एसआइ पेपर लीक में 50 हजार के इनामी कांस्टेबल को पकड़ा
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एसआइ पेपर लीक में 50 हजार के इनामी कांस्टेबल को पकड़ा
जयपुर ( 22 अगस्त 2024 ) पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर की साइक्लोनर टीम ने ‘ऑपरेशन दुष्टदमन’ के तहत पुलिस उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने के मामले में फरार 50 हजार रुपए के इनामी कांस्टेबल को बुधवार को श्रीगंगानगर में पकड़ लिया। उसके साथ जोधपुर के दो अन्य बदमाशों के साथ होने की संभावना थी, लेकिन वे भाग गए।
कांस्टेबल को अग्रिम कार्रवाई के लिए एसओजी जयपुर को सौंप दिया गया। आइजी (रेंज) जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि सांचौर निवासी शैतानराम (44) पुत्र मोहनलाल बिश्नोई पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर में कांस्टेबल है। एसआइ पेपर लीक में वह किंग पिन माना जा रहा है। ड्यूटी से गायब होने पर एसओजी ने पचास हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
थानेदार अजय बिश्नोई को दिया था प्रश्न पत्र
एसआइ भर्ती परीक्षा में एसओजी ने नवचयनित उप निरीक्षक अजय बिश्नोई को पकड़ा था। कांस्टेबल शैतानराम ने उसे एसआइ परीक्षा का लीक प्रश्न पत्र मुहैया करवाया था। अब शैतान से पूछताछ में सामने आएगा कि उसे प्रश्न पत्र किसने दिया था।
हैदराबाद व करीमनगर में मजदूर बनी पुलिस
आरोपी शैतानराम के हैदराबाद में स्टील रैलिंग का काम करने की सूचना मिली थी। पुलिस सादे वस्त्रों में हैदराबाद पहुंची थी और स्टील रैलिंग मजदूर बन तलाश की थी, लेकिन आरोपी पकड़ा नहीं जा सका। पुलिस ने करीमनगर में भी स्टील रैलिंग मजदूर बनकर तलाश की थी।
सीएसटी, यातायात व डांगियावास थाने में रहा
आरोपी शैतानराम वर्ष 2015 बैच का कांस्टेबल है। वह काफी समय तक क्राइम विशेष टीम सीएसटी में रहा था। पुलिस स्टेशन डांगियावास, पुलिस लाइन के बाद वह ट्रैफिक पुलिस में भी रहा था। तभी एसआइ पेपर लीक प्रकरण में नवचयनित थानेदारों के पकड़े जाने के बाद वह ड्यूटी से बिना बताए गायब हो गया था।
केस में आने के बाद फरार था कांस्टेबल
कांस्टेबल शैतानाराम बिश्नोई सांचौर जिले के करावड़ी गांव का रहने वाला है. जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि इस अप्रैल में उसके खिलाफ जांच में एसओजी को सबूत मिले थे. इसकी भनक लगते ही वह फरार हो गया, जिसके बाद उस पर 4 मई को 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था.
आरोपी पुलिस कांस्टेबल होने से उसे पता था कि मोबाइल का इस्तेमाल उसके लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. इसलिए वह अपने मोबाइल बंद रखता था. उसने बातचीत के लिए अलग तरीका निकाला. सिग्नल एप के जरिए किसी दूसरे को कॉल करता था, जो उसे आगे कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों से संपर्क करवाता था. इससे उसकी कॉलिंग ट्रेस नहीं होती थी, लेकिन साइक्लोनर टीम ने इसका भी तोड़ निकाला.
गर्लफ्रेंड के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस
इस दौरान जोधपुर में काम करते समय वह किसके संपर्क में रहता था. उसकी भी पड़ताल जारी थी, जिसमे पुलिस में ही उसकी एक गर्ल फ्रेंड का पता चला, जिसके सहयोग से टीम आगे बढ़ती गई. प्रारंभिक पूछताछ में शैतानाराम ने बताया है कि वह रीट और सब इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले से जुड़े लोगों के लिए लेनदेन का प्रबंध करता था. एसओजी को इसके पकड़े जाने से अब तक की कार्रवाई में पकड़े गए लोगों के लेनदेन का सही विवरण मिलेगा. जोधपुर रेंज आईजी की टीम ने अब कांस्टेबल शैतानाराम विश्नोई को एसओजी जोधपुर की टीम को सौंप दिया है.
JALORE NEWS
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