प्रवासी राजस्थानियों को साधने में जुटी बीजेपी-कांग्रेस, राजस्थान के इन नेताओं ने महाराष्ट्र चुनाव में संभाला मोर्चा
These-leaders-of-Rajasthan-took-charge-in-Maharashtra-elections |
प्रवासी राजस्थानियों को साधने में जुटी बीजेपी-कांग्रेस, राजस्थान के इन नेताओं ने महाराष्ट्र चुनाव में संभाला मोर्चा -
जयपुर ( 17 नवंबर 2024 ) राजस्थान में सात सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होने के बाद अब राजस्थान के भाजपा-कांग्रेस के बड़े नेताओं को महाराष्ट्र चुनाव के प्रचार में उतारा गया है। भाजपा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित 10 से ज्यादा नेता प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित 15 से ज्यादा नेताओं को अलग-अलग सीटों पर प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा उसे देखते हुए वहां पर कांग्रेस-भाजपा ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है।
मुंबई, पुणे, भिवंडी सहित कई शहरों में प्रवासी राजस्थानी बहुतायत है। ऐसे में भाजपा-कांग्रेस नेताओं को उन्हें साधने की जिम्मेदारी दी गई है। अलवर से सांसद और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव महाराष्ट्र के प्रभारी हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार और शनिवार को कई सीटों पर जनसभाएं की।
भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत और विधानसभा में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग सहित जालोर-सिरोही से भी कई नेता महाराष्ट्र में प्रचार में कर रहे हैं। कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी अलग-अलग सीटों पर प्रचार कर रहे हैं। गहलोत मुंबई और कोंकण क्षेत्र के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं तो पायलट मराठवाड़ा के पर्यवेक्षक हैं।
जूली-डोटासरा ने की जनसभा
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने शनिवार को मुंबा देवी मालाबार हिल में जनसभा की। वे रविवार को भी कई स्थानों पर प्रचार करेंगे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुंबई में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया। रविवार को भी वे पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे। इनके अलावा विधायक रीटा चौधरी, अमीन कागजी, रफीक खान, पूर्व मंत्री रघु शर्मा, सुखराम विश्नोई, रामलाल जाट भी महाराष्ट्र में प्रचार कर रहे हैं।
कांग्रेस के ये बड़े नेता सभा में शामिल रहे
सभा में राजस्थान के नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी, पूर्व मंत्री रघु शर्मा, सुखराम बिश्नोई, प्रमोद जैन भाया, विधायक रतन देवासी, समरजीत सिंह, रफीक खान, अमीन कागजी, RTDC के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, जनअभाव अभियोग निवारण प्रकोष्ठ के पूर्व चेयरमैन पुखराज पाराशर भी शामिल रहे. दरअसल मुंबई में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी रहते हैं जो आठ से दस सीटों पर निर्णायक स्थिति में है. भाजपा कांग्रेस के नेताओं के दौरों के पीछे मकसद प्रवासी राजस्थानियों के वोटों को अपनी पार्टी के साथ करना है.
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें