मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी योग : शास्त्री - BHINMAL NEWS
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मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी योग : शास्त्री - BHINMAL NEWS
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 28 जनवरी 2025 ) BHINMAL NEWS माघ मास में आने वाली अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहा जाता है।
इस बार मौनी अमावस्या बुधवार 29 जनवरी को है। श्रीदर्शन पंचांग कर्ता शास्त्री प्रवीण त्रिवेदी ने बताया कि इस दिन पितर अपने वंशजों से मिलने के लिए धरती पर आते हैं। साथ ही इस बार मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी योग सहित कई शुभ योग बनने से मौनी अमावस्या का महत्व कई गुना बढ़ गया है । मौनी अमावस्या पर महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान भी किया जाएगा ।
त्रिवेदी ने बताया कि अमावस्या पर इस बार मकर राशि में एक साथ सूर्य, बुध और चंद्रमा विराजमान होकर त्रिवेणी योग बनाएंगे। इसी के साथ इन सभी पर गुरु की नवम दृष्टि भी रहने वाली है। इसी के साथ शुक्र का मीन राशि में होने से मालव्य राजयोग भी बना रहेगा। श्रवण नक्षत्र का संयोग भी रहने वाला है। शश राजयोग भी रहेगा। बुधादित्य राजयोग भी रहेगा।
अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित हैं। मान्यताओं के अनुसार इस दिन स्नान दान और पितरों के नाम से तर्पण करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। माघ मास का धार्मिक रूप से विशेष महत्व है। ऐसे में माघ मास में आने मौनी अमावस्या का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर पितर अपने वंशजों से मिलने के लिए धरती पर आते हैं। ऐसे में उनके नाम से किया गया दान पुण्य व्यक्ति को कई गुना अधिक फल देता है। इस दिन किए गए पितरों के नाम से दान पुण्य और तर्पण से पितरों का आशीर्वाद हमेशा परिवार के सदस्यों पर बना रहता है। ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराने से भी पितर प्रसन्न होते हैं।
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