जवाई बांध के पानी पर किसानों का महापड़ाव: तीसरे दिन भी जारी, भजन संध्या और रैली से आंदोलन को मिली नई मजबूती - JALORE NEWS
![]() |
Farmers-protest-on-the-water-of-Jawai-Dam-continued-on-the-third-day-as-well |
जवाई बांध के पानी पर किसानों का महापड़ाव: तीसरे दिन भी जारी, भजन संध्या और रैली से आंदोलन को मिली नई मजबूती - JALORE NEWS
जालौर ( 21 नवंबर 2024 ) JALORE NEWS जालोर जिले में जवाई बांध के पानी और जवाई नदी के पुनर्जीवन को लेकर किसानों का महापड़ाव तीसरे दिन भी जारी है। भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसान जिला कलेक्ट्रेट के सामने अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। आंदोलन को मजबूती देते हुए किसानों ने रात में भजन संध्या का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों और उनके परिवारों ने भाग लिया। इसके अलावा, किसानों ने अपनी मांगों को और मुखर करने के लिए आज रैली निकालने की घोषणा की है।
किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर सरकार की ओर से लिखित आश्वासन नहीं मिलता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
किसानों की मुख्य मांगें
किसानों की प्रमुख मांगों में जवाई बांध के पानी का एक तिहाई हिस्सा जालोर के लिए निर्धारित करना और जयपुर कार्यालय में लंबित पड़े लगभग 125 करोड़ रुपये के फसल बीमा मुआवजे का समय पर भुगतान करना शामिल है। किसान नेता रतन सिंह कानीवाड़ा ने बताया कि जवाई बांध बनने के बाद जिले का भू-जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है, जिससे खेती और पीने के पानी की समस्या गंभीर हो गई है।
महापड़ाव स्थल पर जिले के अलग-अलग गांवों से किसान बड़ी संख्या में जुट रहे हैं। जवाई नदी के पुनर्जीवन और जल संकट के समाधान की मांग किसानों की प्राथमिकता बनी हुई है।
भजन संध्या से आंदोलन को नई ऊर्जा
महापड़ाव के तीसरे दिन रात को भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें धार्मिक और सामाजिक एकता का संदेश दिया गया। किसानों और स्थानीय कलाकारों ने भक्ति गीत प्रस्तुत कर आंदोलन में शामिल सभी लोगों का उत्साह बढ़ाया। इस आयोजन से आंदोलन में नई ऊर्जा का संचार हुआ और किसानों का हौसला मजबूत हुआ।
आज निकाली जाएगी रैली
किसानों ने महापड़ाव को आगे बढ़ाते हुए आज जालोर मुख्यालय पर रैली निकालने का निर्णय लिया है। रैली के जरिए किसान अपनी मांगों को प्रशासन और जनता के सामने प्रभावी ढंग से रखेंगे।
जोगेश्वर गर्ग ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
राजस्थान विधानसभा के सरकारी मुख्य पर्यवेक्षक जोगेश्वर गर्ग ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जवाई नदी को पुनर्जीवित करने और जल संकट का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने पत्र में जवाई झील से पानी छोड़ने और नदी को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस योजना बनाने का अनुरोध किया है।
गर्ग ने जवाई तट के ऐतिहासिक और वर्तमान संदर्भों को रेखांकित करते हुए बताया कि 1946 में जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह ने जोधपुर शहर की जल आपूर्ति के लिए जवाई तट का निर्माण कराया था। लेकिन जवाई बांध बनने के बाद नदी में पानी गिरना बंद हो गया, जिससे जालोर और आसपास के क्षेत्रों का भू-जल स्तर गंभीर रूप से प्रभावित हुआ।
जल संकट और किसानों की भावनाएं
गर्ग ने जालोर को 'डार्क जोन' घोषित किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए जवाई नदी में कम से कम 25% पानी छोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने राज्य की जल नीति-2010 में संशोधन की भी सिफारिश की है, ताकि सभी नदियों से जल का एक निर्धारित हिस्सा नियमित रूप से छोड़ा जा सके।
सरकार के सामने बढ़ती चुनौती
किसानों का महापड़ाव, जवाई नदी के पुनर्जीवन की मांग, भजन संध्या, और आज निकाली जाने वाली रैली राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। किसानों का कहना है कि उनके धैर्य का इम्तिहान हो रहा है और यदि सरकार ने उनकी मांगों को जल्द नहीं माना, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस जल संकट और किसानों के आंदोलन को लेकर क्या निर्णय लेते हैं और किसानों की मांगों को कब तक पूरा किया जाएगा।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें