घर-घर औषधि योजना की कार्ययोजना के संबंध में बैठक सम्पन्न - JALORE NEWS
![]() |
Meeting-concluded-regarding-action-plan-of-door-to-door-medicine-scheme |
घर-घर औषधि योजना की कार्ययोजना के संबंध में बैठक सम्पन्न - JALORE NEWS
जालोर ( 13 जुलाई 2021 ) जालोर उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर की अध्यक्षता में घर-घर औषधि योजना के तहत पौधों के वितरण की कार्ययोजना के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर ने जालोर पंचायत समिति के विकास अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर औषधि योजना के तहत प्रथम चरण में 5-6 ग्राम पंचायतों को जोड़कर प्रत्येक घर में औषधीय पौधे लगाने के वितरित किये जाये। पौधरोपण के लिए इन पंचायतों में ऐसे सार्वजनिक स्थान का चयन किया जावें जहां पर पानी की पर्याप्त व्यवस्था के साथ चारदीवारी हो ताकि पौधे पूर्ण रूप से विकसित हो सकें। इसके अलावा जिन-जिन परिवारों को पौधे उपलब्ध करवाये जाये उनकी सूचना शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में निर्धारित प्रपत्र में तैयार की जाकर वन विभाग व उपखण्ड अधिकारी कार्यालय को दिया जाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारी, विकास अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त को निर्देशित किया कि वे पौधों की उपलब्धता व वितरण से संबंधित कार्ययोजना पूर्ण रूप से तैयार कर 20 जुलाई तक उपखण्ड अधिकारी कार्यालय जालोर में उपलब्ध करावें ताकि समय पर योजना की क्रियान्विति सुनिश्चित की जा सकें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण प्रेमी व जनप्रतिनिधियों को योजना के बारे में जानकारी देकर इस कार्य में उनका पूर्ण सहयोग लिया जावें।
बैठक में वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि घर-घर औषधि योजना के तहत 1 लाख औषधीय पौधों का आवंटन किया जायेगा जिनका वितरण घर-घर जाकर परिवारों के माध्यम से किया जाकर पौधारोपण करवाया जायेगा। वन विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र जालोर में 10 हजार पौधे उपलब्ध करवाये जायेंगे तथा इनके वितरण के लिए 5 वार्डों एवं घरों में औषधीय पौधे लगाने के इच्छुक लोगों का चयन नगर परिषद द्वारा किया जायेगा। जालोर शहर में लाल पोल, गोडिजी, सिरे मंदिर रोड, तासखाना बावडी, रूप नगर व जगह-जगह सार्वजनिक परिसरों में पौधे लगाये जायेंगे। इस अवसर परविकास अधिकारी कुलवन्त कालमा, नगर परिषद के अधिशाषी अभियन्ता दिलीप माथुर, क्षेत्रीय वन अधिकारी पूराराम, सहायक वनपाल मुकेश शर्मा, दलपतसिंह आर्य, ग्रीन एण्ड क्लीन एवीस लैंड संस्थान के कोषाध्यक्ष जितेन्द्र आचार्य एवं पर्यावरण इंजीनियर के.पी.सिंह उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें