ग्राम पंचायत नांदिया में पंचायत आपके द्वार अभियान का किया शुभारंभ - BHINMAL NEWS
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ग्राम पंचायत नांदिया में पंचायत आपके द्वार अभियान का किया शुभारंभ - BHINMAL NEWS
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 7 दिसंबर 2024 ) BHINMALNEWS सिरमौर अवॉर्ड से सम्मानित ग्राम पंचायत नांदिया में सरपंच हिंगलाज एम नांदिया के नेतृत्व में विकास एवं नवाचार के श्रृंखलाबद्ध कार्यों में एक और प्रेरणीय नवाचार पंचायत आपके द्वार अभियान के तहत बाल, युवा, महिला एवं मुखिया संसद का क्रमशः शुभारंभ किया गया ।
सरपंच चारण ने बताया कि हमने ग्राम पंचायत चुनाव एवं विकास व्यवस्था की सम्पूर्ण प्रक्रिया समझाने एवं उनकी राय अनुसार विकास करने के उद्देश्य से सर्वप्रथम विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों के साथ बाल संसद का शुभारंभ किया ।
सरपंच द्वारा विधिवत समझाते हुए प्रेक्टिकल रूप में सभी विद्यार्थियों को एक स्थान पर बिठाकर उनमें से पहले सरपंच एवं वार्डपंच के उम्मीदवार खड़े करके फिर वोटिंग से ज्यादा वोट वाले को सरपंच रूप में बालिका कोमलकुमारी एवं वार्डपंच चुने फिर वार्डपंच के मतदान से उनमें से एक उप सरपंच बालक प्रवीणकुमार को चुना गया । उनका सम्मान करके उनके लिए कुर्सियों की व्यवस्था रखी मगर हमारे इन बच्चो की महानता देखिए की इन्होंने हमारे सम्मान में कुर्सीयों पर बैठने से मना करके नीचे बैठना स्वीकार किया । जिन्हे आगे बिठाया फिर पंचायत की कार्यवाही लिखने हेतु एक सरकारी कर्मचारी ग्राम विकास अधिकारी जो बैठक कार्यवाही लिखता है जिस रूप में प्रधानाचार्य श्रीराम बेनीवाल ने कार्य किया ।
इस प्रकार ढांचा बनने के बाद ग्राम सभा के बाकी रूप में सभी विद्यार्थियों को ग्रामीण स्वरूप मानते हुए सरपंच की आज्ञा से ग्राम सभा एवं साधारण सभा के स्वरूप को जानते हुए उसमे ग्रामीण एवं वार्ड पंच, उप सरपंच, सरपंच स्वरूप विद्यार्थियों ने विकास के प्रस्ताव लिखवाए । वही विद्यालय विकास के कार्यों पर विशेष चर्चा की गई । सरपंच के धन्यवाद उद्बोधन के साथ समापन किया गया। सरपंच चारण ने बताया कि हमारा उद्देश है सभी को ग्राम पंचायत की व्यवस्था भी समझ में आए । वही उनके विचार विकास के माध्यम बने । जहां प्रत्येक शनिवार को गांव में होने पर अनिवार्य रूप से मेरा किसी विद्यालय में जाना होता ही है ताकि हमारे गांव के भविष्य रूपी नौनिहालों के साथ चर्चा कर सके उनका उत्साहवर्धन कर सके।
ज्ञातव्य रहे की स्वयं सरपंच द्वारा अपने तीन बार के लगातार पंद्रह वर्षीय इस कार्यकाल सहित इससे पूर्व भी शुरू से ही विद्यार्थियों को पढ़ाना, व्यक्तित्व निर्माण कार्यशाला, योग व्यायाम प्राणायाम, आत्मरक्षा प्रशिक्षण सहित विभिन्न प्रेरणीय रचनात्मक आयामों को करवाया जाता रहा है । इसलिए इन्हे सरपंच से ज्यादा बच्चे अपने प्रिय गुरु के रूप में मानते है । सरपंच भी अपनी सबसे बड़ी दौलत इन बच्चो को ही मानते हैं।
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