जम्मू-कश्मीर: रियासी आतंकी हमले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, दहशतगर्दों का मददगार गिरफ्तार
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जम्मू-कश्मीर: रियासी आतंकी हमले में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, दहशतगर्दों का मददगार गिरफ्तार
दिल्ली ( 19 जुन 2024 ) जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हाल ही में हुए आतंकी हमले के मामले में पुलिस को पहली सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने आतंकी के सहयोगी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी ने ही आतंकियों को कई बार पनाह दी थी और उनके गाइड के रूप में काम किया था. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज कहा कि रियासी में यात्रा बस पर हमला करने के लिए आतंकवादियों को शरण देने और मार्गदर्शन देने वाले एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.बस के खाई में गिरने से नौ तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए. एसएसपी रियासी के अनुसार, आरोपी हकम दीन ने कई बार आतंकवादियों को आश्रय दिया, भोजन उपलब्ध कराया और उन्हें हमले वाली जगह पर निर्देशित किया.
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से 6000 रुपये बरामद किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि उन्होंने रियासी में हुए इस हमले के सिलसिले में अब तक लगभग 150 लोगों को हिरासत में लिया है.
क्या है पूरा मामला?
भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर चत्तरगला के ऊपरी इलाकों में एक संयुक्त जांच चौकी पर 11 जून की रात को, आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) घायल हो गए थे.
बुधवार शाम को जिले के गंडोह इलाके के कोटा टॉप गांव में तलाशी दल पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था.
सूत्रों ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों ने डोडा जिले के जय इलाके से तीन लोगों को हिरासत में लिया है. सूत्रों ने बताया कि तीनों में एक जोड़ा और एक किशोर शामिल है, जिन पर आतंकवादियों को भोजन उपलब्ध कराने और सुरक्षा बलों को उनकी गतिविधियों की सूचना नहीं देने का संदेह है. सूत्रों ने बताया कि तीनों लोगों से पूछताछ की जा रही है.
इससे पहले, पुलिस ने बताया था जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की जांच के सिलसिले में 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
पिछले सप्ताह चार आतंकवादी हमले हुए, जिनमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान और दो आतंकवादियों सहित 10 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए. ये हमले रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में हुए.
पुलिस ने 4 आतंकियों के स्केच किए हैं जारी
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डोडा जिले में हुए हमले में शामिल 4 आतंकवादियों के स्केच भी जारी किए हैं. साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. राजौरी और जम्मू जिलों के सुंदरबनी, नौशेरा, दोमाना, लम्बेरी और अखनूर इलाकों सहित घाटी के कई जिलों को हाईअलर्ट पर रखा गया है, क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षाबलों पर आतंकी संगठनों द्वारा और हमलों की चेतावनी दी है. अधिकारियों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों ने आतंकवादी संगठनों द्वारा सुरक्षा बलों के शिविरों, प्रतिष्ठानों पर फिदायीन हमले की योजना के बारे में चेतावनी दी है. इसे लेकर ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा है.
अचानक से क्यों बढ़ रहे आतंकी हमले?
जम्मू और कश्मीर में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं. इस विधानसभा चुनाव से पहले दहशतगर्द जम्मू-कश्मीर में खौफ फैलाना चाहते हैं. इसलिए आतंकियों ने ताबड़तोड़ हमले को अंजाम दिया है. खुफिया इनपुट के मुताबिक TRF का ऑफशूट हिट स्क्वाड जो फॉल्कन स्क्वाड के नाम से जाना जाता है, वो ऐसे हमलों को अंजाम दे रहा है. आतंकियों के इस गिरोह में विदेशी दहशतगर्द भी शामिल हैं. इसके अलावा हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की लंबी-लंबी कतारें भी पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के सरगनाओं को खटक रही है. इसलिए ये तत्व घाटी में अमन के माहौल को किसी भी हालत में खत्म करना चाहते हैं.
खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की शह पर जम्मू कश्मीर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तैयारी को निशाना बनाने की नीयत से ये हमले किये जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से जुड़े हलचल पर ISI की लगातार नजर है. खबर है कि इन हमलों की साजिश पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में रची गई थी. भारत की खुफिया एजेंसी का मानना है आने वाले दिनों में जम्मू कश्मीर में और खास तौर पर जम्मू में इसी तरीके के आतंकी हमले को अंजाम दिया जा सकता है.
आतंकियों का मददगार कौन?
इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रियासी से आतंकी के सहयोगी हाकम दीन को गिरफ्तार किया। उसकी उम्र 45 साल बताई जा रही है। वह मूलरूप से रजौरी का रहने वाला है। उसने आतंकियों को अपने घर में पनाह दी और खाना खिलाया। उक्त व्यक्ति ने गाइड का काम भी किया और घटना स्थल तक पहुंचने में उनकी मदद की, जहां आतंकियों ने बस पर अटैक किया था। इसके बदले में आरोपी को सिर्फ 6 हजार रुपये मिले थे, जिसके लिए उसने आतंकी हमले में 9 भारतीय मरवा दिए।
आरोपी को आतंकी हमले की पहले से थी जानकारी
हाकम दीन को पहले से पता था कि बस पर आतंकी हमला होने वाला है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि इस हमले में तीन आतंकवादी शामिल थे। ये तीनों आतंकी पाकिस्तानी हैं, जिन्होंने रियासी जिले में भक्तों से भरी बस को अपना निशाना बनाया। इसे लेकर पुलिस का कहना है कि जल्द ही तीनों आतंकियों को पकड़ लिया जाएगा। आपको बता दें कि इस मामले में पुलिस अबतक करीब 150 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इस आतंकी हमले की यह पहली गिरफ्तारी है।
जानें पुलिस ने क्या कहा?
रियासी आतंकी हमले पर एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया कि हाकम दीन ने कबूला है कि उसने इन आतंकवादियों को खाना और रहने की जगह मुहैया कराई थी। वो भी आतंकियों के साथ घटनास्थल पर रुका था। उसने फायरिंग की आवाजें भी सुनी हैं। घटना के बाद वो उनको लेकर भी निकला है। 3 बार आतंकवादी उसके घर पर आए हैं। आरोपी को आतंकवादियों को घटना स्थल पर ले जाने के लिए कहा गया था, जिसके लिए उसे 6000 रुपए भी मिले।
जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें कि रियासी में 9 जून को आतंकियों ने शिवखोड़ी से दर्शन कर वैष्णो देवी लौट रही एक बस पर गोलीबारी कर दी थी। एक गोली ड्राइवर के सिर लगी, जिससे बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इसके बाद भी आतंकी बस पर फायरिंग करते रहे, जिसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 41 यात्री घायल हो गए।
खाना-रहने के साथ लोकेशन तक पहुंचाया
एएसपी ने बताया कि हाकम कई बार आतंकियों को शरण देने में शामिल रहा है। खाना और रहने की जगह मुहैया कराने के साथ-साथ इसने गाइड का काम भी किया और घटना स्थल तक पहुंचने में आतंकियों की मदद की। गिरफ्तार व्यक्ति एक प्रमुख आतंकी सहयोगी है, जिसने हमले को अंजाम देने में आतंकियों की मदद की थी।
JALORE NEWS
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