सायला प्रशासन के द्वारा निःशुल्क सरकारी पुस्तके स्टेशनरी सायला जॉच में जब्त की गई थी जिसमें बिकी करने वाले दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही - JALORE NEWS
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सायला प्रशासन के द्वारा निःशुल्क सरकारी पुस्तके स्टेशनरी सायला जॉच में जब्त की गई थी जिसमें बिकी करने वाले दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्यवाही - JALORE NEWS
JALORE ( 15 फरवरी 2021 ) जालौर के निकट सायला क्षेत्र में 2/2/2॥ को गोपनीय सूचना दी गई थी ! जिसमें सायला कस्बे की पाठ्य पुस्तक की दुकान स्टेशनरी पर बडी तादाद मे निःशुल्क राज्य सरकार की पुस्तक बेची जा रही थी। जिसमें अनेक फोटो साक्ष्य के रुप में भेजे गये थे। जिसके माध्यम से इस मामले को गम्भीरता से लेकर सायला प्रशासन को सूचना दी गई जिसमें सायला के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी फुलचन्द , आर पीभीमाराम , पुलिस थाना से कॉन्सटेबल व सायला स्कुल के प्रभारी रणछोडाराम की टीम द्वारा दुकान में छानबीन की गई जिसमे बडी तादाद में निःशुल्क सरकारी पुस्तके बरामद की थी। जिसमें 8910 साहब के कहने पर रणछोडाराम नें कक्षा वाईज पुस्तके गिनकर 2 प्लास्टिक कठों में भरवाकर टैक्सी द्वारा 8010 कार्यालय में पहुचाई गई है। काफी गहरा स्टोक दुकान में मिलने के प्रमाण फोटो सहित मिडिया को मिले है, जाँच टीम आने से पहले दुकानदार काफी माल बेच चुका था। आसपास के गांवों में भी देता है सप्लाई, हर साल होती थी यहाँ ऐसी बिकी......... पत्रकार ने किया मामला उजागर
अब साक्ष्य के साथ मामला प्रशासन के हाथों में
मामलें में कई सवाल खडे हो रहे है।
1. आखिर किसकी मिली भगत है, पुलिस किस तरह करेगी चोरी माल[(सरकारी पुस्तके) की जांच। सक की सुई स्थानीय आसपास कौत्र मे गाँव के मिडल था
सैकण्डरी स्कूल टीचर,/या सबसे ज्यादा तो राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल जालोर के साथ मेल जोल।
2. बीते कितने सालो से चल रहा है खेल खजाना भरने का , अब मौके से बिकी से शेष पुस्तकों की बरामदी से मामला पूरी तरह सत्यार्थ साबित हो चुका है।
3. जांच अधिकारी द्वारा पुछे जाने पर दुकानदार नें नई पुस्तको संस्करण 2020 को पुरानी बताकर सन्तोषजनक जवाब नही दिया। क्या निःशुल्क सरकारी पाठ्य पुस्तक दुकानों में बेची जा सकती है या नहीं , जवाब नहीं होगा । तो किसी ग्राहक को धोके में क्यो रखा जाता है, नई पुस्तक दुकान में क्यो ,कैसे आई, व किसने दी। बेचने की इजाजत कैसे ? फोटो के प्रमाण कम या झुठा, फोटो में साफ नई पुस्तक दिख रही है। प्रशासन की लेट कार्यवाही बावजुद भी बडी तादाद में मिली निःशुल्क सरकारी पुस्तके मिलने व जब्त होना कम बात है सरकारी तंत्र गौर करे...जहां एक तरफ निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों के लिए छांत्रों को दर दर भटकना तथा शिक्षा से वंचित ड् ना पड रहा है इस कारण से दुकान को सीज कर/जुर्माना/पुस्तक चोरी कर खरीदी का डिपो से लाइसेंज रद्द करवा कर कार्यवाही की जावें।
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