भूखंड के बकाया रुपयों को लेकर रची साजिश, दोस्त की हत्या कर सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश – 48 घंटे में जालोर पुलिस ने किया बड़ा खुलासा - JALORE NEWS
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भूखंड के बकाया रुपयों को लेकर रची साजिश, दोस्त की हत्या कर सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश – 48 घंटे में जालोर पुलिस ने किया बड़ा खुलासा - JALORE NEWS
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर
जालोर ( 20 अप्रेल 2025 ) JALORE NEWS जिले के आहोर थाना क्षेत्र में सामने आए एक अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने महज 48 घंटे में सुलझा दी। यह कोई आम वारदात नहीं थी, बल्कि दोस्ती के भरोसे को कुचलने वाली एक सोची-समझी साजिश थी, जिसमें पैसों के लालच ने रिश्तों को लहूलुहान कर दिया।
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो सगे भाई और एक शिष्य शामिल हैं। आरोपियों ने भूखंड की बकाया राशि चुकाने से बचने के लिए दोस्त भैरूसिंह राव की नृशंस हत्या कर दी और शव को सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया।
हत्या को दुर्घटना दिखाने की चालाकी, लेकिन पुलिस ने साजिश का किया पर्दाफाश
घटना 17 अप्रैल को सामने आई जब आहोर थाना पुलिस को सूचना मिली कि जोगावा-शंखवाली रोड पर एक मोटरसाइकिल और एक व्यक्ति का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी नरपतसिंह को मोटरसाइकिल के पास शव मिला, जिसकी पहचान भैरूसिंह (36), निवासी राजेन्द्र नगर, आहोर के रूप में हुई।
हालांकि, घटनास्थल पर मौजूद कुमकुम के निशान, ब्रेकिंग मार्क्स और मोटरसाइकिल की स्थिति ने पुलिस को चौंका दिया। प्रथम दृष्टया ही यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या का मामला प्रतीत हुआ।
एसपी ने गठित की विशेष टीमें, तकनीकी जांच से टूटी चुप्पी
जालोर पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद यादव ने घटना स्थल का मुआयना कर मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी मोटाराम गोदारा, सीओ जयराम, और थाना प्रभारी नरपतसिंह की अगुवाई में विशेष टीम गठित की।
एफएसएल, डॉग स्क्वॉड, सायबर सैल, डीसीआरबी और तकनीकी विश्लेषण के जरिए पुलिस ने कॉल डिटेल खंगालीं और मृतक के संपर्क में रहे संदिग्धों से पूछताछ शुरू की।
तीनों आरोपी गिरफ्तार, हत्या की वजह भी सामने आई
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक भैरूसिंह ने करीब तीन महीने पहले आहोर के रावलावास क्षेत्र में स्थित भूखंड पुराराम नामक व्यक्ति को 7 लाख रुपये में बेचा था। लेकिन खरीदार पुराराम ने सिर्फ 2 लाख रुपये दिए थे, शेष 5 लाख बकाया थे। पैसे न देने की मंशा से पुराराम ने अपने भाई लखमाराम और शिष्य नरेन्द्रदास उर्फ नीतु के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
15 अप्रैल को तीनों ने भैरूसिंह को एक सूने मकान में बुलाया, शराब पिलाई और लोहे की रॉड से सिर पर वार कर हत्या कर दी। अगले दिन रात को शव को कार में रखकर जोगावा रोड पर फेंका गया और साथ लाई गई मोटरसाइकिल को तोड़कर सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश की गई। शव के पास कुमकुम डालकर खून जैसा दृश्य बनाया गया और कार के ब्रेक के निशान भी बनाए गए।
कौन हैं आरोपी
पुराराम पुत्र हेमाराम,
लखमाराम पुत्र हेमाराम,
नरेन्द्रदास उर्फ नीतु पुत्र बजरंगदास, तीनों निवासी आहोर।
गौर करने वाली बात यह है कि लखमाराम पर पूर्व में चोरी के दो मुकदमे भी दर्ज हैं।
पुलिस टीम को मिलेगा इनाम
इस हाईप्रोफाइल हत्या कांड को 48 घंटे में सुलझाने वाली आहोर थाना पुलिस और सायबर सैल की संयुक्त टीम को पुलिस अधीक्षक ज्ञानचंद यादव ने नकद इनाम और प्रशंसा पत्र देने की घोषणा की है। इस खुलासे में कांस्टेबल किशन कुमार (सायबर सैल) और सुरेश मेन्शन (थाना आहोर) की भूमिका अहम रही।
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