आकोली में सम्राट वीर विक्रमादित्य परमार की मूर्ति का भव्य अनावरण, हजारों की उमड़ी भीड़ - JALORE NEWS
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आकोली में सम्राट वीर विक्रमादित्य परमार की मूर्ति का भव्य अनावरण, हजारों की उमड़ी भीड़ - JALORE NEWS
आकोली ( 30 मार्च 2025 ) ऐतिहासिक वीरभूमि आकोली गांव के बस स्टैंड के समीप रविवार को सम्राट वीर विक्रमादित्य परमार की भव्य मूर्ति का अनावरण समारोहपूर्वक संपन्न हुआ। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम सम्राट वीर विक्रमादित्य स्मारक निर्माण समिति एवं समस्त ग्रामवासियों के तत्वावधान में आयोजित किया गया। अनावरण समारोह में हजारों की संख्या में ग्रामीणों और गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया, जिससे समूचे क्षेत्र में उल्लास और गौरव का वातावरण बन गया।
महान विभूतियों का सानिध्य
इस अवसर पर महंत प्रतापपुरी महाराज (तारातरा मठ, बाड़मेर) एवं आचार्य विजय जयरतन सुरीश्वर महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग रहे।
अन्य विशिष्ट अतिथियों में लेटा महंत रणछोड़ भारती, जागनाथ नारणावास के महंत महेंद्र भारती, कटकेश्वर महंत कुलदीप भारती, आनंद नाथ महाराज, सांथू गायत्री आश्रम के विष्णु स्वरूप महाराज, कैलाश नगर की साध्वी सत्यानंद, नवाराम भोपाजी आदि संतों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तियों की भागीदारी
कार्यक्रम में आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित, सेवानिवृत्त आईएएस गंगा सिंह परमार, खंगार सिंह (आकोली), त्रिभुवन सिंह (आकोली), सरपंच चोपाराम देवासी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
अनावरण और शोभायात्रा
समारोह की शुरुआत वीर विक्रमादित्य की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। तत्पश्चात ग्रामवासियों ने अतिथियों का पारंपरिक माला एवं साफा पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर भव्य स्वागत किया।
बाद में महंत प्रतापपुरी महाराज, मुख्य सचेतक गर्ग, विधायक राजपुरोहित और पूर्व आईएएस परमार ने मूर्ति का अनावरण किया। अनावरण के दौरान ढोल-नगाड़ों की गूंज, पटाखों की धूम और जयघोषों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। इस अवसर पर विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें पारंपरिक वेशभूषा में सजे युवक, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए।
वीर विक्रमादित्य पर विचार और श्रद्धांजलि
मुख्य अतिथि गर्ग ने कहा कि सम्राट वीर विक्रमादित्य महान शासक थे, जिन्होंने बिना भेदभाव के न्याय किया। महंत प्रतापपुरी महाराज ने उन्हें भारत के गौरवशाली सम्राटों में से एक बताया और उनके न्यायपूर्ण शासन की प्रशंसा की। विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने कहा कि आकोली में उनकी मूर्ति लगना ग्रामवासियों के लिए गर्व की बात है और इससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।
क्षत्रिय युवक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य रेवत सिंह पाटोदा ने वीर विक्रमादित्य की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके शासनकाल से ही विक्रम संवत का आरंभ हुआ था, जो आज भी जारी है।
व्यापक जनसमर्थन और ऐतिहासिक उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में आकोली समेत बागरा, देलदरी, सांथू, सरत, नारणावास, आडवाडा, बुगाव, देवाडा, जालौर, मांडोली, बिबलसर, सियाणा, रामसीन, नून, चादुर, कोलर, सिकवाडा, डुडसी, धानपुर, दीगाव समेत दर्जनों गांवों के लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का विधि-विधान से संचालन पंडित तेजराज ने किया। मंच संचालन राजेंद्र सिंह ने किया। कार्यक्रम की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए बागरा थानाधिकारी मोहन लाल गर्ग, हितेंद्र सिंह थुर, डुंगर सिंह, कालू सिंह आकोली सहित अनेक पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर भाजपा नेता भूपेंद्र देवासी, रूप सिंह नारणावास, हरी सिंह, प्रकाश सुथार, फुसाराम लोहार, जबर सिंह भायल, मंगल सिंह चौहान, भानाराम देवासी, मांग सिंह, नाथु सोलंकी, मोटाराम घांची समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
गौरवशाली इतिहास की स्मृति बना यह आयोजन
आकोली में हुए इस ऐतिहासिक अनावरण ने क्षेत्र में नई चेतना और गौरव की अनुभूति कराई। इस आयोजन से पूरे इलाके में हर्षोल्लास का वातावरण बना हुआ है और यह कार्यक्रम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है ।
कुल वजन 11 क्विंटल और ऊंचाई 11 फीट वीर सम्राट विक्रमादित्य की मूर्ति का अनावरण किया
आकोली के ग्रामीणों ने पाश्चात्य संस्कृति को रोकने और भारतीय नववर्ष को बढ़ावा देने के लिए वीर सम्राट विक्रमादित्य की मूर्ति स्थापना का सपना जनवरी 2024 में देखा था। 14 माह पहले देखा यह सपना रविवार को साकार होगा।
दरअसल, आकोली के ग्रामीण ने 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन ग्राम सभा में इकट्ठे हुए तब उन्होंने भी आपस में सलाह की कि कुछ ऐसी ही विशेष स्थापना गांव में होनी चाहिए। सलाह मशवरा के बाद यह निर्णय लिया गया कि गांव में सम्राट वीर विक्रमादित्य की मूर्ति लगाई जाए। चूंकि सम्राट विक्रमादित्य ने विक्रम संवत की शुरुआत की तो उनकी मूर्ति का अनावरण के लिए भी उन्होंने इसी दिन को चुना।
गांव के शिक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने निर्माण के लिए राशि जुटाना शुरू किया। सर्व समाज के लोगों ने अपनी अपनी इच्छा से सहयोग किया और 25 लाख जुटा लिए। जयपुर के मूर्तिकार महावीर भारती और निर्मल कुल्हरि ने इस मूर्ति को डिजाइन कर बनाया।
इस मूर्ति को अष्टधातु से बनाया गया, जिसका कुल वजन 11 क्विंटल और ऊंचाई 11 फीट है। इसे बनाने में 14 लाख रुपए की लागत लगी। करीब 6 इसे बनाकर तैयार किया गया। इसके अलावा इसे स्थापित करने करीब 5 लाख की लागत से जोधपुरी सेंड स्टोन का चौक बनाया गया। पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी करेंगे अनावरण : गांव के बस स्टेंड पर सम्राट वीर विक्रमादित्य की प्रतिमा का रविवार को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के अवसर पर अनावरण किया गया है ।
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