जसवंतपुरा में छात्रों का उग्र प्रदर्शन: प्रिंसिपल को एपीओ करने के खिलाफ सड़कों पर उतरे छात्र, बाजार बंद, तीन छात्राओं की तबीयत बिगड़ी - JALORE NEWS
![]() |
Fierce-protest-by-students-in-Jaswantpura-Students-took-to-the-streets-against-APO-of-the-principal |
जसवंतपुरा में छात्रों का उग्र प्रदर्शन: प्रिंसिपल को एपीओ करने के खिलाफ सड़कों पर उतरे छात्र, बाजार बंद, तीन छात्राओं की तबीयत बिगड़ी - JALORE NEWS
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर
जालौर ( 5 मार्च 2025 ) जालौर जिले के जसवंतपुरा कस्बे में पीएमश्री राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल विक्रम सिंह चारण को एपीओ (Awaiting Posting Order) करने के विरोध में बुधवार को छात्रों का उग्र आंदोलन देखने को मिला। सुबह से ही सैकड़ों छात्र स्कूल के मुख्य द्वार पर एकत्र होकर धरने पर बैठ गए और जब तक आदेश रद्द नहीं होता, तब तक विरोध जारी रखने की चेतावनी दी।
छात्रों के समर्थन में कस्बे के व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए, जिससे पूरे जसवंतपुरा में जनजीवन ठप हो गया। प्रदर्शन के दौरान तीन छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
छात्रों और ग्रामीणों का प्रशासन को अल्टीमेटम: "प्रिंसिपल की बहाली तक आंदोलन जारी रहेगा"
छात्रों का कहना है कि प्रिंसिपल विक्रम सिंह चारण के नेतृत्व में स्कूल की शैक्षिक व्यवस्था में सुधार हुआ था, लेकिन राजनीतिक दबाव में उन्हें एपीओ कर बीकानेर मुख्यालय भेज दिया गया। छात्रों और ग्रामीणों का आरोप है कि यह फैसला शिक्षा व्यवस्था के हित में नहीं है और सरकार को तुरंत अपने निर्णय को वापस लेना चाहिए।
सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम रामलाल मीणा, तहसीलदार नीरज कुमारी और थाना प्रभारी गुमान सिंह भाटी पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से वार्ता करने की मांग पर अड़े रहे।
छात्रों और ग्रामीणों का जोरदार विरोध
प्रिंसिपल के एपीओ आदेश को लेकर छात्रों में भारी आक्रोश देखने को मिला। सुबह 9 बजे से ही छात्र स्कूल के बाहर धरने पर बैठ गए और जब तक आदेश रद्द नहीं होता, तब तक विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों का भी समर्थन मिला।
सूचना पर एसडीएम रामलाल मीणा, तहसीलदार नीरज कुमारी और थाना प्रभारी गुमानसिंह भाटी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से बातचीत करने की मांग पर अड़े रहे।
राजनीतिक दबाव में हुई कार्रवाई का आरोप
छात्रों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल विक्रम सिंह चारण को राजनीतिक दबाव में एपीओ किया गया है। बताया जा रहा है कि जसवंतपुरा क्षेत्र में प्रस्तावित राजकीय कॉलेज के लिए शिक्षा विभाग की जमीन पर एकलव्य आवासीय स्कूल बनाने की योजना है, जिसका प्रिंसिपल ने विरोध किया था। इसी कारण उन्हें बीकानेर मुख्यालय एपीओ कर दिया गया।
राजनीतिक साजिश का आरोप: "विद्यालय की जमीन पर खेली जा रही है राजनीति"
प्रदर्शन कर रहे छात्रों और ग्रामीणों ने बताया कि जसवंतपुरा क्षेत्र में राजकीय कॉलेज स्थापित करने की मांग लंबे समय से की जा रही थी, लेकिन कुछ राजनीतिक दबावों के चलते इस जमीन पर एकलव्य आवासीय विद्यालय बनाए जाने की योजना बनाई गई। प्रिंसिपल विक्रम सिंह चारण ने इस मुद्दे पर आपत्ति जताई थी, जिसके चलते उन्हें एपीओ कर दिया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा विभाग को इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए और प्रिंसिपल को जसवंतपुरा स्कूल में ही वापस नियुक्त करना चाहिए।
छात्राओं की तबीयत बिगड़ी, नहीं रुका आंदोलन
सुबह से बिना जलग्रहण किए धरने पर बैठी कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। गर्मी और भूख के कारण तीन छात्राओं को उल्टियां और चक्कर आने लगे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इसके बावजूद, छात्र आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं हैं।
जमीन से जुड़ा है मामला
सूत्रों के मुताबिक पूर्व पीएमश्री स्कूल के पास शिक्षा विभाग की जमीन है, ग्रामीणों की मंशा है कि इस स्थान पर जसवंतपुरा क्षेत्र के लिए घोषित राजकीय कॉलेज का निर्माण करवाया जाए, लेकिन कुछ राजनेता इस स्थान पर एकलव्य आवासीय स्कूल शुरू करने के प्रयास में है। जबकि एकलव्य स्कूल के लिए जमीन निकटवर्ती राजपुरा में आवंटित करने का प्रयास चल रहा है। स्कूल के प्रिंसिपल भी चाहते हैं कि इस जमीन पर कॉलेज बने तो ठीक रहेगा, इसी मामले को लेकर राजनीति दबाव में प्रिंसिपल को एपीओ करवा दिया गया। जिसका अब विद्यार्थियों ने विरोध शुरू कर दिया है।
बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्रों में तनाव
6 मार्च से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, लेकिन इस विवाद के चलते छात्र असमंजस में हैं। उन्होंने साफ कहा है कि वे अपनी परीक्षा की चिंता छोड़कर प्रिंसिपल की बहाली के लिए संघर्ष करेंगे।
छात्रों की प्रमुख मांगें:
1. प्रिंसिपल विक्रम सिंह चारण को तुरंत बहाल किया जाए।
2. उनके खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच हो।
3. विद्यालय की जमीन पर राजकीय कॉलेज बनाया जाए, न कि कोई अन्य संस्थान।
प्रशासन के सामने चुनौती: प्रदर्शन होगा और उग्र?
जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गवांडे ने बताया कि एकलव्य छात्रावास के लिए आवंटित जमीन के मुद्दे पर प्रिंसिपल ने आपत्ति जताई थी, जिसके चलते शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है।
हालांकि, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और इसे और उग्र किया जाएगा।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन छात्रों की मांगों को स्वीकार करेगा, या यह आंदोलन और तेज होगा?
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें