दुर्घटनाग्रस्त बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन के अंदर से लाइव:पेसेंजर बोले- झटके के साथ रुकी गाड़ी - JALORE NEWS
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दुर्घटनाग्रस्त बीकानेर-गुवाहाटी ट्रेन के अंदर से लाइव:पेसेंजर बोले- झटके के साथ रुकी गाड़ी - JALORE NEWS
बीकानेर ( 13 जनवरी 2022 ) बीकानेर से मंगलवार देर रात पौने दो बजे गुवाहाटी के लिए रवाना हुई बीकानेर एक्सप्रेस जलपाईगुड़ी व मैनागुड़ी के बीच पटरी से नीचे उतर गई। गाड़ी में राजस्थान के 872 लोग थे। NWR पीआरओ शशिकिरण के मुताबिक 308 यात्री बीकानेर से और 564 जयपुर से चढ़े थे। ट्रेन में सवार यात्री गंगाशहर निवासी एम.के. जैन से बात की। उन्होंने बताया कि ट्रेन चल रही थी, इसी दौरान अचाकन तेज धक्का लगा और चीख पुकार मच गई। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। वे पीछे की बोगी में थे, इसलिए बच गए।
बीकानेर से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए एम.के. जैन ने बात की तब वो दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी के एक डिब्बे में ही थे। जैन ने बताया कि करीब पांच बजे न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन निकला ही था कि अचानक से गाड़ी में जोर से धक्का लगा। चीख पुकार मचने लगी। हमारा डिब्बा तो काफी पीछे था, इसलिए ज्यादा पलटा नहीं। धक्के के बाद संभला तो बाहर देखा। ट्रेन पटरी से उतर गई थी और एक के ऊपर एक डिब्बा चढ़ा हुआ था। हम एक ही डिब्बे में चालीस से पचास लोग हैं। सभी सुरक्षित हैं लेकिन बाहर नहीं निकल पा रहे। बाहर जा भी नहीं सकता क्योंकि बच्चे और महिलाएं हमारे साथ हैं। अब काफी अंधेरा हो चुका है। बाहर से चीखने चिल्लाने की आवाजें आ रही हैं। ना जाने कितने लोगों की मौत हुई है और कितने लोग गंभीर घायल है।
सेठिया दंपती बोले- हमारी किस्मत थी, जो बच गए
बीकानेर से ही गुवाहाटी के लिए निकले रूपचंद सेठिया और उनकी पत्नी सुशीला सेठिया ने बातचीत में बताया कि शाम को हम लोग आराम कर रहे थे। अचानक से एक के बाद एक चार-पांच धक्के लगे। हम संभलते उससे पहले सब कुछ शांत हो गया। कुछ देर बाद बाहर जाकर देखा तो कोहराम मचा हुआ था। हम अभी भी अपने डिब्बे में है। सीनियर सिटीजन है, ज्यादा भागदौड़ नहीं कर सकते। डिब्बे में कुछ और लोग भी हैं। थोड़ी बहुत चोट लगी है लेकिन कोई गंभीर नहीं है। बाहर एक के ऊपर एक डिब्बा चढ़ा हुआ है। कोई कह रहा है कि इंजन पटरी से उतर गया तो कोई कह रहा है कि बीच में से डिब्बे उतर गए। हमारी किस्मत अच्छी थी जो हम बच गए।
बीकानेर से चढ़े थे 308 यात्री
308 लोग बीकानेर से चढ़े थे। अन्य यात्री दूसरे स्टेशनों से चढ़े थे। अभी ये स्पष्ट नहीं हुआ है कि दुर्घटना में कितने लोगों की मौत हुई है। हादसे में ट्रेन के 12 डिब्बों को नुकसान पहुंचा है। शुरुआती डिब्बों में बीकानेर के लोगों के होने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल, गुवाहाटी में बड़ी संख्या में बीकानेर के लोग रहते हैं। ऐसे में बीकानेर एक्सप्रेस के हर फेरे में यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा होती है। बीकानेर से पटना व गुवाहाटी जाने वाले लोग भी इसी गाड़ी में यात्रा करते हैं।
दुर्घटना के बाद से बीकानेर के गंगाशहर में सबसे ज्यादा चिंता बढ़ गई है। दरअसल, इसी एरिया के सबसे ज्यादा लोग गुवाहाटी में रहते हैं। वायदा व्यापारी पुखराज चौपड़ा ने बताया कि इस गाड़ी में बीकानेर के काफी लोग हैं और हम उनका पता लगाने में जुटे हुए हैं। बीकानेर के अलावा नोखा से भी कुछ लोग इस गाड़ी में सवार हुए हैं। गुवाहाटी में रहने वाले सभी बीकानेर के लोगों से मौके पर पहुंचने अथवा जैसे भी संभव हो घायलों की मदद करने की अपील की गई है।
70% यात्री बीकानेर बेल्ट से
इस गाड़ी में करीब सत्तर फीसदी यात्री बीकानेर, नोखा व नागौर से होते हैं। ज्यादातर लोग बंगाई गांव में रहते हैं। बीकानेर से जाने वाले यात्री इसी गांव की तरफ जाते हैं। इसके अलावा धूमगुड़ी, मैना गुड़ी व दामोली में भी बीकानेर व नोखा के निवासी रहते हैं।
मौके पर रवाना हुए स्थानीय बीकानेरी
घटना के बारे में पता चलते ही वहां रहने वाले बीकानेर के लोग बड़ी संख्या में घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। उन्हें मौके पर पहुंचने में करीब एक घंटे का वक्त लगेगा। इसके बाद ही पता चलेगा कि कितने लोगों की मौत हुई है।
इन स्टेशन के यात्री हैं
इस गाड़ी में बीकानेर के अलावा नोखा, नागौर, मेड़ता रोड, डेगाना, जयपुर, भरतपुर के लोग भी यात्रा करते हैं। बीकानेर नोखा व नागौर के यात्री गुवाहाटी तक जाते हैं, जबकि शेष दूसरे स्टेशन पर उतर जाते हैं।
डीआरएम ऑफिस अलर्ट पर
उधर, DRM ऑफिस पूरी तरह अलर्ट हो गया है। एक टीम ये पता लगाने में जुटी है कि इस यात्रा में बीकानेर से कौन से यात्री रवाना हुए थे और इस स्टेशन तक गाड़ी में बैठे थे। बीकानेर से गुवाहाटी तक के टिकट लेने वाले यात्रियों की सूची बनाई जा रही है
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, यहां फोन कर लें मदद
भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। साथ ही गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस 15633 के पटरी से उतरने की उच्च स्तरीय रेलवे सुरक्षा जांच के आदेश दिए गए हैं। यात्रियों के परिजन रेलवे हेल्पलाइन नंबर- 03612731622, 03612731623 पर फोन कर मदद ले सकते हैं। बता दें कि बीकानेर से गुवाहाटी इस के मैनागुड़ी पार करते समय यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे के संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
दुर्घटना राहत ट्रेन और एक मेडिकल टीम घटनास्थल के लिये रवाना’
गुवाहाटी में पूर्वोत्तर प्रांतीय रेलवे (एनएफआर) के एक प्रवक्ता ने कहा कि दुर्घटना एनएफआर के अलीपुरद्वार संभाग के अंतर्गत एक इलाके में शाम करीब पांच बजे हुई। उन्होंने कहा कि दुर्घटना अलीपुरद्वार जंक्शन से 90 किलोमीटर से अधिक दूरी पर हुई। प्रवक्ता ने कहा, 'दुर्घटना राहत ट्रेन और एक मेडिकल टीम घटनास्थल के लिये रवाना हो गई है। हम विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।'इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना पर हो रही बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल में हुए इस ट्रेन हादसे पर सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जानकारी ली है।
Bikaner express derailed: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में मैनगुड़ी इलाके के पास बीकानेर एक्सप्रेस (15633) पटरी से उतर गई. इस ट्रेन हादसे में 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. जबकि कई यात्री घायल हो गए. ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए. जिसमें से तीन डिब्बे पूरी तरह से पलट गए. यह ट्रेन बीकानेर से गुवाहाटी जा रही थी. नए साल में यह पहला बड़ा ट्रेन हादसा माना जा रहा है. पिछले करीब सात सालों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं. जिन्होंने लोगों को खौफजदा कर दिया. आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही रेल घटनाएं.
रेल हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई बोगियां एक-दूसरे पर चढ़ गयीं. इंजन से सटी एक दर्जन बोगियां बेपटरी हो गयीं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शुक्रवार की सुबह दुर्घटनास्थल का जायजा लेने के लिए पश्चिम बंगाल के मयनागुड़ी जायेंगे.
रेल दुर्घटना में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके निकट परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान रेल मंत्री ने कर दिया है. मृतकों के निकट परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा, जबकि गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये दिये जायेंगे. हल्की-फुल्की चोट जिन लोगों को लगी है, उन्हें 25-25 हजार रुपये रेल मंत्रालय की ओर से दिया जायेगा.
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