राज्य भर में कल नहीं चलेंगी प्राइवेट बसें, रहेगा चक्काजाम…ये है बड़ी वजह
![]() |
Private-Bus-Operators-Strike-in-Rajasthan |
राज्य भर में कल नहीं चलेंगी प्राइवेट बसें, रहेगा चक्काजाम…ये है बड़ी वजह
जयपुर ( 27 अगस्त 2024 ) Private Bus Operators Strike in Rajasthan ; मांगें पूरी नहीं होने पर बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन राजस्थान की ओर से 27 अगस्त को राजस्थान की निजी बसों का चक्काजाम करने की घोषणा की गई है।
प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण साहू ने बताया कि परिवहन विभाग को कई बार समस्या समाधान के लिए ज्ञापन दिए गए लेकिन विभाग की ओर से निजी बस ऑपरेटर्स की समस्या का समाधान आज तक नहीं किया गया।
ये है बड़ी वजह
इससे पहले 23 सूत्रीय मांग पत्र विभाग को दिया गया। करीब 13 मांगें स्वीकार की गई थी, लेकिन आदेश जारी नहीं किए गए। इससे बस ऑपरेटर में भारी रोष व्याप्त है। महासचिव रवि प्रकाश सैनी ने बताया कि लोक परिवहन सेवा के परमिट जारी करने, ऑनलाइन टीपी के साथ – साथ ऑफलाइन टीपी भी जारी करने, अस्थाई परमिट की अवधि 24 घंटे रखी जाने, परिवहन व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देने सहित कई मांगों को लेकर एक दिवसीय चक्का जाम किया जाएगा। संरक्षक अनिल जैन ने बताया कि करीब तीस हजार बस ऑपरेटर पूरे दिन अनिश्चितकालीन हड़़ताल पर रहेंगे।
एक साल पहले इन मांगों पर बनी सहमति
चुनाव में बसों का उपयोग लेने पर सरकार या प्रशासन भुगतान रीट पेपर के समान करेगा
लोक परिवहन सेवा की बसों की एज कंडीशन 8 साल की जगह 9 साल की जाएगी
पूर्व में ऑपरेटर बसों का एज कंडीशन ऑल इंडिया परमिट की बसों के समान 12 वर्ष करने की मांग की थी
बस व्यवसाय को उद्योग का दर्जा दिलाने की मांग, इससंबंध में नीतिगत निर्णय करके प्रस्ताव वित्त विभाग में भेजा जाएगा
बस अड्डा प्राधिकरण लागू होने पर हर तहसील स्तर पर प्राइवेट बसों का स्टेण्ड बने
प्राइवेट बस स्टैंड के लिए स्थानीय निकायों से संपर्क करके भूमि चिह्नित करने के लिए स्थानीय परिवहन अधिकारियों को निर्देश
बजट में किए गए 2500 परमिट जारी करने की घोषणा को लागू,आदेश जारी किए
हजारों बसें बंद रहेंगी, लाखों यात्री होंगे परेशान!
प्राइवेट बस ऑपरेटर्स की मानें तो प्रदेशभर में 30 हजार से ज्यादा प्राइवेट बसें संचालित होती है। अलग-अलग जिलों, शहरों और रूटों पर चलने वाली इन बसों का संचालन मंगलवार को बंद रहेगा। बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन का कहना था कि अगर बसों का संचालन बंद हाेता है तो इससे प्रदेशभर में 10 लाख से ज्यादा यात्री प्रभावित होंगे।
2014 में तय हुआ था निजी बसों का किराया
एसोसिएशन के महासचिव शकील मिर्जा ने बताया कि निजी बसों का किराया 2014 में तय किया गया था. इसके बाद कईं बार टैक्स, डीजल, बीमा, टोल, पार्ट्स और बसों की कीमत बढ़ चुकी है. इसके बावजूद भी अन्य राज्यों की अपेक्षा राजस्थान में किराया कम है. ऐसे में, राजस्थान में भी अन्य राज्यों के समान 1 रुपए 40 पैसे प्रति यात्री प्रति किलोमीटर किराया तय किया जाए. चुनाव में निजी बसों का किराया 2250 रुपए से बढ़ाकर अन्य राज्यों के समान 4500 रुपए और डीजल प्रतिदिन किया जाए.
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें