Jalore Mahotsav 2025 : जालोर महोत्सव 2025 का भव्य आगाज: लोक संस्कृति, परंपरा और उमंग का उत्सव
![]() |
Jalore-Mahotsav-2025 |
Jalore Mahotsav 2025 : जालोर महोत्सव 2025 का भव्य आगाज: लोक संस्कृति, परंपरा और उमंग का उत्सव
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर
जालोर ( 15 फरवरी 2025 ) Jalore Mahotsav 2025 : राजस्थान के प्रसिद्ध लोक नृत्य, लोक गीत एवं सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हुए उमंग एवं उत्साह के साथ भव्य शोभा यात्रा से पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन एवं जालोर विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में 15 से 17 फरवरी तक आयोजित जालोर महोत्सव का समारोहपूर्वक शुंभारंभ हुआ। जिला मुख्यालय पर पारम्परिक परिधानों में सुसज्जित पुरूष एवं रंग-बिरंगी पोशाकों में महिलाओं व बच्चों सहित बड़ी संख्या में शहरवासी शोभा यात्रा में शरीक हुए। शोभायात्रा में ऊंट, घोड़े, कच्छी घोड़ी, गैर नृत्य, लूर नृत्य व घूमर नृत्य करते कलाकार शोभायात्रा में विशेष आकर्षण का केन्द्र रहे।
राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे, जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव व जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने हरी झण्डी दिखाकर हनुमानशाला से शोभायात्रा को रवाना कर महोत्सव का आगाज किया। जिले की विरासत एवं संस्कृति को संजोते हुए शोभा यात्रा हनुमानशाला से हरिदेव जोशी सर्किल, अस्पताल चौराहा, राजेन्द्र नगर होते हुए शाह पूंजाजी गेनाजी स्टेडियम प्रांगण में पहुंची।
शोभा यात्रा के पश्चात् जालोर महोत्सव का उद्घाटन समारोह राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ वही समारोह में जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप. के गावंडे, जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव, जालोर प्रधान नारायण सिंह राजपुरोहित, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश मेवाड़ा, मुख्य समन्वयक एवं उपखण्ड अधिकारी मनोज चौधरी, पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने स्वागत उद्बोधन एवं महोत्सव के आयोजन की रूपरेखा के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जालोर महोत्सव के कार्यक्रमों उत्साहपूर्वक भाग लेने की बात कही।
भव्य शोभायात्रा से महोत्सव का आगाज
महोत्सव की शुरुआत शोभायात्रा से हुई, जिसमें परंपरागत राजस्थानी वेशभूषा में सजे-धजे पुरुष, रंग-बिरंगी पोशाकों में महिलाएं और स्कूली बच्चे शामिल हुए। इस शोभायात्रा में ऊंट, घोड़े, कच्छी घोड़ी, गैर नृत्य, लूर नृत्य और घूमर नृत्य आकर्षण का केंद्र रहे। शोभायात्रा हनुमानशाला से शुरू होकर हरिदेव जोशी सर्किल, अस्पताल चौराहा और राजेंद्र नगर होते हुए शाह पूंजाजी गेनाजी स्टेडियम पहुंची।
मुख्य अतिथियों ने किया ध्वजारोहण और उद्घाटन
मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने ध्वजारोहण कर महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे, जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद्र यादव, जालोर प्रधान नारायण सिंह राजपुरोहित, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेश मेवाड़ा, उपखंड अधिकारी मनोज चौधरी और पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
"वोकल फॉर लोकल" के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने उद्घाटन के मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि जालोर महोत्सव जालोर जिले के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक वैभव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जालोर जिले को पर्यटन एवं विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। जालोर की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक ख्याति देश-विदेश में बढ़े, इसके लिए उन्होंने वॉकल फॉर लोकल की तर्ज पर कार्य करने की बात कही। यह महोत्सव जालोर की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका देता है। उन्होंने जालोर महोत्सव के माध्यम से जालोर के खेसला उद्योग, जूती उद्योग, ग्रेनाइट उद्योग सहित स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित किये जाने की बात कही। जालोर महोत्सव में राजीविका की ओर से राजसखी स्थानीय उत्पाद प्रदर्शित किए गए वही पुलिस, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, भारतीय डाक विभाग, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, कृषि, उद्यानिकी, सहकारिता, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद व जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र द्वारा स्टॉल्स के माध्यम से विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही हैं।
