राजस्थान में पशुपालन क्षेत्र में बड़ा कदम: 499 नए पशु चिकित्सा उपकेंद्रों की स्वीकृति, 998 नए पदों का सृजन
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राजस्थान में पशुपालन क्षेत्र में बड़ा कदम: 499 नए पशु चिकित्सा उपकेंद्रों की स्वीकृति, 998 नए पदों का सृजन
जयपुर ( 16 दिसंबर 2024 ) राजस्थान सरकार ने पशुपालकों के हित में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश में 499 नए पशु चिकित्सा उपकेंद्र खोलने की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की है। साथ ही, इन उपकेंद्रों के संचालन के लिए 998 नए पदों के सृजन को भी मंजूरी दी गई है। यह निर्णय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बजट घोषणा 2024-25 के तहत लिया गया है, जिसमें प्रदेश में पशु चिकित्सा सेवाओं के विस्तार और सुदृढ़ीकरण पर जोर दिया गया है।
गांवों में ही मिलेगा पशुओं का इलाज
इन उपकेंद्रों के खुलने से ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों को अब अपने पशुओं के टीकाकरण और इलाज की सुविधा नजदीक ही उपलब्ध होगी। उपकेंद्रों पर पशुधन सहायक और पशुधन परिचरों के नए पद सृजित किए गए हैं, ताकि सेवाएं समय पर और प्रभावी ढंग से प्रदान की जा सकें। इसके साथ ही, प्रत्येक उपकेंद्र के लिए आवश्यक उपकरणों और फर्नीचर की खरीद के लिए 30,000 रुपये की स्वीकृति भी दी गई है।
क्षेत्रवार उपकेंद्रों का वितरण
इन 499 उपकेंद्रों में से सबसे अधिक बाड़मेर जिले में 52, पाली में 49, जालोर में 34, जोधपुर में 31, और उदयपुर में 27 उपकेंद्र खुलेंगे। चित्तौड़गढ़ और भरतपुर में 22-22, बीकानेर में 24, अजमेर में 20, झालावाड़ में 19, भीलवाड़ा में 17, डूंगरपुर में 15, जबकि जैसलमेर, करौली और प्रतापगढ़ में 13-13 उपकेंद्र स्थापित किए जाएंगे।
पिछले एक साल में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम
पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने जानकारी दी कि पिछले एक साल में सरकार ने पशु चिकित्सा क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। इनमें 25 प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालयों को बहुउद्देश्यीय पशु चिकित्सालय में, 50 पशु चिकित्सालयों को प्रथम श्रेणी चिकित्सालय में और 100 पशु चिकित्सा उपकेंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत करना शामिल है। इसके अलावा, दो नए पशु चिकित्सालय खोलने की स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री की सोच: खुशहाल पशुपालक, विकसित राजस्थान
पशुपालन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश के पशुपालकों को उनके गांव में ही चिकित्सा सेवाएं मिलें। मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि "पशुपालक खुशहाल होगा, तभी विकसित राजस्थान का सपना साकार होगा।"
राजस्थान सरकार के इस महत्वपूर्ण निर्णय से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को बड़ी राहत मिलेगी और प्रदेश में पशु चिकित्सा सेवाओं के ढांचे को और सुदृढ़ किया जा सकेगा।
JALORE NEWS
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