जालोर के सुरों के दीवाने फारुख शेख दीवाना का निधन, संगीत जगत में शोक की लहर - JALORE NEWS
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बचपन से था संगीत का जुनून, शिक्षा छोड़ अपनाया सुरों का संसार - He was passionate about music since childhood, he left his education and embraced the world of music
जालोर ( 9 फरवरी 2025 ) JALORE NEWS प्रसिद्ध गायक फारुख शेख दीवाना अब हमारे बीच नहीं रहे। अपनी सुरीली आवाज़ और अनूठी गायकी से उन्होंने न केवल जालोर बल्कि समूचे राजस्थान में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उनके निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। संगीत प्रेमियों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।
संगीत के प्रति जुनून: पढ़ाई छोड़ी, सुरों से जोड़ा नाता
फारुख शेख दीवाना को बचपन से ही संगीत का गहरा शौक था। जब वे स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनका झुकाव संगीत की ओर बढ़ने लगा। सुरों के प्रति उनका प्रेम इतना प्रबल था कि उन्होंने अपनी शिक्षा छोड़कर पूरी तरह संगीत को अपना जीवन बना लिया। वे संगीत के नशे में इस कदर डूबे कि हर समय रियाज़ में लगे रहते थे और जल्द ही उनकी गायकी ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई।
हर मंच पर बिखेरा अपनी सुरीली आवाज़ का जादू
संगीत के प्रति उनकी दीवानगी इतनी थी कि वे छोटे-बड़े हर कार्यक्रम में शामिल होकर अपने गीतों से समा बांध देते थे। चाहे किसी स्थानीय समारोह की महफिल हो या किसी निजी आयोजन का मंच, उनकी आवाज़ वहां पहुंचते ही श्रोता मंत्रमुग्ध हो जाते थे। उनकी गायकी में जो सच्चाई और भावना थी, वही उन्हें आम गायकों से अलग बनाती थी।
संगीत और प्रकृति का अनूठा संगम
फारुख शेख दीवाना की गायकी की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि उनके सुर न केवल इंसानों को, बल्कि पशु-पक्षियों को भी आकर्षित करते थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, जब वे रियाज़ करते थे, तो आसपास के पेड़ों पर पक्षी आकर बैठ जाते थे और उनके सुरों के साथ गुनगुनाने लगते थे। उनका यह अनोखा जुड़ाव संगीत और प्रकृति के बीच एक सेतु का कार्य करता था।
हर पीढ़ी के गीतों को दी अपनी सुरीली आवाज
फारुख शेख दीवाना ने 60 के दशक से 90 के दशक तक के समस्त प्रसिद्ध गायकों के गीतों को अपनी मधुर आवाज़ में प्रस्तुत कर संगीत को नया जीवन दिया। वे मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, मुकेश, लता मंगेशकर जैसे महान गायकों के गाने इतनी खूबसूरती से गाते थे कि लोग उनकी आवाज़ में खो जाते थे। उनकी गायकी सिर्फ मनोरंजन का जरिया नहीं, बल्कि आत्मा को सुकून देने वाली थी।
लोकप्रियता और सम्मान
अचानक निधन से छाया मातम
उनके निधन की खबर से न केवल उनका परिवार बल्कि उनके चाहने वाले, मित्र और संगीत प्रेमी सदमे में हैं। उनके प्रशंसकों ने बताया कि वे हमेशा संगीत के प्रति समर्पित रहे और अंत तक अपनी आवाज़ से लोगों का दिल जीतते रहे।
श्रद्धांजलि और प्रार्थना
उनके निधन पर जालोर सहित पूरे संगीत जगत ने गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी ने अल्लाह से दुआ की कि उन्हें जन्नतुल फिरदौस में आला मकाम मिले और भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
फारुख शेख दीवाना भले ही इस दुनिया से चले गए हों, लेकिन उनकी यादें और संगीत की विरासत हमेशा अमर रहेगी। जालोर ने एक अनमोल रत्न खो दिया है, लेकिन उनकी आवाज़ हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेगी।
श्रद्धांजलि!
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फारुख शेख 'दिवाना' ने अपने यूट्यूब चैनल पर भी कई गानों की प्रस्तुतियां साझा की हैं, जो संगीत प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं।
उनकी इन प्रस्तुतियों ने उन्हें जालोर के संगीत प्रेमियों के बीच एक विशेष स्थान दिलाया है।
उनकी एक प्रस्तुति का आनंद लेने के लिए, नीचे दिया गया वीडियो देखें:
https://youtube.com/shorts/AxPEz-Ta2hM?si=YhPUVAaOiQau_yYu
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