जालोर महोत्सव के उद्घाटन समारोह में भीनमाल निवासी इंजीनियर भरत वैष्णव ने ड्रॉन के माध्यम से लड़ाकू विमानों की कलाबाजी दिखाई। वही गुलाल उड़ाकर महोत्सव रंगमय बना दिया। अतिथियों ने ध्वजारोहण कर तीन दिवसीय जालोर महोत्सव का विधिवत् शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन मांगीलाल गुर्जर, निशा कुट्टी व ललित ठाकुर ने किया
राजस्थानी कला और विभागीय प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र
राजीविका की ओर से 'राजसखी' ब्रांड के तहत स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसके अलावा पुलिस विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, भारतीय डाक विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क, कृषि, उद्यानिकी, सहकारिता, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद और जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र सहित विभिन्न सरकारी विभागों ने स्टॉल्स के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी।
ड्रोन शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
भीनमाल निवासी इंजीनियर भरत वैष्णव ने ड्रोन के माध्यम से लड़ाकू विमानों की कलाबाजी दिखाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गुलाल उड़ाकर पूरे माहौल को रंगीन बना दिया गया। इसके बाद नटराज मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई, जबकि स्टेडियम और कॉलेज ग्राउंड में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
शाम को कवि सम्मेलन और साफा बांधो प्रतियोगिता
शाम 5:30 बजे साफा बांधो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने राजस्थानी परंपरा और शान का प्रदर्शन किया। इसके बाद रात्रि में कवि सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें राजस्थान के प्रख्यात कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांध दिया।
गणमान्य नागरिकों और जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर जालोर महोत्सव की कोर कमेटी के पन्नालाल सोलंकी, नारायणलाल भट्ट व कानाराम परमार, जालोर महोत्सव के समन्वयक रतन सुथार, रवि सोलंकी, सांस्कृतिक समन्वयक रितु टांक, महेश भट्ट , गजेन्द्र सिंह सिसोदिया, हितेष प्रजापत , पार्षद दिनेश बारोट, गीता बारोट , पूर्व पार्षद हिरालाल देवासी , एडवोकेट सुरेश सोलंकी, कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष बसंत सुथार ,तरुण सिद्धावत, लक्ष्मणसिंह सांखला , अर्जुनसिंह देलदरी , दिलीप भट्ट , उर्मिला दर्जी , युवराजसिंह, पृथ्वीराजसिंह, जितेंद्र सुंदेशा
कमलेश सोनी, राहुल प्रजापत, कृष्णा सोनी , यसवना मेवाड़ा, निम्बाराम सोलंकी, रवि सुथार , अंबालाल माली, जोगाराम सोलंकी, नंदलाल खटिक उदाराम सुधार, बगताराम जीनगर, कमल सोनी केशव यास, केसरसिंह राजपुरोहित, कमलेश सोनी महेश सोलंकी, ओम सुंदेशा, राहुल जाट, रमेश कुमावत शाबीर खान, डुंगरसिंह राठौड़, हुक्मीचंद सोलंकी , प्रवीणसिंह राजपुरोहित , दीपक सुशार, हंसराज मादरा, सुरेश मेघवाल, प्रवीण परमार नगर परिषद् जालोर नरेंद्र परिहार रिजवान अली, सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, महोत्सव के विभिन्न कार्यक्रमों के समन्वयक सहित स्काउट, एनसीसी एवं छात्र-छात्राएं मिडिया कर्मियों सहित अन्य उपस्थित रहे ।
तीन दिनों तक चलेगा जालोर महोत्सव
15 से 17 फरवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिताएं, राजस्थानी हस्तशिल्प प्रदर्शनी और लोकगीतों की प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। यह महोत्सव न केवल जालोर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देता है, बल्कि स्थानीय उत्पादों और कलाकारों को एक राष्ट्रीय मंच भी प्रदान करता है।
कार्यक्रम समन्वयक कृष्णपाल सिंह राखी, भरत कोराणा और करणीदान चारण ने बताया कि इस कार्यक्रम में जिलेभर की युवा प्रतिभाओं ने भाग लिया।
स्थान: जिला परिषद सभागार, कचहरी परिसर, जालौर
समय: 16 फरवरी, सुबह 11 बजे
हस्तशिल्प और पारंपरिक व्यंजनों का अनूठा संगम
राजस्थानी हस्तशिल्प कला को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई, जहां लकड़ी, मिट्टी, धातु और वस्त्र पर बनी कलाकृतियों को लोगों ने खूब सराहा।
वहीं, मालपुआ, दाल-बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी और अन्य पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी ।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें