Rajsthan news
मुहूर्त: सुबह 9:10 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक।
22 जनवरी 2025:
मुहूर्त: दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक।
27 जनवरी 2025:
मुहूर्त: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त
19 जनवरी 2025:
मुहूर्त: सुबह 8:45 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक।
24 जनवरी 2025:
मुहूर्त: दोपहर 1:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक।
अन्य मांगलिक कार्यों का समय
मुंडन संस्कार:
21 जनवरी 2025 (सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक)।
नामकरण संस्कार:
26 जनवरी 2025 (सुबह 8:30 बजे से दोपहर 11:30 बजे तक)।
जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करना शुभ माना जाता है।
दान के लिए मकर संक्रांति का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
wa.me/918239224440
खुशखबर : मलमास के बाद 15 से फिर गूंजेगी शहनाई, गार्डन व भवन बुक
![]() |
Malmas-will-end-tomorrow |
खुशखबर : मलमास के बाद 15 से फिर गूंजेगी शहनाई, गार्डन व भवन बुक
पाली ( 13 जनवरी 2025 ) Malmas will end tomorrow मलमास लगने पर विवाहोत्सवों व मांगलिक कार्यक्रमों पर एक माह पहले लगी रोक मकर संक्रांति पर हटने वाली है। जिले के गली-मोहल्लों में एक बार फिर शादियों की शहनाइयां गूंजेगी। इस बार 15 जनवरी से विवाह मुहूर्त की शुरुआत हो रही है।इसके बाद 6 मार्च तक करीब 12 विशेष मुहूर्त हैं। विवाहों पर 14 मार्च से एक माह के लिए शादियों पर रोक लग जाएगी। पं. विशाल जोशी ने बताया कि मकर में सूर्य के प्रवेश करते ही सूर्य का उत्तरायण माना जाता है और सूर्य के उत्तरायण से ही विवाह कार्य की फिर शुरुआत हो जाती है। 6 माह का उत्तरायण काल, उत्तरायण का समय अलग-अलग धार्मिक मांगलिक कार्यों का विशेष माना जाता है। उधर, विवाहोत्सवों को लेकर बाजारों में रौनक है।
मार्च में एक माह फिर थमेंगे मांगलिक कार्य
14 मार्च से 14 अप्रेल तक फिर मीन मास की संक्रांति होने से मांगलिक कार्य नहीं होंगे। 14 मार्च के बाद में मीन संक्रांति आरंभ होगी, यह भी मलमास की श्रेणी में आता है। 14 मार्च से 13 अप्रेल के मध्य अलग-अलग प्रकार के साधना उपासना का अनुक्रम रहेगा। 14 अप्रेल के बाद फिर मांगलिक शुरू होंगे।आभूषणों की खरीदारी
सर्राफा बाजार में विवाह के लिए आभूषणों की खरीदारी बढ़ी है। बाजारों में अब खरीदारी करने वालों की हलचल है।विवाहोत्सवों वाले घरों में तैयारियां जोरों पर है। उधर, वेडिंग इंडस्ट्री भी सक्रिय हो गई है। विवाह में जाने के लिए भी लोग कपड़ों सहित अन्य सामग्री की खरीदारी कर रहे है।16 जनवरी से 6 मार्च तक 12 विशेष मुहूर्त
जनवरी : 16, 17, 21, 22, 25फरवरी : 7, 13, 18, 20, 21, 25मार्च 5, 6यज्ञोपवीत (उपनयन) संस्कार मुहूर्त
जनवरी : 15, 16फरवरी : 7, 14
चौल कर्म (मुंडन) संस्कार
जनवरी : 15, 22, 25, 31फरवरी : 4, 10, 19, 22बड़ी खबर: मलमास होगा समाप्त, शुभ कार्यों की शुरुआत का शुभ समय
मलमास, जिसे पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है, 14 जनवरी को समाप्त हो रहा है। इस महीने को धार्मिक दृष्टि से विशेष माना जाता है, लेकिन इसे शुभ कार्यों के लिए निषेध माना जाता है। मलमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, या अन्य मांगलिक कार्यों पर रोक होती है।
15 जनवरी से शुभ कार्यों की होगी शुरुआत:
14 जनवरी को सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश के साथ मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इसके साथ ही मलमास की समाप्ति हो जाएगी और शुभ कार्यों की शुरुआत का मार्ग प्रशस्त होगा। 15 जनवरी से विवाह, गृह प्रवेश, और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त खुल जाएंगे।धार्मिक महत्व:
मलमास को भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना और दान-पुण्य को विशेष महत्व दिया जाता है। माना जाता है कि इस माह में किए गए सत्कर्मों का फल कई गुना अधिक प्राप्त होता है।
पंडितों की राय:
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, मलमास के दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते क्योंकि इसे दोषयुक्त समय माना गया है। लेकिन यह समय आत्मिक शुद्धि और भगवान की भक्ति के लिए सर्वोत्तम है। अब मलमास की समाप्ति के बाद शुभ कार्यों की धूम रहेगी।जनता में उत्साह:
मलमास की समाप्ति के साथ ही बाजारों में रौनक बढ़ने की उम्मीद है। लोग अब बड़े उत्साह के साथ शादी-विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों की तैयारियों में जुटेंगे।विशेषज्ञों का संदेश:
शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले भगवान की पूजा-अर्चना करें और जरूरतमंदों की मदद करें। इससे आपकी योजनाओं में सफलता मिलेगी और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का वास होगा।निष्कर्ष:
मलमास की समाप्ति के साथ नया उत्साह और उमंग जीवन में दस्तक देगा। मकर संक्रांति का पर्व और इसके बाद शुभ कार्यों की शुरुआत सभी के लिए नई उम्मीदें लेकर आएगी।मलमास समाप्त: शुभ कार्यों का समय और मुहूर्त
मलमास की समाप्ति के साथ ही 15 जनवरी से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के बाद से ग्रह-नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए अनुकूल हो जाते हैं। आइए जानते हैं आगामी शुभ कार्यों के लिए विशेष समय और मुहूर्त :शुभ कार्यों का प्रारंभिक दिन और समय
1. मकर संक्रांति (14 जनवरी 2025):
पुण्यकाल: सुबह 8:20 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक।
महापुण्यकाल: सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक।
यह दिन दान-पुण्य और भगवान सूर्य की पूजा के लिए अत्यंत शुभ है।
2. शुभ कार्यों का प्रारंभ:
15 जनवरी 2025 से विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण संस्कार, मुंडन, और अन्य मांगलिक कार्य प्रारंभ किए जा सकते हैं।
विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
18 जनवरी 2025:मुहूर्त: सुबह 9:10 बजे से दोपहर 1:15 बजे तक।
22 जनवरी 2025:
मुहूर्त: दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक।
27 जनवरी 2025:
मुहूर्त: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त
19 जनवरी 2025:
मुहूर्त: सुबह 8:45 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक।
24 जनवरी 2025:
मुहूर्त: दोपहर 1:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक।
अन्य मांगलिक कार्यों का समय
मुंडन संस्कार:
21 जनवरी 2025 (सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक)।
नामकरण संस्कार:
26 जनवरी 2025 (सुबह 8:30 बजे से दोपहर 11:30 बजे तक)।
विशेष उपाय:
शुभ कार्य शुरू करने से पहले भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करें।जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करना शुभ माना जाता है।
दान के लिए मकर संक्रांति का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष:
मलमास समाप्त होने के साथ ही 15 जनवरी से शुभ कार्यों का समय शुरू हो जाएगा। ज्योतिषाचार्यों की सलाह के अनुसार, ग्रह-नक्षत्रों का सहयोग मांगलिक कार्यों को सफल बनाने में मदद करेगा।JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करेंwa.me/918239224440
Via
Rajsthan news
एक टिप्पणी भेजें