सनातन संस्कृति रक्षा शिविर एवं 108 कुण्डीय महायज्ञ संपन्न - BHINMAL NEWS
![]() |
Thousands-of-people-attended-the-ceremony |
समारोह के दौरान हजारों लोगों ने की शिरकत - Thousands of people attended the ceremony
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 2 दिसंबर 2024 ) BHINMAL NEWS सनातन संस्कृति जागरण संघ के तत्वावधान में स्थानीय नीलकंठ महादेव मंदिर में आठ दिवसीय सनातन संस्कृति रक्षा शिविर का समापन हुआ । इस अवसर पर 108 कुण्डीय महायज्ञ का भी आयोजन किया गया ।
सनातन संस्कृति जागरण संघ के सदस्य ओमप्रकाश माहेश्वरी ने बताया कि संगठन द्वारा 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक बालक बालिकाओं के लिए आठ दिवसीय सनातन संस्कृति रक्षा शिविर का आयोजन किया गया । जिसमें नगर एवं आस पास गांवों से लगभग 500 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। शिविर के समापन के दिन 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन भी किया गया । जिसमें नगर एवं आस पास के गांवों के श्रद्धालुओं ने हजारों की संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर हजारों दर्शकों, प्रबुद्ध नगर जनों एवं अतिथियों के बीच शिविर में चयनित प्रशिक्षणार्थियों के योग, व्यायाम, लाठी, भाला, तलवार आदि के प्रदर्शन द्वारा हुई। योग व्यायाम प्रदर्शन के बाद अतिथियों का परिचय एवं सम्मान हुआ। इस अवसर पर आयोजित 108 कुण्डीय महायज्ञ का संपादन आर्ष गुरुकुल महाविद्यालय माउंट आबू के अध्यक्ष स्वामी ओमानंद सरस्वती के सानिध्य में हुआ ।
जिसमें हजारों लोगों ने भाग लेकर यज्ञ भगवान को आहुति दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के अध्यक्ष आर्य किशनलाल गहलोत ने जात पात को समाप्त करके सबको वैदिक सिद्धांत अपनाने की बात कही। विशिष्ठ अतिथि एवं 72 जिनालय जैन मंदिर के निर्माता दीपक शाह लुंकड ने घर-घर यज्ञ की आवश्यकता के बारे में बताया। विशिष्ठ अतिथि भंवरलाल माली ने बताया कि बालक बालिकाओं को योग एवं व्यायाम की तरफ मोड़ने का कार्य तेजी से होना चाहिए। दलपतसिंह आर्य ने समाज में शस्त्र एवं शास्त्र दोनों की महत्ता पर प्रकाश डाला। पुष्कर मिश्र ने महर्षि दयानंद के पदचिन्हों पर चल कर भारत विश्व गुरु कैसे बन सकता है, विषय पर प्रकाश डाला ।रविदत्त श्रीमाली ने महर्षि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश को जीवन में अपनाने की बात कही।
संगठन के मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि इस अवसर पर थानमल माली, गुमानमल जैन, नैनाराम चौहान, लक्ष्मण भजवाड़, नरेंद्र आचार्य, प्रताप पुरोहित, विरदसिंह पांथेड़ी, नरिंगाराम पटेल, देवेंद्र भंडारी, कोलचंद सोनी, ओमप्रकाश माहेश्वरी, प्रभुराम जीनगर, नरपतसिंह आर्य, शंकरलाल सोलंकी, वालाराम मौर्य, ओटाराम मेघवाल, ठाकराराम मेघवाल, ताराचंद फुलवरिया, गुमानसिंह राव, जयरूप फुलवरिया, मुकेश सोलंकी, राजूसिंह माली, भीमराज मोदी, गजाराम मेघवाल, भरतसिंह भोजाणी, शंकरलाल गहलोत, गजेंद्रसिंह राव, मोहन आंजना, विजय पणीया, अर्जुन बंजारा, दूदाराम मेघवाल, इंद्रसिंह राव, राहुल बंजारा, राहुल जीनगर, अक्षय बंजारा, रोहित मेघवाल आदि बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें