गुजरात की समुद्री सीमा की रक्षा कर रहे तट रक्षक बल के जहाज को देखने लोगों की भीड़ उमटी - JALORE NEWS
गुजरात की समुद्री सीमा की रक्षा कर रहे तट रक्षक बल के जहाज को देखने लोगों की भीड़ उमटी - JALORE NEWS
संजीव राजपूत-जीएनए ( 24 अक्टूबर 2022 ) डिफेंस एक्सपो 2022 के हिस्से के रूप में गुजरात के पोरबंदर में समुद्री सीमा की रक्षा करने वाले जहाज सजग और सार्थक को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। तटरक्षक बल द्वारा लाइव डेमो रेस्क्यू दिखाया गया।
भारत की तीनों सेनाओं द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी भारत मे बने आधुनिक हथियारों, रक्षा उत्पादों के लिए एशिया का सबसे बड़ा डिफेंस एक्सपो 2022 गांधीनगर में आयोजित किया गया था, जिसे 2 दिनों के लिए राज्य की जनता के देखने के लिए भी रखा गया, इसी एक्सपो के हिस्से के रूप में दरिया में निगरानी करते भारतीय तट रक्षक बल के जहाज को करीब से देखने का आयोजन भारतीय तटरक्षक बल द्वारा पोरबंदर जेट्टी में किया गया है ।
जिसमें भारतीय तटरक्षक जहाज सजग और सार्थक को समुद्र तट पर लगा हुआ देखने को लोगो के लिए रखा गया। भारतीय सेना के इस जहाज के पतवार और आंतरिक भाग को देखने के लिए लोग और बच्चे भारी उत्साह से उमड़ पड़े । आइए जानते हैं भारतीय तटरक्षक जहाज सजग के उसके सही नाम की तरह काम की दिलचस्प कहानी।
गुजरात की दरियाई तटरेखा 1600 किलोमीटर लंबी है और जब दुश्मन देश और सीमा घुसपैठिए भारत की शांति को कमजोर करने की कोशिश करते है तब उन्हें मिट्टी में मिला के उनके इरादों को नाकामियाब बनाने6 का काम यह भारतीय तट रक्षक दल के जहाज सजग प्रहरी बनके सामने खड़ा मिलता है। गोवा शिपयार्ड द्वारा निर्मित भारतीय तटरक्षक बल का पूरी तरह से स्वदेशी जहाज सजग अपने नाम के अनुसार दुश्मन के दांत खट्टे करने को सुसज्जित है।
दुश्मनों और घुसपैठियों को रोकने के लिए वह दिन हो या रात समुद्र पर बाज नजर रखता है। इसमें लगे आधुनिक हथियारों की आग की लपटें दुश्मन का सफाया करने में माहिर हैं। पोरबंदर को समुद्री तट में घुसपैठ का हब माना जाता है जिसके कारण तटरक्षक बल के अधिकांश जवान एवम अफसर यहाँ समुद्र के बीच में अपनी ड्यूटी करते हैं।
समुद्र में मछली पकड़ने के दौरान मछुआरों का बचाव, समुद्र में आने वाले जहाजों से तेल रिसाव की रोकथाम और प्रदूषण से लोगों और समुद्री जीवन के लिए खतरा रोकना, घुसपैठियों की रोकथाम, माफिया तस्करी पर रोक, खोज और बचाव कार्य को अंजाम देते हुए देश को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य तटरक्षक बल के इन जहाजों द्वारा किया जाता है। इसके अलावा अन्य छोटे जहाज अवम विमान 365 दिन अलर्ट रहकर देश की सेवा करते नजर आ रहे हैं। रात हो या दिन, सर्दी हो या गर्मी चौबीस घंटे, 365 दिन, वे सतर्कता और सजगता से अपना कर्तव्य निभाते हैं।
जहां तक तटरक्षक अधिकारियों और जवानों का सवाल है जो स्वयं सजग को नियंत्रित करते हैं, विभिन्न अधिकारी विभिन्न चरणों में पोत का प्रबंधन और नियंत्रण करते हैं। तटरक्षक बल के सभी कर्मी अपने उद्देश्यों के लिए दिन-रात पूरी तरह से सुसज्जित हैं। चाहे वह केबिन से जहाज को नियंत्रित करने वाले या 75 मिमी स्वचालित बंदूक को नियंत्रित करने वाले, या जहाज के सभी हिस्सों को नियंत्रित करने या निरीक्षण करने वाले इंजीनियर, या जहाज को नेविगेट करने वाले अधिकारी एवम जवान हो। यह सब पूरे जहाज की विशेष देखभाल करने के लिए एक सर्वेयर एवम सहकारी संगठन से लैस हैं।
समुद्री सीमा में दुश्मन के साथ अवम बचाव कार्य को किस तरह से अंजाम दिया जाता है इसका एक डेमो भी यहां प्रस्तुत किया गया जिसमें भारतीय तटरक्षक बल में शामिल सभी बड़े और छोटे जहाज, विमान और बचाव दल, दुश्मन को कैसे धूल चटाई जाती है और किस तरह से खोज और बचाव कार्य किये जाते है उसे प्रदर्शित किया गया। भारत की समुद्री सीमा भारतीय तटरक्षक बल के हाथों में है, जिसके कारण हमारी समुद्री सीमा पूरी तरह से सुरक्षित रहती है और दुश्मन की सभी गतिविधियों को विफल कर देती है।
भारतीय तटरक्षक बल व्याम रक्षाम के जिसका अर्थ है कि हम रक्षा करते है उसके अनुरूप पूरी तरह से सुसज्जित और सतर्क है और भारत की समुद्री सीमाओं में घुसपैठ करने वाले लोगों के खिलाफ दृढ़ संकल्पित है। भारत मां की सेवा में 24 घंटे अपने परिवार से दूर रहकर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देश और देश की जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी यह भारतीय तट रक्षक बल के जांबाज जवान एवम अफसर निभाते है जिसके लिए भारत के प्रत्येक नागरिक को गर्व है और यह अधिकारियों के जज्बे के लिए सलाम है।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें