सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ती जिले भर में गुजरात पासिंग नंबर की भरमार कब होगी कारवाई - MODRAN NEWS
![]() |
Government-orders-are-being-flouted-Gujarat-passing-numbers-are-plentiful-in-the-entire-district-when-will-action-be-taken |
सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ती जिले भर में गुजरात पासिंग नंबर की भरमार कब होगी कारवाई - MODRAN NEWS
पत्रकार जगमालसिंह राजपुरोहित मोदरान
मोदरान ( 20 अप्रेल 2025 ) MODRAN NEWS मोदरान सहित जिले भर प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल उपयोग यानि निजी वाहन को भाड़े पर चलाकर रुपये कमाने वाले वाहन मालिकों कब होगी कार्रवाई नहीं होने से परेशान बस मालिक ने बस किया बंद
कहा कि प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल चल रहे हैं हमें बस रूट चलाना मुश्किल हो गया है टेम्पो जिप टवेरा गुजरात पासिंग हमारे बसों के आगे आगे सवारियों भर कर चले जाते हैं और हमारे बस का खर्चा भी नहीं निकलता हमारी बसों के आगे आगे सवारियों भर कर चलने से हमें सवारियों नहीं मिल पाती हमने रूठ लिया हुआ हैं मगर इन निजी वाहनों का कमर्शियल उपयोग इस्तेमाल बिल्कुल ही असंवैधानिक है. मगर उनके खिलाफ कारवाई नहीं होती , ऐसे हमारे रूट की बस बाकरा रोड तक एक दो चल रहीं है और जालौर बोरटा भीनमाल रूट की बस 25 अफ्रैल हम शुरू करवा देगे अनवर अल्ली अंसारी ट्रैवल्स जालौर,
सरकार निजी वाहनों पर कारवाई करना जो टैक्स की चोरी/सरकारी राशि को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिनके विरुद्ध कार्रवाई करे अर्जुन सिंह राजपूत मोदरान ग्रामीण
में छुट्टी पर हु आकर कारवाई करुंगा भीनमाल डीटीओ ओम सिंह शेखावत भीनमाल जालौर
डीटीओ ओम प्रकाश चौधरी जालौर कहा कि सड़क पर अभियान चलाकर सरकारी राजस्व चूना लगा रहे वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाया जाएगा. बता दें कि जिले में घड़ल्ले से परिवहन नियमों की अनदेखी हो रही है. टैक्स बचाने के लिये वाहन मालिक अपने वाहनों का प्राइवेट रजिस्ट्रेशन कराते हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल कॉमर्शियल यानि रुपये कमाने के लिये वाहन को किराये पर लगाकर स्वयं तो मालामाल हो रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग को प्रतिमाह लाखों का नुकसान पहुंचा रहे हैं. इस गोरखधंधे में शामिल वाहन मालिकों विरुद्ध कार्रवाई को लेकर परिवहन विभाग द्वारा अभियान चलाई जाएगी.
निजी वाहन के व्यवसायिक इस्तेमाल पर रोकथाम एवं कार्रवाई को लेकर परिवहन विभाग द्वारा निर्देश जारी किये गए हैं. डीटीओ को पत्र लिखकर जिले में परिवहन नियमों का अनुपालन कराने को कहा है. जानकारी के मुताबिक प्राइवेट वाहनों का कॉमर्शियल इस्तेमाल पर जुर्माने का प्रावधान है. पहली बार पकड़े जाते हैं तो थोड़ा कम तथा दूसरी बार पकड़े जाने पर जुर्माने की राशि दोगुनी तक बढ़ जाती है.
रुपये बचाने के लिये लोग कराते हैं गुजरात प्राइवेट रजिस्ट्रेशन
वाहन खरीदने के बाद परिवहन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराते हैं. लेकिन असली खेल रजिस्ट्रेशन कराने के दौरान होता है. जानकार बताते हैं कि प्राइवेट से कहीं अधिक कॉमर्शियल गाड़ी के रजिस्ट्रेशन में राशि खर्च होते हैं. यानि प्राइवेट वाहन का रजिस्ट्रेशन कराने पर कम पैसे देने पड़ते हैं. वाहन की कीमत के अनुसार उनका रजिस्ट्रेशन फीस तय होता है. उनके वाहन का फिटनेस व टैक्स 15 साल के लिए एक बार में जमा होता है. जबकि कॉमर्शियल वाहन के रजिस्ट्रेशन में अधिक पैसे लगते हैं.
कॉमर्शियल वाहन के लिये हर साल फिटनेस, टैक्स आदि के लिए विभाग को पैसे देने पड़ते हैं. रुपये बचाने के लिये चालाक वाहन मालिक अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन तो प्राइवेट कराते हैं, लेकिन इसका व्यवसायिक उपयोग कर विभाग को प्रतिमाह लाखों का चूना लगाते हैं. अगर वाहन की बात करें तो छोटे कार से लेकर स्कॉर्पियो, बोलेरो, विक्टा, सफारी समेत अन्य लग्जरी प्राइवेट वाहनों का घड़ल्ले से व्यवसायिक इस्तेमाल होता वहीं एक मोदरान स्टेशन पर सैकड़ो गाड़ियां गुजरात की है तो पूरे जिले भर में कितनी गाड़ियां होगी ये अनुमान भी नहीं लगा सकते सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाई जारही है सरकार ने गुजरात नंबर की गाड़ियों को लेकर आदेश जारी किया हुआ है मगर ढंडे बस्ते में डाल दिया है l
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें