धानसा, सेरणा, मोदरान के ग्रामवासियों ने पंचायत समिति रामसीन में जोड़ने को लेकर जताई आपत्ति - BHINMAL NEWS
![]() |
Demand-to-keep-it-as-it-is-in-Bhinmal |
भीनमाल में यथावत रखने की रखी माँग - Demand to keep it as it is in Bhinmal
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 5 मई 2025 ) BHINMAL NEWS राजस्थान सरकार द्वारा पंचायत समितियों के पुनर्गठन के दौरान धानसा , सेरणा , मोदरान को भीनमाल से हटाकर पंचायत समिति रामसीन में जोड़ा जाना प्रस्तावित किया है और इस सम्बन्ध में जिला कलेक्टर कार्यालय द्वारा आपत्तियाँ मांगी गई थी। इसी संदर्भ में धानसा, सेरणा और मोदरान के ग्रामवासियों के प्रतिनिधिमण्डल ने सेरणा सरपंच जयदीपसिंह राठौड़ के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय जसवंतपुरा में उपस्थित होकर आपत्ति दर्ज करवाई एवं मांग की, कि पंचायत समितियों के पुनर्गठन की प्रक्रिया के दौरान धानसा, सेरणा, मोदरान इन तीन ग्राम पंचायतों को प्रस्तावित पंचायत समिति रामसीन में नही जोड़ा जावें एवं पंचायत समिति भीनमाल में यथावत रखा जावें। साथ ही तहसीलों के परिसीमन के दौरान इन तीन ग्राम पंचायतों की तहसील और उपखण्ड मुख्यालय भी भीनमाल किया जावें।
ग्रामीणों ने इस मांग के पीछे उचित व पर्याप्त कारण भी दिए है। ग्रामीणों ने बताया कि धानसा से भीनमाल की दूरी मात्र 28 किमी. है जबकि धानसा से रामसीन की दूरी 55 किमी. है जो कि तुलनात्मक दृष्टि से लगभग दुगुनी है। धानसा, सेरणा और मोदरान से भीनमाल जाने हेतु हर घण्टे बस की सुविधा उपलब्ध है, मोदरान से रात-दिन ट्रैनों की सुविधा भी उपलब्ध है जबकि धानसा, सेरणा और मोदरान से रामसीन जाने के लिए एक भी बस या अन्य कोई सुविधा उपलब्ध नही है और ना ही व्यवस्थित सड़क मार्ग की सुविधा है।
धानसा, सेरणा और मोदरान से ट्रैन में व्यक्ति मात्र 10 रूपयें में भीनमाल जा सकता है, बस में 40 रूपयें में भीनमाल जा सकता है जबकि रामसीन जाने के लिए 55 किमी. दूर रामसीन तक बस या अन्य परिवहन सुविधा नही होने के कारण गाड़ी किरायें पर लेकर जाना पड़ेगा जिसका किराया लगभग 2500 रूपयें अर्थात बहुत खर्चीला साबित होगा। जनसाधारण के लिए यह किराया भुगतान करना लगभग असंभव है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि पंचायत समितियों एवं तहसीलों के पुनर्गठन के नाम पर इन तीन ग्राम पंचायतों के साथ पहले भी बहुत भेदभाव एवं सौतेला व्यवहार हो चुका है। कभी बागोड़ा में डाल दिया तो कभी जसवंतपुरा में तो कभी भीनमाल में और अब रामसीन में डालने की तैयारी है। अब आम जनता जागरूक हो चुकी है, अन्याय सहन नहीं करेगी। अतः जनभावना को मद्देनजर रखते हुए उचित निर्णय लिए जाने का आग्रह किया।
विक्रमसिंह राठौड़ धानसा ने बताया कि नई पंचायत समितियाँ बनाने के पीछे सरकार का मूल उद्देश्य सत्ता का विकेन्द्रीकरण एवं कार्यालयों के कार्यों में आम जनता को सुविधा उपलब्ध करवाना होता है जबकि यहाँ तो उल्टा आम जनता को परेशानी में डालने का कार्य किया जा रहा है जो कि अनुचित है एवं तर्कसंगत नही कहा जा सकता है।
अशोकसिंह जैतावत सेरणा ने बताया कि पूर्व में ये तीनों ग्राम पंचायतें जसवंतपुरा में थी, आम जनता के द्वारा ज्ञापन, धरना-प्रदर्शन, आमरण अनशन व लम्बे संघर्ष के बाद इन्हें पंचायत समिति भीनमाल में जोड़ा गया था, अब इनके साथ कोई छेड़छाड़ नही की जावें।
तीनों गाँवों के समस्त ग्रामवासियों ने एक स्वर में मांग करने हुए कहा कि हम धानसा, सेरणा, मोदरान इन तीन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणजन, प्रबुद्धजन, जनप्रतिनिधिगण एक स्वर में यह मांग करते हैं कि पंचायत समितियों के पुनर्गठन की प्रक्रिया के दौरान धानसा, सेरणा, मोदरान इन तीन ग्राम पंचायतों को प्रस्तावित पंचायत समिति रामसीन में नही जोड़ा जावें एवं पंचायत समिति भीनमाल में यथावत रखा जावें। साथ ही यह मांग करते है कि तहसीलों के परिसीमन के दौरान इन तीन ग्राम पंचायतों की तहसील और उपखण्ड़ मुख्यालय भी भीनमाल किया जावें।
आम जनता की भावना के विरूद्ध इन तीनों ग्राम पंचायतों को पंचायत समिति भीनमाल में यथावत नही रखा गया तो हम तीनों गाँवों के ग्रामवासियों को मजबूर होकर कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर जन आन्दोलन कर धरना-प्रदर्शन, आमरण अनशन करना पड़ेगा।
इस मौके पर सेरणा सरपंच जयदीपसिंह राठौड़ , सोशियल एक्टिविस्ट विक्रमसिंह राठौड़ धानसा , भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष अशोकसिंह जैतावत सेरणा , सोसाइटी अध्यक्ष चैनसिंह धानसा , पूर्व उप सरपंच मांगीलाल सैन धानसा, नारायणसिंह मोदरान , मंगलाराम परमार , प्रवीणकुमार सैन, छगनाराम सेरणा , उत्तमकुमार मोदरान , भूपेन्द्र चौधरी , योगेन्द्र भट्ट , शौकत खान सहित कई लोग मौजुद थे।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें