एक बार फिर से आया मामला सामने स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हुए अन्नपूर्णा फूड पैकेट के मसाले
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एक बार फिर से आया मामला सामने स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हुए अन्नपूर्णा फूड पैकेट के मसाले
जैसलमेर ( 24 अगस्त 2023 ) एक बार फिर से आया मामला सामने अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजनाओं को लेकर राजस्थान में 10 दिन पहले शुरू हुई। राजस्थान सरकार की ओर से 15 अगस्त से बांटे जा रहे अन्नपूर्णा फूड पैकेट में दिए जा रहे सामान की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं। राजस्थान सरकार अपनी कमी चुपने में लगाया हुआ है। राजस्थान कुल मिलाकर राजस्थान के भोली भाली जनता और आमजनता को धोखा दे रहे हैं ।
राज्य सरकार की विधानसभा चुनाव के लिहाज से अहम मानी जा रही मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत पात्र लोगों को बांटा जा रहा नमक, हल्दी, मिर्ची और धनिया स्वास्थ्य के लिए खतरनाक यानी असुरक्षित पाया गया है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की तरफ से इन खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच करवाई गई थी। नमूनों की जांच में उक्त सारी खाद्य सामग्री निर्धारित मापदंडों के अनुसार नहीं पाई गई है और फूड सेफ्टी एंड स्टेंडर्ड एक्ट, २००६ के अनुसार असुरक्षित व सब स्टेंडर्ड यानी निम्र स्तरीय की श्रेणी में पाई गई है। इस जांच रिपोर्ट के सामने आने के बाद जिला प्रशासन की तरफ से सामान सप्लाई करने वाली जयपुर स्थित फर्म को पत्र लिखा गया है। अतिरिक्त कलक्टर और फूड पैकेट के लिए नोडल अधिकारी गोपाललाल स्वर्णकारी ने इस संबंध में फर्म को लिखे पत्र में निर्देशित किया है कि बैच नं. १, २, ३ और ८ की सम्पूर्ण सामग्री अपनी लागत पर तुरंत बदलने की कार्रवाई करे और कहा कि इस कार्य में लापरवाही या देरी करने पर किसी भी प्रकार से लाभार्थियों को होने वाली हानि की जिम्मेदारी फर्म की रहेगी।
पहली नजर में गुणवत्ताविहीन
राज्य भर की भांति जैसलमेर जिले में भी अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरण योजना का आगाज गत १५ अगस्त को आनन-फानन में किया गया था। तब फूड किट में शामिल मिर्ची, धनिया आदि सामग्री को पहली नजर में देखने से ही उनकी गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हो गए थे। जिला प्रशासन ने तब स्वास्थ्य विभाग से सामग्री की गुणवत्ता जांच के लिए सैम्पलिंग करवाई और इसके नतीजों के बारे में २२ अगस्त को सीएमएचओ कार्यालय ने जिला प्रशासन को सूचित किया। जिसके अनुसार बैच नं. १ की मिर्ची, बैच २ की हल्दी, बैच ३ का धनिया और ८ का नमक खाने के लिहाज से असुरक्षित व स्तरीय नहीं है। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। बताया जाता है कि जांच में खाने का तेल, चीनी और दाल के नमूने सही पाए गए हैं।
८२ प्रतिशत के लिए डीलर्स को सामग्री भेजी
जानकारी के अनुसार सीमांत जैसलमेर जिले में मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के लिए ९४५०० परिवार लाभार्थियों के तौर पर चिन्हित किए गए हैं। बताया जाता है कि उनमें से ८१ हजार से ज्यादा के लिए फूड पैकेट राशन डीलर्स को भिजवाए जा चुके हैं। सैम्पलिंग में फैल पाए गए हल्दी, धनिया, मिर्ची और नमक के पैकेट की फिलहाल लाभार्थियों को आपूर्ति नहीं की जाएगी और संबंधित फर्म डीलर्स से अवितरित पैकेट वापस लेगी। ऐसे में जिन हजारों परिवारों तक ये पैकेट सप्लाई हो चुके हैं, उनमें से जिन्होंने अब तक इन निम्रस्तरीय मसालों का उपभोग कर लिया है, उनके बारे में कुछ नहीं किया जा सकता। वहीं जिन्होंने इस सामग्री का अब तक उपभोग नहीं किया है, वे उन्हें लौटा सकेंगे। वैसे अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत पात्र परिवारों को नि:शुल्क वितरित की जाने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर जैसलमेर सहित प्रदेश भर में सवाल उठाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि राज्य सरकार की तरफ से अगस्त से प्रत्येक महीने पात्र परिवारों को फूड पैकेट वितरित करने की यह योजना है।
हमने त्वरित कार्रवाई की
मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत वितरित सामग्री की हमने अपने स्तर पर सैम्पलिंग करवाकर प्रयोगशाला में उनकी डबल जांच करवाई है। जैसे ही इसकी रिपोर्ट मिली, सभी डीलर्स से कहा गया कि वे फूड पैकेट्स का वितरण रोक दें। इन पैकेट्स को वापस लिया जाएगा। प्रशासन की तरफ से सप्लाई करने वाली संबंधित फर्म को जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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सांवरमल रैगर,
जिला रसद अधिकारी,
जैसलमेर
पूर्व मामले सामने आया था अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना
प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से 15 अगस्त को अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की शुरुआत की गई थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मिर्च पाउडर के खराब क्वालिटी होने का संदेह जताया जा रहा है। ये वीडियो बाड़मेर का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर प्रशासन की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाड़मेर में सप्लाई करने वाली कंपनी के वेयर हाउस में पहुंचकर अन्नपूर्णा फूड पैकेट के तहत मिलने वाली सामग्री के सैंपल लिए। वीडियो बाड़मेर जिले के धनाऊ गांव का है। इस संबंध में धनाऊ तहसीलदार को भेजकर जांच करवाई गई है, लेकिन अभी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। पहली बार में देखने पर मिर्च पाउडर का रंग हल्का लाल है, जिसके कारण उसकी क्वालिटी पर संदेह किया जा रहा है।
अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना
प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से 15 अगस्त को अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना की शुरुआत की गई थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मिर्च पाउडर के खराब क्वालिटी होने का संदेह जताया जा रहा है। ये वीडियो बाड़मेर का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर प्रशासन की टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाड़मेर में सप्लाई करने वाली कंपनी के वेयर हाउस में पहुंचकर अन्नपूर्णा फूड पैकेट के तहत मिलने वाली सामग्री के सैंपल लिए। वीडियो बाड़मेर जिले के धनाऊ गांव का है। इस संबंध में धनाऊ तहसीलदार को भेजकर जांच करवाई गई है, लेकिन अभी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। पहली बार में देखने पर मिर्च पाउडर का रंग हल्का लाल है, जिसके कारण उसकी क्वालिटी पर संदेह किया जा रहा है।
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