मोदरान में श्री आशापुरी माताजी मंदिर व श्री सुमतिनाथ जैन मंदिर की 51 वीं ध्वजा गुरुवार को होगी - MODRAN NEWS
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मोदरान में श्री आशापुरी माताजी मंदिर व श्री सुमतिनाथ जैन मंदिर की 51 वीं ध्वजा गुरुवार को होगी - MODRAN NEWS
पत्रकार जगमालसिंह राजपुरोहित मोदरान
मोदरान ( 2 जुन 2025 ) MODRAN NEWS श्री सुमतिनाथ जैन समाज द्वारा मोदरान आशापुरी माताजी मन्दिर व श्री सुमतिनाथ स्वामी जिनालय की 50वीं स्वर्ण जयंती महोत्सव मनाया जा रहा है l
मोदरान में श्री आशापुरी माताजी मन्दिर व श्री सुमतिनाथ स्वामी जिनालय की 50वीं स्वर्ण जयंती महोत्सव पर विशेष आयोजन किया किया जा रहा है आज सोमवार को जैन संतो उपस्थिति में रात्रि में भक्ति संध्या कार्यक्रम आयोजित किया गया पूरे मोदरान के गांव के मंदिरों को विशेष सजावट से सजाया गया रंग बिरंगी रोशनी से आयोजन हुआ। मोदरान में 1 जून से 5 जून तक स्वर्णजयंती एवं ध्वजारोहण महोत्सव मनाया जरहा हैं।
पांच दिवसीय इस महोत्सव में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान होंगे। कार्यक्रम में प्रमुख संत गणपतिसागर सूरीश्वरजी महाराज, विजयगणपतिसागर महाराज और स्वयंप्रभाश्रीजी महाराज सहित अन्य संत उपस्थित रहेंगे। महोत्सव का समापन 5 जून को ध्वजारोहण के रात्रि में विशाल भजन संध्या के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।
कार्यक्रम में प्रतिदिन विशेष पूजन मंदिरों में शुरू किया गया है। पहले दिन पंच कल्याणक पूजन, दूसरे दिन 18 अभिषेक महापूजन, तीसरे दिन सिद्धचक्र महापूजन, चौथे दिन गुरु भक्त महापूजन और अंतिम दिन सातस्मृति पूजन कार्यक्रम एवं विशाल भजन संध्या के संगीताचार्य मयूर जैन हैं। विधिकारक की भूमिका मिलनभाई (मध्य प्रदेश) निभाएंगे।
आयोजन श्री सुमतिनाथ जैन श्वेताम्बर पेढ़ी, मोदरा कर रही है। देशभर से श्रद्धालु इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रांगण में लगे शिलालेख के अनुसार विक्रम संवत 1991 में श्री आशापुरी मंदिर परिसर में वर्षो से चली पशु बलि प्रथा का अंत आम ग्रामवासियों एवं पूर्व जागीरदार श्री धोकलसिंह व भीमसिंह द्वारा श्री तीर्थेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. की प्रेरणा से विक्रम संवत 1991 में आपस में आम सहमति से पशुवध, मदिरा चढ़ाने की प्रथा को पूर्ण रुप से बंद कर दिया गया।
यहां यात्रियों के भव्य धर्मशाला भी निर्मित है। कालंद्री के मोदरेशा राढ़ौड जेन ओर मोदरान के समस्त ग्रामीणों ने इस मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा जेन संतो की उपस्थिति में करवाई विजय लब्धिसूरी जी महाराज जैन संत मुनी कमल विजय जी महाराज के साध्य आशापुरी माताजी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा जैन मंदिर सुमतिनाथ स्वामी जिनालय की व आशापुरी माताजी मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई थी आशापुरी माताजी मंदिर में पशु बली बंद करने के पश्चात आज भी केसर चंदन का मां आशापुरी का श्रृंगार कर मेवा मिश्री का भोग लगाकर पूजा से की जाती है l
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