मोदरान रेलवे स्टेशन पर चेन्नई-भगत की कोठी सुपरफास्ट ट्रेन के ठहराव की मांग तेज, आशापुरी तीर्थ के लाखों श्रद्धालुओं की जनभावना जुड़ी - MODRAN NEWS
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मोदरान रेलवे स्टेशन पर चेन्नई-भगत की कोठी सुपरफास्ट ट्रेन के ठहराव की मांग तेज, आशापुरी तीर्थ के लाखों श्रद्धालुओं की जनभावना जुड़ी - MODRAN NEWS
मोदरान/ जालोर ( 20 मई 2025 ) MODRAN NEWS जालोर जिले के लिए एक बार फिर जनआंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। दक्षिण भारत से पश्चिम राजस्थान को जोड़ने वाली नई सुपरफास्ट रेल सेवा चेन्नई सेंट्रल-भगत की कोठी (गाड़ी संख्या 20625/20626) का संचालन तो शुरू कर दिया गया, लेकिन इस ऐतिहासिक रूट पर स्थित मोदरान रेलवे स्टेशन को ठहराव से वंचित रखा गया है, जिससे यहां के हजारों गांवों में आक्रोश की लहर है।
श्री आशापुरी माताजी संघर्ष समिति की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने माननीय सांसद श्री लुम्बाराम चौधरी को ज्ञापन सौंपकर मोदरान स्टेशन पर कम से कम 5 मिनट का ठहराव सुनिश्चित करने की मांग की है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष रतन सिंह सोढा राजपुरोहित और उपाध्यक्ष जगमाल सिंह राजपुरोहित ने बताया कि यह मांग केवल एक स्टेशन के ठहराव की नहीं, बल्कि सैकड़ों गांवों की जनता की सुविधा, श्रद्धा और अधिकार से जुड़ी है।
एक ट्रेन... लाखों उम्मीदें
तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में बसे राजस्थानी प्रवासी समुदाय के लिए यह ट्रेन एक बड़ी सौगात मानी जा रही है। ये प्रवासी परिवार दशकों से मांग कर रहे थे कि दक्षिण भारत से जोधपुर-सिरोही-जालोर क्षेत्र को एक सीधी रेल सेवा मिले। अब जब यह सपना साकार हुआ, तब भी मोदरान जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन को ठहराव से बाहर रखना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि प्रशासनिक दृष्टि से भी अन्यायपूर्ण है।
धार्मिक आस्था का केंद्र – आशापुरी माताजी तीर्थधाम
मोदरान क्षेत्र सिर्फ एक रेलवे स्टेशन नहीं है, बल्कि यह आस्था का केंद्र है। यहां स्थित श्री आशापुरी माताजी तीर्थधाम में पूरे भारत से श्रद्धालु आते हैं। यह इलाका धार्मिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक दृष्टि से बेहद सक्रिय है। अनुमानतः इस क्षेत्र से 8 से 10 लाख की जनसंख्या जुड़ी हुई है, जिनके लिए चेन्नई जैसी ट्रेनें जीवनरेखा समान हैं।
120 से अधिक गांवों की जनता है प्रभावित
मोदरान रेलवे स्टेशन से लगे लगभग 120 गांवों के लोग रेलवे की मुख्य सुविधा के रूप में इसी स्टेशन पर निर्भर हैं। विद्यार्थियों, व्यापारियों, मजदूरों, नौकरीपेशा लोगों सहित हजारों की संख्या में रोज यात्री इस स्टेशन से यात्रा करते हैं। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि यह ठहराव जल्द नहीं दिया गया, तो वे जनआंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे।
रेल मंत्रालय व रेलवे अधिकारियों को भेजी गई प्रतिलिपि
यह ज्ञापन न केवल सांसद महोदय को सौंपा गया है, बल्कि इसकी प्रतिलिपि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (जयपुर), मंडल रेल प्रबंधक (जोधपुर व चेन्नई) को भी भेजी गई है। ज्ञापन में मांग की गई है कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए तत्काल प्रभाव से मोदरान में ठहराव घोषित किया जाए।
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इनका कहना है कि
"रेल नहीं, जनाधिकार है ये। मोदरान को ठहराव दो!" – क्षेत्रवासियों की एकजुट आवाज
यदि रेलवे मंत्रालय इस जनभावना का सम्मान करता है तो यह निर्णय एक छोटे से स्टेशन के लिए नहीं, बल्कि लाखों यात्रियों के सम्मान, सुविधा और आस्था के लिए होगा l
रतन सिंह सोढा राजपुरोहित
संघर्ष समिति के अध्यक्ष
जालौर को नई रफ्तार – जोधपुरी पत्थरों से सजा नया रेलवे स्टेशन बनकर लगभग तैयार, यात्रियों को मिलेगी हाईटेक सुविधाएं - JALORE NEWS : निचे दिए गए लिंक पर क्लीक करे देखिए वीडियो - 👇👇
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