भाण्डवपुर में निकला ऐतिहासिक वरघोड़ा महातीर्थ में भव्य प्रतिष्ठोत्सव आज, मंदिर में विराजेगे भगवान - BHINMAL NEWS
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भाण्डवपुर में निकला ऐतिहासिक वरघोड़ा महातीर्थ में भव्य प्रतिष्ठोत्सव आज, मंदिर में विराजेगे भगवान - BHINMAL NEWS
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 18 फरवरी 2024 ) BHINMAL NEWS भाण्डवपुर महातीर्थ में तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठोत्सव के आयोजन में भव्य वरघोडा का आयोजन किया गया ।
मिडिया प्रभारी कुलदीप प्रियदर्शी ने बताया कि भाण्डवपुर महातीर्थ में रात्रि से ही श्रद्धालु गुरुभक्तों का आगमन प्रारम्भ हो गया । प्रातः की नवकारसी के पश्चात् हजारों की संख्या में गुरुभक्त सजधज कर चन्द्रलोक जैन तीर्थ पर पहुँचे । जहाँ से भव्यातिभव्य वरघोड़ा गच्छाधिपति नित्यसेनसूरि, भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्य जयरत्नसूरि, आचार्य प्रद्युम्नविमलसूरि, आचार्य नरेन्द्रसूरि आदि विशाल श्रमण-श्रमणिवृन्द की निश्रा में पाँच हाथी, चार घोड़े, सुसज्जित बग्घियों में वीरप्रभु, दादा गुरुदेव, योगिराज, पुण्य-सम्राट के चित्र लेकर बैठे लाभार्थी परिवार, बैण्ड की मधुर धुनों पर एवं ढोल की थाप पर नृत्य करते गुरुभक्तों के साथ ही देश के विभिन्न प्रान्तों से आई नृत्य मण्डलियों के साथ प्रारम्भ हुआ ।
तीन किलोमीटर लम्बे इस मरुधर में प्रथम बार निकले भव्यातिभव्य ऐतिहासिक वरघोड़े को निहारने निकटवर्ती ग्राम-नगरों के अतिरिक्त समग्र भारत के जैन संघ, परिषद् परिवार के साथ ही इतरजन भी आए । सभी निहारने वालों के मुख पर एक ही बात थी कि अद्भुत एवं अवर्णनीय वरघोड़ा प्रथम बार देखने को मिला । तीर्थ की ओर से सम्पूर्ण वरघोड़े में नगरवासियों को प्रसाद वितरण किया गया । जैन युवा मंच सायला ने पूर्ण निष्ठा, लगन और समर्पण के साथ वरघोड़े का सुसंचालन किया एवं प्रतिष्ठोत्सव के अन्तर्गत सभी बहुमान के वरघोड़ा का संचालन किया ।
महावीर जैन श्वेताम्बर पेढ़ी (ट्रस्ट), वर्धमान-राजेन्द्र जैन भाग्योदय ट्रस्ट (संघ), तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के द्वारा सम्पादित इस प्रतिष्ठोत्सव में शुभ मुहूर्त्त में गच्छाधिपति नित्यसेनसूरि एवं आचार्य जयरत्नसूरि महाराज द्वारा सुप्रसिद्ध विधिकारक सत्यविजय हरण के मन्त्रोच्चार के साथ सभी प्रतिमाओं का अंजन विधान हुआ ।
महोत्सव के चवदहवें दिन प्रातः प्रतिष्ठित होने वाली प्रतिमाओं का शुभ मुहूर्त्त में नवाणु अभिषेक कर उनका 52 जिनालय, आगम मन्दिर, शाश्वत चैत्य, गुरु मन्दिर, समाधि मन्दिर में प्रतिमाओं का प्रवेश करवाया गया ।
क्षत्रियकुण्ड नगरी में प्रतिष्ठा निमित्त मंगल गीत (गीत साँझी) का लाभ जामतराज गोवाणी नेमीचन्द छगनराज नागोत्रासोलंकी-चौराऊ ने एवं मेहन्दी वितरण का लाभ जामतराज गोवाणी हंजादेवी, सुखीदेवी नागोत्रासोलकी-चौराऊ ने लिया ।
महिला परिषद् की विभिन्न शाखाओं ने नृत्य, गीत के साथ प्रतियोगिताओं द्वारा कार्यक्रम में सुन्दर बनाया ।
दोपहर में गौतमलब्धि महापूजन संघवी मोहनदेवी साँवलचन्द बालगोता-मेंगलवा की ओर से संगीत की मधुर स्वर लहरियों के साथ क्रिया मण्डप में आयोजित की गई । भाण्डवपुर तीर्थ में निर्मित राजेन्द्रसूरि गुरु मन्दिर लाभार्थी गुणीदेवी सुमेरमलजी नरसाजी बालगोता-मेंगलवा, पुण्य-सम्राट जयन्तसेनसूरि समाधि मन्दिर व ध्वजा लाभार्थी मुन्नीलाल मंगलचन्द हिराणी परिवार-रेवतड़ा एवं योगिराज शान्तिविजय समाधि मन्दिर ध्वजा, दण्ड् कलश लाभार्थी दिवादेवी रूपचन्द बालड़-पादरू उपरोक्त तीनों लाभार्थी परिवारजनों का बहुमान क्षत्रियकुण्ड नगरी में किया गया ।
प्रातः की नवकारसी भाग्यवन्तीदेवी पृथ्वीराज संकलेचा-मेंगलवा की ओर से, दोपहर की नवकारसी नेमीचन्द नगराज झोटा-दाधाल की ओर से एवं सायं की नवकारसी सागरमल नेनमल प्रागाणी संकलेचा-मेंगलवा की ओर से हुई ।
कुमारपाल महाराजा की आरती का लाभ हीराचन्द समरथमल झोटा-दाधाल ने लिया ।
सायं परिषद् परिवार की ओर से तीर्थ परिसर में बिन्दोली निकाली गई । मंदिर दर्शनार्थ महिदपुर के विधायक दिनेश जैन, रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी, पूर्व जनअभाव अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष पुखराज पारासर आये ।
आयोजन में लाभार्थी परिवार की ओर से प्रभावना वस्तीमल केसाराम गुलेच्छा-जीवाणा की ओर से, परमात्मा एवं गुरु प्रतिमाओं की नयनाभिराम अंगरचना संघवी बाबूलाल कुन्दनमल गुलेच्छा-सायला की ओर से एवं प्रभु भक्ति एवं रोशनी ललितकुमार धीरजमल गुलेच्छा-सायला की ओर से हुई ।
आज के आयोजन
महोत्सव के पन्द्रहवें दिन प्रतिष्ठा निमित्त शुभ मुहूर्त्त में प्रभु एवं गुरु प्रतिष्ठा के साथ शिखर पर ध्वजा, दण्ड, कलश स्थापन विधिविधान के साथ लाभार्थी परिवारों द्वारा होगा । प्रतिष्ठा के अन्तिम दिन शाही करबा एवं फले चुन्दड़ी का आयोजन लाभार्थी परिवार की ओर से किया जायेगा । दोपहर में शान्तिस्नात्र महापूजन संगीतकार द्वारा विविध धुनों के साथ लाभार्थी परिवार द्वारा पढ़ाई जायेगी ।
प्रातः की नवकारसी, दोपहर की नवकारसी एवं सायं की नवकारसी लाभार्थी परिवार की ओर से होगी ।
आयोजन में लाभार्थी परिवार की ओर से प्रभावना, परमात्मा एवं गुरु प्रतिमाओं की नयनाभिराम अंगरचना एवं प्रभु भक्ति एवं रोशनी भी होगी ।
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