RAS-2018 की ट्रेनिंग 27 से शुरू - JALORE NEWS
RPSC-Result-Released-in-July |
RPSC ने जुलाई में जारी किया रिजल्ट - RPSC Result Released in July
अजमेर ( 26 दिसम्बर 2021 ) राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आरएएस 2018 में चयनित रहे कैंडीडेट की पहले चरण की ट्रेनिंग 27 दिसंबर से जयपुर के हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में शुरू होगी। इस प्रशिक्षण के लिए कार्मिक विभाग ने आदेश जारी कर दिए है।
आयोग द्वारा ली गई आरएएस 2018 के चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दो भागों में बांटा गया है। पहले चरण का प्रशिक्षण 27 को शुरू होने वाला है।
कार्मिक विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने बताया कि राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं (संयुक्त प्रतियोगी) परीक्षा 2018 के परिणाम के आधार एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की अनुशंसा के आधार पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा में सफल रहे अभ्यर्थियों को राजस्थान प्रशासनिक सेवा में दो वर्ष की कालावधि के लिए परिवीक्षाधीन प्रशिक्षार्थी के रूप में उपस्थिति देने के लिए कहा गया है।
यह प्रशिक्षण हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान लोक प्रशासन संस्थान, जयपुर में होगा। प्रशिक्षण के लिए विभाग की ओर से आरएएस 2018 टॉपर मुक्ता राव सहित 78 अभ्यर्थियों की सूची भी जारी की गई है। इस सूची में क्रमांक, मेरिट नंबर, रोल नंबर, केटेगरी, जन्म तिथि और रिमार्क शामिल किए गए हैं। इन सभी अभ्यर्थियों को 27 दिसंबर को सुबह 9.30 बजे आवश्यक दस्तावेज सहित पहुंचना होगा।
यहां पर राजस्थान प्रशासनिक सेवा, राजस्थान पुलिस सेवा और राजस्थान लेखा सेवा के अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण होगा। जबकि राजस्थान महिला एवं बाल विकास सेवा के अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण हरिश्चंद्र माथुर रीपा, क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र उदयपुर में होगा।
परिवीक्षा काल में दो बार से अधिक अनुत्तीर्ण होने पर भी सेवा से बाहर हो सकते हैं
डॉ. गोस्वामी ने कहा कि अभ्यर्थियों को परिवीक्षा काल में विहित विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। परिवीक्षा अवधि में विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करने की स्थिति में अथवा राज्य सरकार द्वारा अन्यथा आवश्यक समझे जाने पर परिवीक्षा अवधि स्वविवेक अनुसार बढ़ाई जा सकती है। निर्धारित अवधि में विभागीय परीक्षा दो बार से अधिक अनुत्तीर्ण होने पर इन्हें सेवा मुक्त किया जा सकेगा।
यदि राज्य सरकार की राय में इनका कार्य या आचरण परिवीक्षा की समय अवधि में संतोषप्रद नहीं पाया जाए अथवा यह प्रतीत हो कि इनमें एक दक्ष राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारी होने की क्षमता नहीं है तो सरकार इन्हें सेवा से तुरंत विमुक्त कर सकती है।
यदि कोई अभ्यर्थी निश्चित तिथि के 7 दिवस पश्चात तक भी रिपोर्ट नहीं करते हैं और न ही किसी प्रकार की सूचना विभाग को भेजते हैं तो उनकी नियुक्ति आदेश स्वत: ही निरस्त हो जाएंगे।
जुलाई में जारी किया था आरपीएससी ने परिणाम
आयोग ने 24 जुलाई 2021 को आरएएस 2018 को अंतिम परिणाम जारी किया था। इसके बाद आयोग ने नियुक्ति अनुशंसा रवाना की थी। अब जा कर इन अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण की शुरूआत होगी।
एक टिप्पणी भेजें