए मिला समर्थन
प्रस्ताव में कहा गया कि 2024 भारत के 140 करोड़ देशवासियों ने पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से देश को हर क्षेत्र में विकसित होते देखा है. बहुत लंबे अंतराल, लगभग 6 दशक के बाद भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत से सशक्त नेतृत्व को चुना है. हम सभी को गर्व है कि 2024 का लोकसभा चुनाव एनडीए ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुटता से लड़ा और जीता. हम सभी एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुनते हैं.
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नेताओं से कहा, बधाई हो, सभी ने अच्छा संघर्ष किया. एनडीए अब देश के विकास के लिए काम करेगा. हम लोगों के लिए अपना काम जारी रखेंगे.
सरकार बनाने में न हो देरी: नीतीश कुमार
बुधवार को NDA की मीटिंग में शामिल सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार बनाने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए. हमें जल्द से जल्द सरकार बनानी चाहिए.
इस बार के नतीजे में बीजेपी अकेले बहुमत (272) के आंकड़े को नहीं छू पाई और उसे 240 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. विपक्षी INDIA ब्लॉक ने 234 सीटों पर जीत हासिल की.
दुनिया भर से आ रहे बधाई संदेश
10 सालों में पीएम मोदी ने दुनिया भर में भारत का डंका बजाया है और ऱाष्ट्राध्यक्षों से दोस्ती गांठी है. उसका असर ये रहा कि दुनिया भर से शासनाध्यक्षों से बधाई का तांता लगना शुरू हो गया. सबसे पहले ट्वीट करने वालों में इटली की प्रधानमंत्री जियॉर्जिया मेलोनी रहीं. उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए लिखा कि आपके अच्छे काम और जीत के लिए बधाई. मॉरीशस के प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने बधाई देते हुए कहा कि ये ऐतिहासिक तीसरा टर्म शानदार है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आपके नेतृत्व में मिली ये जीत खास है. भूटान के पीएम शेरिंग टोबगे ने लिखा कि दुनिया के सबसे बड़े चुनावों में तीसरी बार लगातार जीतना ऐतिहासिक है और आप भारत को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. नेपाल के पीएम कॉमरेड प्रचंड ने लिखा कि वो प्रसन्न हैं दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरे होने से. श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे कहते हैं कि बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की जीत साबित करती है कि भारतीय जनता मोदी के नेतृत्व में हो रही तरक्की पर कितना भरोसा करती है.
नतीजों के बाद पीएम का पहला संदेश-भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ना
पीएम का पहला संदेश ही ऐसा था जो उनके कमिटमेंट को और सुदृढ़ कर रहा था. पीएम ने बीजेपी मुख्यालय पर कहा कि भ्रष्टाचार पर लगातार तेज प्रहार जारी रहेगा. डिजिटल इंडिया ने भी भ्रष्टाचार के अनेक रास्ते बंद किए हैं लेकिन लड़ाई दिनोंदिन कठिन होती जा रही है. पीएम मोदी ने भ्रष्टाचारियों के बचाव में खड़े होने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जब राजनीति के लिए भ्रष्टाचार का महिमामंडन शुरू हो जाए तो निर्लज्जता की सीमा पार हो जाती है. पीएम मोदी का कड़ा संदेश यही था कि तीसरे कार्यकाल में हर तरह के करप्शन को जड़ से उखाड़ना मोदी सरकार का लक्ष्य रहेगा.
पीएम का दूसरा संदेश-देशवासी 2 कदम चलेंगे तो मोदी 4 कदम चलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे विरोधी एकजुट होकर भी उतनी सीटें नहीं ला पाए जितनी बीजेपी ने अकेली जीतीं. मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं और देशवासियों से कहा कि उनका बहाया पसीना मोदी को निरंतर काम करने की प्रेरणा देता है. अगर आप 10 घंटे काम करेंगे तो मोदी 15 घंटे काम करेगा. आप 2 कदम चलेंगे तो मोदी 4 कदम चलेगा. हम देशवासी मिलकर चलेंगे और देश को आगे बढ़ाएंगे. एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता हर वर्ग के विकास की रही है. ये मोदी की गारंटी है.
पीएम का तीसरा संदेश-जनादेश के कई पहलू हैं
विपक्ष लगा है इसे पीएम मोदी की हार बताने में, लेकिन हर चुनाव के बाद बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की परंपरा को जारी रखते हुए पीएम मोदी ने खुद संदेश दिया कि इस जनादेश के कई पहलू हैं. पीएम मोदी ने कहा, 1962 के बाद पहली बार कोई सरकार अपने दो कार्यकाल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार वापस आई है. राज्यों में विधानसभा के जहां चुनाव हुए वहां एनडीए को भव्य विजय मिली. अरुणाचल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा हो या फिर सिक्किम, सभी जगहों से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है. उनको तो जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया होगा. बीजेपी ओडिशा में सरकार बनाने जा रही है. वहां बीजेपी का मुख्यमंत्री होगा. बीजेपी ने केरल में सीट जीती है. केरल के कार्यकर्ताओं ने पीढ़ियों से काफी बलिदान दिया है. तेलंगाना में हमारी संख्या दोगुनी हो गई है. कई राज्यों में हमने क्लीन स्वीप भी किया है. वहां की जनता का आभार और भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी. जनता के आभारी हैं कि हम पर पूर्ण विश्वास जताया है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जीत है. विकसित भारत के प्रण की जीत है. सबका साथ सबका विकास मंत्र की जीत है. 140 करोड़ भारतीयों की जीत है. पीएम ने चुनाव आयोग का भी अभिनंदन किया और कहा कि उन्होंने दुनिया भर में बदनाम करने वाली ताकतों को आईना दिखाया है.
पीएम का चौथा संदेश-बीजेपी हर वर्ग से संवाद बनाए रखे
पीएम जानते हैं कि ये नतीजे क्यों आए और इसकी भरपाई कैसे करनी है. तभी तो उन्होंने जाते-जाते बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहा कि अब हमें और हमारे कार्यकर्ताओं को समाज के हर वर्ग और हर तबके के लोगों से संवाद बनाए रखना है. हमारे पास रुकने का, थमने का, समय नहीं है. विकसित भारत के लिए बड़े फैसले लेने हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 6 दशक के बाद मतदाताओं ने नया इतिहास रचा है. पहली बार किसी गठबंधन को लगातार तीसरी बार जनता की सेवा करने का अवसर मिला है. ये लोकतंत्र की बहुत बड़ी शक्ति है.
लोकतंत्र की खूबसूरती और शक्ति को स्वीकार कर पीएम ने इतना तो साफ कर दिया है कि वो रुकने वाले नहीं हैं.
Lok Sabha: नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से दिया इस्तीफा, इस तारीख को हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई। मौजूदा 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा था। बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लोकसभा भंग करने की सिफारिश करते हुए अपना और अन्य मंत्रियों का इस्तीफा सौंपा। जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूर कर लिया। साथ ही राष्ट्रपति ने नरेंद्र मोदी से अगली सरकार के गठन तक बतौर कार्यकारी प्रधानमंत्री जिम्मेदारी संभालने की अपील की।
8 जून को हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजों और भाजपा नीत एनडीए द्वारा सदन में बहुमत हासिल करने के बाद संभावित सरकार गठन के मुद्दे पर चर्चा हई। बैठक सुबह 11.30 बजे प्रधानमंत्री आवास पर शुरू हुई थी। इस बैठक के बाद मंत्रिपरिषद की बैठक भी हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 7 जून को संसदीय दल की बैठक होगी और अगले दिन यानी 8 जून को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
गठबंधन की होगी देश की अगली सरकार
लोकसभा चुनाव के नतीजों का एलान हो चुका है और 543 लोकसभा सीटों में से 240 सीटों पर भाजपा और 99 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है। भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को 292 और कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं। नतीजों से स्पष्ट है कि देश में अगली सरकार गठबंधन की होगी। सरकार गठन को लेकर बुधवार को एनडीए की बैठक होगी। वहीं विपक्षी इंडी गठबंधन भी आज बैठक करेगा। प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, लेकिन इस बार भाजपा को सरकार चलाने के लिए सहयोगी पार्टियों के समर्थन की जरूरत है। खासकर जदयू और तेदेपा का समर्थन जरूरी होगा। विपक्षी गठबंधन भी जदयू और तेदेपा को अपने पाले में खींचने की कोशिश कर सकता है। हालांकि दोनों ही पार्टियों ने साफ कर दिया है कि वह एनडीए को समर्थन देंगे, लेकिन इसके बावजूद विपक्षी गठबंधन अपनी कोशिशों में जुटा है।
राजस्थान से किसको मिलेगा मोदी कैबिनेट में मौका? दुष्यंत सिंह समेत ये बड़े नेता रेस में शामिल
लोकसभा चुनाव में NDA ने बहुमत के आकड़े को छू लिया है, लेकिन राजस्थान में BJP को कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ा. लगातार 2 बार से क्लीन स्वीप करने वाली BJP को इस बार राज्य में सिर्फ 14 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है.
राजस्थान में 11 सीटों पर BJP के जीत के बाद यह चर्च शुरू हो गई है कि आखिर राजस्थान से किसको मोदी की नई टीम में जगह मिल सकती है. साथ ही इस लोकसभा चुनाव में राजस्थान के कौन नेता इस टीम के दावेदार होने वाले हैं.
आपको बाता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में 24 सीटों पर जीत के बाद राज्य से 4 लोगों को मोदी की टीम में जगह मिली थी. मोदी की टीम में गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, भूपेंद्र यादव और अर्जुन मेघवाल को जगह मिली थी. वहीं दूसरी तरफ ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी।
राजस्थान के जीते हुए प्रत्याशियों को यह उम्मीद है कि इस बार 2024 में भी राजस्थान के सांसदों में से मोदी कैबिनेट में जगह मिलेगी.चलिए आपको हम बताते हैं कि इस बार राजस्थान से किसको मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.
राजस्थान के पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह ने कांग्रेस को झालावाड़ा-वारां में करारी शिक्सत दी है. दुष्यंत सिंह ने 70 हजार वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया है, जिसके बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि दुष्यंत सिंह को इस बार मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
जानकारी के मुताबिक इस बार मोदी की टीम में नये चेहरों को जगह देने की बात हो रही है. राजस्थान से मोदी कैबिनेट के लिए बड़ी फौज दिख रही है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह ,गजेंद्र सिंह शेखावत,भूपेंद्र यादव और अर्जुन मेघवाल, ओम बिरला आदि नाम मोदी कैबिनेट के लिए दावेदार दिख रहे हैं.
जानकारों के मुताबिक, दुष्यंत सिंह को कैबिनेट में जगह मिल सकती है,राजपूत चेहरे के रूप में दुष्यंत सिंह की दावेदारी प्रबल बताई जा रही है. मोदी कैबिनेट में नए चेहरे को मौका देने की बात से पूराने नेताओं का पत्ता कट सकता है.
BJP की कम सीटे आने के बाद लोगों का कहना है कि इस बार मोदी को मनचाहा कैबिनेट नहीं मिल पायेगा,क्योंकि इस बार प्रचंड रूप से NDA की सरकार है.मोदी को इस बार गठबंधन को साथ लेके चलना है.
PM मोदी ने राजस्थान की जिन सीटों पर की चुनावी सभाएं और रोड़ शो, वहां भी मात्र जीत पाए कुछ ही सीटें
उत्तर भारत में स्थित बड़े राज्यों के लोकसभा चुनाव केंद्र की सत्ता के लिए बहुत अहम होते हैं। यही वजह है कि ज्यादा सीटों वाले हिंदी भाषी राज्यों पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों का विशेष फोकस होता है। जिस दल को उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बिहार और पश्चिमी बंगाल में ज्यादा समर्थन मिलता है। उसी दल को केंद्र में सरकार बनाने का अवसर मिलता है। इन राज्यों में पीएम मोदी सहित भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेताओं ने प्रचार प्रसार किया। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर कुल दो चरण में मतदान हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैलियां और रोड़ शो किए, लेकिन जीत केवल 3 प्रत्याशियों को ही नसीब हुए। 7 प्रत्याशियों को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
पीएम मोदी की चुनावी सभाएं और रोड के बारे में
2 अप्रैल:- जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी राव राजेंद्र सिंह के समर्थन में पीएम नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार का आगाज किया। पीएम मोदी 2 अक्टूबर को कोटपूतली आए और राव राजेंद्र सिंह के समर्थन में पहली चुनावी सभा को संबोधित किया। राव राजेंद्र सिंह महज 1615 मतों से चुनाव जीते हैं।
5 अप्रैल :- चूरू लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया के समर्थन में पीएम मोदी की चूरू में चुनावी सभा हुई। चूरू में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया को हार का सामना करना पड़ा। चूरू से कांग्रेस के राहुल कस्वां 72,737 वोटों के अंतर से चुनाव जीते ।
6 अप्रैल: - अजमेर लोकसभा सीट के भाजपा प्रत्याशी भागीरथ चौधरी के समर्थन में पीएम मोदी 6 अप्रैल को पुष्कर आए थे। भागीरथ चौधरी चुनाव जीतने में कामयाब रहे। भागीरथ चौधरी ने 3,29,991 मतों के अंतर से कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी को हराया।
6 अप्रैल:- पुष्कर में हुई पीएम मोदी की चुनावी सभा में ही नागौर लोकसभा क्षेत्र की भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा मंच पर मौजूद रही। इस सभा में अजमेर के साथ नागौर के मतदाताओं को भी रिझाने का प्रयास किया गया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। नागौर से ज्योति मिर्धा 42,225 मतों से चुनाव हार गई। नागौर से आरएलपी के हनुमान बेनीवाल चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
11 अप्रैल:- करौली धौलपुर लोकसभा प्रत्याशी इंदु जाटव के समर्थन में पीएम मोदी ने करौली में चुनावी सभा को संबोधित किया था। इंदु देवी को हार का सामना करना पड़ा। वे कांग्रेस के भजन लाल जाटव के सामने 98,945 मतों से हार गई।
12 अप्रैल:- बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रहे कैलाश चौधरी के समर्थन में पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित किया था। कैलाश चौधरी ना केवल चुनाव हारे लेकिन तीसरे स्थान पर लुढ़क गए। बाड़मेर में कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को 118176 मतों से हराया। कैलाश चौधरी चौधरी 4,17,943 मतों से पिछड़ गए।
12 अप्रैल :- दौसा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में पीएम मोदी ने 12 अप्रैल को दौसा में रोड शो किया लेकिन दौसा से कन्हैयालाल मीणा चुनाव नहीं जीत सके। दौसा में कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा ने भाजपा प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा को 2,37,340 मतों से पराजित किया।
21 अप्रैल :- जालौर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी के समर्थन में पीएम मोदी ने जालौर में चुनावी सभा की थी। लुम्बाराम चौधरी चुनाव जीतने में कामयाब रहे। लुम्बाराम ने कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत को 2,01,543 मतों से पराजित किया ।
21 अप्रैल :- पीएम मोदी ने 21 अप्रैल को जालौर के बाद बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीय के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया था। मालवीय को हार का सामना करना पड़ा। बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने मालवीय को 2,47,054 मतों से पराजित किया।
23 अप्रैल :- 23 अप्रैल को पीएम मोदी ने टोंक सवाई माधोपुर के भाजपा प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनपुरिया के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। लगातार दो बार सांसद रहे जौनपुरिया इस बार चुनाव जीतने में कामयाब नहीं रहे। कांग्रेस के हरीश मीणा ने जौनपुरिया को 64,949 मतों से पराजित किया।
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