योगीराज नहीं होते तो तीर्थ का कायाकल्प नहीं होता : जयरत्नसूरीश्वर - BHINMAL NEWS
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भाण्डवपुर तीर्थ में प्रतिष्ठोत्सव समारोह की मची घूम - There is a lot of excitement regarding the consecration ceremony at Bhandavpur Tirtha.
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 7 फरवरी 2024 ) भाण्डवपुर महातीर्थ में तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठोत्सव के दौरान गच्छाधिपति नित्यसेनसूरीश्वर एवं भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्य जयरत्नसूरीश्वर म. सा. आदि विशाल श्रमण-श्रमणिवृन्द की शुभ निश्रा में विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन जारी है ।
क्षत्रियकुण्ड नगरी में धर्मसभा का आयोजन गच्छाधिपति नित्यसेनसूरीश्वर एवं भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्य जयरत्नसूरीश्वर म. सा., विमलगच्छाधिपति आचार्य प्रद्युम्नविमलसूरीश्वर म. सा., आचार्य नरेन्द्रसूरीश्वर म. सा. आदि विशाल श्रमण-श्रमणिवृन्द की शुभनिश्रा में हुआ ।
धर्म सभा में बोले आचार्य
मिडिया प्रभारी कुलदीप प्रियदर्शी ने बताया कि धर्मसभा में आचार्य नरेन्द्रसूरी म सा ने दादा गुरुदेव के द्वारा उद्धरित भाण्डवपुर तीर्थ की महिमा का बखान करते हुए कहा कि यह पुण्यवन्त भूमि है और जैसे मालवे में मोहनखेड़ा है वैसे मरुधर में यह तीर्थ मोहनखेड़ा है । आचार्य प्रद्युम्नविमलसूरीश्वर म सा ने कहा कि मनुष्य सहज बनें, सरल बनें तभी वह आत्मा मुक्ति को प्राप्त कर सकता है । जीवन में आँधी आए तभी वह गाँधी बन सकता है । आचार्य जयरत्नसूरी ने मनोबल रख इस तीर्थ को महातीर्थ बनाया है ।
भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्य जयरत्नसूरी म सा ने कहा कि मेरे गुरुदेव शान्तिविजय म सा नहीं होते तो इस भाण्डवपुर तीर्थ का काया कल्प नहीं होता । गुरु आज्ञा स्वीकार कर उन्होंने यह स्वप्न सँजोया उसका मूर्त्तरूप आज साकार है और आज यह तीर्थ विश्व के मानचित्र पर उच्च शिखर पर पहुँच गया है ।
बोले गये विभिन्न चढावें
मूल मन्दिर में बिराजमान होने वाली प्रतिमाओं को भराने के चढ़ावे बोले गए । जिसमें पन्नारत्न की विमलनाथ भगवान की प्रतिमा भराने का लाभ संघवी पारसमल नेनमल संकलेचा परिवार-मेंगलवा ने लिया, पुखराजरत्न की शान्तिनाथ की प्रतिमा भराने का लाभ संघवी पारसमल नेनमल संकलेचा परिवार-मेंगलवा ने लिया, गोखला नं. 5 में नेमीनाथ भगवान की प्रतिमा भराने का लाभ श्रीमती पानीदेवी कुन्दनमल गुलेच्छा परिवार-सायला ने लिया, गोखला नं. 6 में शान्तिनाथ भगवान की प्रतिमा भराने का लाभ हीराचन्द समरथमल झोटा परिवार-दाधाल ने लिया, गोखला नं. 7 में पद्मनाभस्वामी की प्रतिमा भराने का लाभ संघवी जेठमल कीनामल संकलेचा परिवार-मेंगलवा ने एवं गोखला नं. 8 में साँचा सुमतिनाथ भगवान की प्रतिमा भराने का लाभ मीठालाल नेनमल संकलेचा परिवार-मेंगलवा ने लिया ।
किया लाभार्थियों का बहुमान
तीर्थ परिसर में मन्दिर, भवन आदि के लाभार्थियों का बहुमान किया गया । जिसमें धाणसा संघ, मेंगलवा संघ, दाधाल संघ, मैसूर संघ, मदुराई संघ, सुराणा संघ, विजयवाड़ा संघ, राजेन्द्रसूरीश्वर जैन ट्रस्ट-चैन्नई, थराद संघ, शान्तिनाथ जैन श्वेताम्बर पेढ़ी, पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर पेढ़ी-सायला, वासणा संघ, डीसा संघ, बीजापुर संघ एवं धानेरा संघ का बहुमान किया गया ।
आज हुए ये कार्यक्रम
महोत्सव के तीसरे दिन तीर्थ परिसर में प्रतिष्ठा निमित्त नन्दावर्त्त पट्ट पूजन भँवरलाल कुन्दनमल छत्रगोता-मलाणी परिवार-चौराऊ की ओर से, लघु सिद्धचक्र पूजन दलीचन्द भूरमल भण्डारी परिवार-मेंगलवा की ओर से, लघु वीशस्थानक पट्ट पूजन चिराग दिनेशकुमार भूरमल भण्डारी परिवार-मेंगलवा की ओर से, राजेन्द्रसूरि गुरुपद महापूजन चम्पालाल भूरमल भण्डारी परिवार-मेंगलवा की ओर से आयोजित किये गये गया । प्रातः की नवकारसी सोनमल प्रतापचंद गोवाणी परिवार-चौराऊ, दोपहर की नवकारसी बाबूलाल धनराज डोडिया गाँधीमुथा परिवार-धुम्बड़िया एवं सायं की नवकारसी हिमतमल प्रेमचंद श्रीश्रीमाल परिवार-दाधाल की ओर से हुई । सायं कुमारपाल महाराजा की भव्य आरती का लाभ मनोहरमल पुखराज बालगोता परिवार-मेंगलवा ने लिया । आयोजन में लाभार्थी परिवार की ओर से प्रभावना कालूचन्द साँकलचन्द हुकमाणी परिवार-पाँथेड़ी, परमात्मा एवं गुरु प्रतिमाओं की नयनाभिराम अंगरचना आदिनाथ-राजेन्द्र जैन श्वेताम्बर संघ पेढ़ी-आकोली एवं प्रभु भक्ति एवं रोशनी अमरीदेवी रिखबचन्द वेलचंद छत्रगोता परिवार-सायला की ओर गई ।
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