मालव केसरी वरिष्ठ मुनिराज हितेशविजय म सा का आचार्य पद पाटोत्सव 23 से - BHINMAL NEWS
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रविवार को 72 जिनालय में साधु-साध्वियों का होगा प्रवेश - Sadhus and Sadhus will enter 72 temples on Sunday
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 20 जनवरी 2024 ) श्री सौधर्म बृहत्तपागच्छीय त्रिस्तुतिक संघ के गच्छाधिपति आचार्य ॠषभचंद सूरीश्वर के पट्टप्रभावक, मुनिप्रवर जयप्रभ विजय म सा के शिष्य मालव केसरी वरिष्ठ मुनिराज हितेशविजय म सा के आचार्य पद के लिए पाटोत्सव का आयोजन 23 से 25 जनवरी तक किया जा रहा है । पाटोत्सव का मुख्य समारोह गुरुवार को आयोजित होगा ।
मालव केसरी पाटोत्सव समिति के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि त्रिस्तुतिक जैन समाज के आचार्य ॠषभचंद सूरीश्वर म सा के देवलोक गमन के पश्चात रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए विचार विमर्श कर सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि हितेशविजय म सा को आचार्य पद से अलंकृत किया जावे । पाटोत्सव हेतु जावरा, आहोर, भीनमाल, जालोर, मोहनखेडा तीर्थ, अहमदाबाद आदि अनेक संघों से विनती की गई । सर्वानुमति से भीनमाल श्री संघ को यह लाभ मिला। पाटोत्सव के उपलक्ष में पंचाचार महोत्सव के तहत त्रिदिवसीय कार्यक्रम रखा गया है ।
ये होगा कार्यक्रम
त्रिदिवसीय कार्यक्रम के तहत मंगलवार को प्रातः सूरि मंत्र महा पूजन, स्वामीवात्सल्य, कपड़े रंगने का कार्यक्रम, स्वामीवात्सल्य, मेहन्दी वितरण, भक्ति एवं विराट कवि सम्मेलन । बुधवार को राज रविन्द्र भवन नाहर बेन्क्वेट से वरघोडा, स्वामीवात्सल्य, राजेन्द्र सूरि गुरु पद महा पूजन, छाब भराई, स्वामीवात्सल्य, गाँव सांझी, भव्य भक्ति संध्या का आयोजन होगा । गुरुवार को जाजम पाटोत्सव के चढावे, आचार्य पद की क्रिया प्रारम्भ, स्वामीवात्सल्य, पार्श्वनाथ पंच कल्याणक पूजन, महा आरती का आयोजन होगा ।
साधु साध्वी का प्रवेश
त्रिदिवसीय कार्यक्रम के तहत रविवार को प्रातः 72 जिनालय में साधु-साध्वियों का मंगल प्रवेश होगा ।उसके पश्चात जिन मंदिर दर्शन, मांगलिक प्रवचन, स्वामीवात्सल्य, पार्श्वनाथ पंच कल्याणक पूजन का आयोजन होगा । सोमवार को स्नात्र पूजन, प्रवचन, स्वामीवात्सल्य, महावीर पंच कल्याणक पूजन का आयोजन होगा ।
जीवन परिचय
मालव केसरी वरिष्ठ मुनिराज हितेशविजय म सा के जन्म का नाम मुकेशकुमार, जन्मतिथि भाद्रपद सुदी 10, जन्म तारीख 11 सितम्बर 1970, जन्मस्थान बरमण्डल ( म. प्र. ), पिता गेन्दालाल, माता सुमनबाई, गौत्र पिपाडा, मुनि नाम हितेशचंद्रविजय, दीक्षा तिथि वैशाख सुदी 6, दीक्षा तारीख 04-05-1987 सोमवार, दीक्षा स्थल भीनमाल, गुरु जयप्रभ विजय म सा, बड़ी दीक्षा तिथि कार्तिक सुदी 2, बड़ी दीक्षा स्थल मोहनखेडा तीर्थ, विहार क्षेत्र मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, बिहार, निमाड़, विहार यात्रा 40 हजार किलोमीटर, मानद उपाधि शासन रत्न, मालव केसरी, प्रवचन मार्तण्ड, शासन प्रभावक, युवा ह्रदय सम्राट, संघ समन्वयक ।
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