जालौर में स्कूल की दीवार गिरने से बड़ा हादसा: 3 मजदूरों की मौत, 1 गंभीर घायल - JALORE NEWS
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जालौर में स्कूल की दीवार गिरने से बड़ा हादसा: 3 मजदूरों की मौत, 1 गंभीर घायल - JALORE NEWS
जालौर ( 28 नवंबर 2024 ) JALORE NEWS जालौर जिले के सायला क्षेत्र के पोषाणा गांव में गुरुवार सुबह दर्दनाक हादसा हुआ। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में निर्माण कार्य के दौरान स्कूल की दीवार अचानक गिर गई। मलबे में चार मजदूर दब गए। तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मजदूर गंभीर घायल है।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि स्कूल में दो नए कमरों के निर्माण के लिए खुदाई का काम चल रहा था। मजदूर दीवार के पास पिलर लगाने के लिए सफाई कर रहे थे। सुबह का समय था और काम शुरू हुए कुछ ही समय बीता था कि दीवार अचानक भरभरा कर गिर गई। दीवार के ऊपर रखी मूर्तियाँ भी गिर पड़ीं। इस हादसे में मोहनलाल पुत्र रतनाराम जाट (23) निवासी लालजी की डूंगरी, विरमाराम पुत्र चेनाराम जाट (40) निवासी कंगाड़ू, बाड़मेर, और भूराराम पुत्र भैराराम राव (40) निवासी धनाऊ, बाड़मेर की मौत हो गई। वहीं, जगदीश पुत्र भूराराम राव गंभीर रूप से घायल हो गया।
स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता से बची एक जान
हादसे के दौरान पास से गुजर रहे एक मोटरसाइकिल चालक ने जब दीवार गिरती देखी तो जोर-जोर से चिल्लाया। उसकी आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने मलबा हटाने का काम शुरू किया और घायल मजदूर को किसी तरह बाहर निकालकर अस्पताल भेजा। अगर समय पर राहत कार्य न होता, तो मृतकों की संख्या और बढ़ सकती थी।
निर्माण कार्य में लापरवाही, प्रशासन पर उठे सवाल
घटनास्थल पर पहुंची सायला पुलिस और प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करवाया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दीवार पुरानी थी और इसके नीचे रेत भरी हुई थी। निर्माण के लिए की गई खुदाई और कमजोर दीवार के कारण यह हादसा हुआ। संवेदक और इंजीनियर की ओर से कोई तकनीकी जांच किए बिना निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, निर्माण कार्य के लिए टेंडर तो जारी किया गया था, लेकिन लेआउट और सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं किया गया।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी और प्रशासन की लापरवाही
पोसाणा सीनियर स्कूल में सर्व शिक्षा अभियान के तहत एक लाइब्रेरी और एक कक्षा का निर्माण हो रहा था। निर्माण कार्य में संवेदनशीलता और तकनीकी मानकों की उपेक्षा की गई।
पुरानी दीवार का कमजोर आधार: दीवार के नीचे रेत और बालू का ढेर था, जो खुदाई के बाद और कमजोर हो गया ।
बिजली के खंभे का गिरना: दीवार के साथ खड़ा बिजली का खंभा भी गिर गया। गनीमत रही कि स्थानीय निवासियों ने तुरंत बिजली कटवा दी, अन्यथा करंट से और बड़ा हादसा हो सकता था।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सायला पुलिस मौके पर पहुंची। जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद यादव ने भी स्थल का निरीक्षण किया। एसपी ने हादसे के लिए जिम्मेदार संवेदक और इंजीनियर के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
नेताओं और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद जालौर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया:
"परमपिता परमेश्वर तीनों मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करें और घायल को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दें। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। प्रशासन से निवेदन है कि पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाए।"
क्षेत्र में शोक और आक्रोश
हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की लापरवाही और निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी को लेकर नाराजगी जताई है।
आगे की कार्रवाई
जांच रिपोर्ट: प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
मृतकों के परिजनों को मुआवजा: प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।
निर्माण कार्य की समीक्षा: जिले के अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की जांच होगी।
यह हादसा सरकारी निर्माण कार्यों में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की ओर इशारा करता है। यह समय है कि प्रशासन इन मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान दे और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए।
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