पाली में पैंथर का आतंक: बाइक सवारों पर हमला, बकरी का शिकार, ग्रामीणों में खौफ
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पाली में पैंथर का आतंक: बाइक सवारों पर हमला, बकरी का शिकार, ग्रामीणों में खौफ
पहली घटना: बाइक सवार पर हमला
सोमवार रात गुडा भोपसिंह से घाणेराव मार्ग पर दो युवक बाइक से जा रहे थे। इसी दौरान पैंथर ने पीछा करते हुए बाइक के पीछे बैठे युवक नारायणलाल पर हमला कर दिया। पैंथर ने उसकी पीठ पर पंजा मार दिया, जिससे वह बाइक से नीचे गिर गया। इस हमले में नारायणलाल के हाथ और पीठ पर गहरे घाव आए हैं। हमले के बाद वह इतना डरा हुआ था कि इलाज के लिए अगले दिन अस्पताल पहुंचा।
दूसरी घटना: पीछा करने से घायल हुआ युवक
मंगलवार सुबह, राजूराम भील नामक व्यक्ति जब अपने घर से निकला, तो रास्ते में पैंथर ने उसका पीछा किया। राजूराम ने डर के मारे अपनी बाइक की रफ्तार बढ़ाई, लेकिन करीब आधा किलोमीटर पीछा करने के बाद पैंथर पीछे रह गया। घबराहट में बाइक से गिरने के कारण राजूराम घायल हो गया और उसके सिर में चोटें आईं।
गांव में दहशत का माहौल
घाणेराव और गुडा भोपसिंह के बीच पैंथर के लगातार मूवमेंट से ग्रामीणों में खौफ का माहौल है। क्षेत्र के लोग रोजगार और दैनिक जरूरतों के लिए इस मार्ग का उपयोग करते हैं, लेकिन पैंथर के हमले के बाद लोग घर से बाहर निकलने में भी डरने लगे हैं।
बकरी का शिकार: कोठार गांव में घटना
सोमवार सुबह कोठार गांव के पास लिलोडा पहाड़ी के निकट पैंथर ने एक बकरी का शिकार किया। इसके अलावा, दो अन्य बकरियां लापता हैं। बकरी मालिक विर्भानाराम देवासी ने बताया कि यह पहली घटना नहीं है। पैंथर पहले भी इस इलाके में मवेशियों का शिकार कर चुका है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन को कई बार सूचित किया है, लेकिन पैंथर को पकड़ने की दिशा में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंता
गांव के सरपंच लाभुराम देवासी ने बताया कि पैंथर की मौजूदगी से लोग खेतों में जाने से डरने लगे हैं। किसान रात के समय फसलों की रखवाली के लिए जाते थे, लेकिन अब इस खतरे के कारण उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पैंथर को पकड़ने और उनकी सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
वन विभाग ने की कार्रवाई
वन विभाग ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाए हैं और पैंथर की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग के रेंजर अरविंदसिंह झाला ने बताया कि जल्द ही पिंजरा लगाकर पैंथर को पकड़ने की कोशिश की जाएगी। घायल लोगों को मुआवजा देने के लिए फाइल तैयार की जा रही है।
ग्रामीणों की अपील
ग्रामीणों ने प्रशासन से पैंथर को जल्द से जल्द पकड़ने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। पैंथर के बढ़ते हमलों से न केवल इंसानों पर खतरा है, बल्कि मवेशियों और अन्य पशुधन की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
पाली जिले में पैंथर का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों की सुरक्षा और उनकी मांगों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन और वन विभाग को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
JALORE NEWS
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