कॉलेज छात्र और मकान मालिकों की लापरवाही ने खड़ा किया ड्रग्स का जाल
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कॉलेज छात्र और मकान मालिकों की लापरवाही ने खड़ा किया ड्रग्स का जाल
बाड़मेर ( 24 नवंबर 2024 ) बाड़मेर जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन ‘भौकाल’ के तहत डीएसटी (जिला विशेष टीम) और कोतवाली थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। शास्त्रीनगर इलाके में किराए के मकान पर दबिश देकर पुलिस ने 2 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के एमडी ड्रग्स और अफीम के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में एक मकान मालिक को भी आरोपी बनाया गया है। गिरफ्तार आरोपी पढ़ाई की आड़ में इस गोरखधंधे को अंजाम दे रहे थे।
छात्रों ने किराए पर मकान लेकर किया सप्लाई नेटवर्क तैयार
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में मनोहरलाल (वेटरनरी छात्र, निवासी सोमारड़ी) और भरतसिंह (निवासी धांधलों की ढाणी, बाखासर) शामिल हैं। आरोपियों ने पढ़ाई के बहाने शास्त्रीनगर में मकान किराए पर लिया और मुख्य सरगना दिनेश और भोमाराम के साथ मिलकर एमडी ड्रग्स और अफीम की सप्लाई शुरू कर दी।
एसपी का बयान: नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
पुलिस अधीक्षक नरेंद्रसिंह मीना ने कहा, “बाड़मेर में नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन ‘भौकाल’ शुरू किया है। इस कार्रवाई में यह साफ हो गया है कि तस्कर अब युवा छात्रों को अपने जाल में फंसाकर नशे का नेटवर्क फैला रहे हैं। ऐसे मामलों में कानून का उल्लंघन करने वाले मकान मालिक भी बख्शे नहीं जाएंगे। मकान मालिकों को किरायेदारों का सत्यापन अनिवार्य रूप से करवाना होगा। यदि कोई इसमें लापरवाही करेगा, तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की टीमें लगातार सक्रिय हैं, और नशे के खिलाफ यह मुहिम जारी रहेगा।
बरामदगी और जांच:
मादक पदार्थ: 987 ग्राम एमडी ड्रग्स, 189 ग्राम अफीम
अन्य सामग्री:
11 नंबर प्लेट
दो वाहनों की आरसी
एक बिना नंबर की बाइक
तीन मोबाइल
नकद 7100 रुपए
मादक पदार्थों की तौल के लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटा और प्लास्टिक पाउच
बरामद मोबाइल और वाहनों की नंबर प्लेट की जांच चल रही है।
मुख्य सरगना और अन्य आरोपी:
पुलिस जांच में पता चला कि यह नेटवर्क मुख्य रूप से दिनेश पुत्र बाबूलाल (निवासी रोहिला, धोरीमन्ना) द्वारा संचालित किया जा रहा था। दिनेश हाल ही में सांचौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था और वह 10 हजार रुपए का इनामी वांटेड है। इस नेटवर्क में भोमाराम (निवासी चितरड़ी) सहित अन्य आरोपी भी शामिल हैं।
पढ़ाई की आड़ में तस्करी:
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने पढ़ाई के बहाने मकान किराए पर लिया और शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में एमडी ड्रग्स और अफीम की सप्लाई शुरू कर दी। उनके कब्जे से बरामद बाइक, नंबर प्लेट और आरसी की जांच की जा रही है। मकान से बरामद तीन मोबाइल की ईएमआई नंबर के आधार पर भी पुलिस जांच कर रही है
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मकान मालिक भी फंसा:
इस मामले में मकान मालिक हेमाराज (निवासी शास्त्रीनगर) को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने बताया कि मकान मालिक ने किरायेदारों का सत्यापन नहीं करवाया, जो एडवाइजरी का उल्लंघन है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि बिना सत्यापन के मकान किराए पर देना गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है, और ऐसे मामलों में मकान मालिकों पर सख्त कार्रवाई होगी।
ड्रग्स कारोबार से जुड़े नए खुलासे:
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार छात्र केवल मादक पदार्थों की सप्लाई तक सीमित नहीं थे, बल्कि उन्होंने ग्रामीण इलाकों तक भी इस नेटवर्क को फैला रखा था। उनके पास से बरामद सामग्री यह साबित करती है कि वे सप्लाई के अलावा खरीद-फरोख्त की गहरी योजना में शामिल थे।
कार्रवाई में शामिल टीम और सराहना:
एसपी नरेंद्रसिंह मीना के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी लेखराज सियाग, डीएसटी प्रभारी हनुमानराम, एएसआई अमीनखां, कांस्टेबल हनुमानराम, मालाराम, नारायणराम, सवाईसिंह, कमांडो दिनेश और संदीप ने कार्रवाई को अंजाम दिया। कांस्टेबल हनुमानराम की विशेष भूमिका रही, जिसकी सराहना की गई।
सख्त चेतावनी और आगे की कार्रवाई:
एसपी ने मकान मालिकों और आम जनता से अपील की है कि वे किराएदारों का सत्यापन अनिवार्य रूप से करवाएं। ड्रग्स तस्करी से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं।
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बाड़मेर में यह घटना ड्रग्स के बढ़ते खतरे और कानून का पालन न करने वालों के प्रति पुलिस की सख्ती का संकेत है। इस मामले ने यह भी उजागर किया कि पढ़ाई की आड़ में कैसे युवा नशे की काली दुनिया में कदम रख रहे हैं। पुलिस का ऑपरेशन ‘भौकाल’ ऐसे अपराधों के खिलाफ जारी रहेगा।
JALORE NEWS
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