bhinmal news मंथन साहित्यिक परिवार द्वारा सामाजिक समस्याओं पर परिचर्चा
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bhinmal news मंथन साहित्यिक परिवार द्वारा सामाजिक समस्याओं पर परिचर्चा
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 30 मई 2023 ) bhinmal news मंथन साहित्यिक परिवार द्वारा आयोजित परिचर्चा में वंदना कानूनगो द्वारा गणेश वंदना व कुमारी मधुबाला शांडिल्य द्वारा सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ हुआ।
कार्यक्रम रेखा राठौर राजगढ़ की अध्यक्षता परमानंद राठौर गुराड़िया वर्मा के मुख्य आतिथ्य, वंदना कानूनगो खण्डवा के विशिष्ट आतिथ्य में संचालक रामेश्वर देवभान करनाल हरियाणा द्वारा आयोजित हुआ ।
योग जीवन का आधार विषय पर चर्चा करते हुए वंदना कानूनगो ने महर्षि पतंजलि के प्रथम सूत्र- अथ योगानुशासनम् से वर्तमान के जल वायु अन्न वाणी प्रदूषण के वातावरण में सामान्य जीवनयापन के लिए योगिक क्रियाओं की अनिवार्य आवश्यकता है ।
भरत गहलोत प्रवक्ता मंथन साहित्यिक परिवार ने सोशल मीडिया का हम नहीं अपितु मीडिया हमारा उपयोग कर रहा है विषय पर आए दिन साइबर, वाट्सएप, इंस्टाग्राम पर हो रही ठगी से स्वयं पर घटित घटना के उद्धरण के साथ आमजन को सजग व सचेत रहने हेतु आगाह करते हुए स्वरचित कविता पाठ किया । मैं हर रोज फूल खिलाता हूँ । सोनल शर्मा अम्बाह जिला मुरैना ने जीवन में नैराश्यता अभिशाप है पर प्रभावी वक़्तव्य देते मुंशी प्रेमचंद के अनुसार निराशा चारों ओर अंधकार बन कर दिखाई देती है। निराशा पुरुषार्थ और कर्तव्य से हटाकर भाग्यवादी बना देती है । इसके साथ ही उच्छृंखलता का सामाजिक जीवन पर प्रभाव पर अपने विचार व्यक्त करते हुए समाज पर पाश्चात्य की आधुनिकता का प्रभाव ने युवाओं को उच्छृंखल बना दिया है । यदि नियंत्रण नहीं कर पाए तो निश्चित ही भीषण परिणाम भोगने पड़ेंगे। उच्छृंखलता से द्रवित हो अपने उद्गार इन पंक्तियों में प्रकट किए ।
मुख्य अतिथि परमानंद राठौर ने आशीष बचन के रूप में बड़ों का सम्मान के साथ सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन में अपना योगदान करने का आव्हान किया । एक सुधी साहित्यकार की अभिव्यक्ति सुरीले कंठ से यों प्रस्फुटित हुई ।
अंधेरे कब तक यहां, अपना चेहरा छुपाएंगे ।
इरादों की जमी होगी, हौंसलों का गगन होगा ।
सफलता के सुमन से, काव्य की बगिया सताएंगे।
राजेश शर्मा नागपुर ने अध्यक्ष के काव्यमय उद्बोधन की भूरी-भूरी सराहना की । कार्यक्रम में वृंदावन राय सरल सागर, गजानन पाण्डेय हैदराबाद रामेश्वरदेव, अनिल चौबीसा, मीनेष चौहान फरुखावाद, रेखा राठौर, भरत गहलोत जालोर की रोचक रचनाओं का पटल ने भरपूर आनंद उठाया ।
मंच संयोजक बच्चूलाल दीक्षित ने व्यक्तिगत आभार मानते हुए आगामी रविवार युवा साहित्यकारों के साक्षात्कार आयोजन की सूचना दी ।
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