अन्तरराष्ट्रीय कूड़ो प्रशिक्षकों ने सिखाए 2500 से अधिक बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर
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जोधपुर मुख्यालय पर प्रशिक्षण शिविर जारी - Training camp continues at Jodhpur headquarters
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
जोधपुर ( 18 जुलाई 2024 ) कूड़ो इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा शहर में चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे चरण का समापन कुड़ी भक्तासनी स्थित सेंसेई राज अकैडमी ऑफ मिक्स्ड मार्शल आर्ट एंड कॉम्बैट फिटनेस के इंडोर हाॅल में हुआ ।
कूडो भारत के मुख्य प्रशिक्षक हान्शी मेहुल वोरा के मुख्य आथित्य व अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षक व राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित शिहान् राजकुमार मेनारिया की अध्यक्षता में संपन्न हुआ ।
कूड़ो जोधपुर के अध्यक्ष एवं मुख्य प्रशिक्षक संसाई गोविंद प्रजापत ने बताया कि कूड़ो के वर्तमान विश्व चैंपियन सेंसेई टेरागुची नोरिहिडे (जापान) ने अपने प्रशिक्षण के दूसरे चरण में दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस पाॅल) बी.आर. बिरला स्कूल एवं चैतन्य टेक्नो स्कूल सहित 20 से अधिक स्कूलों के विद्यार्थियों को कूड़ो का प्रारम्भिक एवं एडवांस प्रशिक्षण दिया । राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक शिहान् राजकुमार मेनारिया ने इस द्वितीय चरण में 2500 से अधिक लड़के व लड़कियों को आत्म रक्षा की तकनीक एवं आसान दाव-पेचों का प्रशिक्षण दिया । मेनारिया ने बताया कि आत्मरक्षा और शरीर रक्षा दो अलग-अलग आयाम है । शरीर रक्षा की तकनीक को सीख कर अभ्यास करने से हम इसमें निपुण हो सकते हैं । मगर सचमुच आत्मरक्षा हमारे जीवन शैली पर निर्भर करती है । उन्होंने कहा कि अवेयरनेस, नॉलेज एंड एक्शन यह तीन चीजें आत्मरक्षा में सफलता सुनिश्चित करती है । महिलाएं एवं बालिकाओं को गलत लोगों से गलत बातों से गलत आदतों से गलत स्थानों से सुरक्षित दूरी पर रहने का मंत्र देते हुए आवाहन किया कि वह कूड़ो का प्रशिक्षण लेकर अपनी तथा अपनों की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करें।
डी.पी.एस. पाॅल स्कूल के निदेशक बी.एस. यादव ने कूड़ो के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों की इस टीम का स्वागत सम्मान् करते हुए भारत के नौजवानों के लिए किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की और कहा कि कूड़ो की अंतर निहित भावना और क्षमता को जानने और समझने के बाद मैं आश्वस्त हूं कि यह केवल एक खेल नहीं जीवन बदलने का स्रोत बन सकता है । उन्होंने आश्वस्त किया कि डी.पी.एस. निश्चित रूप से कूड़ो को कॅरिकुलम का हिस्सा बनाएगा । प्रिंसिपल अभिलाषा शाॅ ने सभी लड़कियों के लिए इस प्रशिक्षण को आवश्यक बताते हुए कहा कि इस खेल को प्रमोट करने की महत्ति आवश्यकता है ।
शिविर निदेशक सेंसेई गोविंद प्रजापत ने बताया कि समापन समारोह के मुख्य अतिथि हान्शी मेहुल वोरा एवं शिविर के मुख्य प्रशिक्षक विश्व विजेता टेरागुची नोरिहिडे को साफा पहनाकर, फूल मालाओं से सम्मान कर आभार जताया और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया । अंत में अतिथियों द्वारा शिविरार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए हैं । अंत आरीगातो-गोजाए-मास के धन्यवाद भरे उद्घोष एवं तालिया की गड़गड़ाहट के साथ समारोह संपन्न हुआ ।
JALORE NEWS
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