परीक्षार्थियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है - भाजयूमो जिलाध्यक्ष सिसोदिया - JALORE NEWS
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रीट परीक्षा को लेकर राज्य सरकार की नीतियां विफल - State government policies failed regarding reet exam
जालोर ( 25 सितंबर 2021 ) 26 सितंबर को आयोजित होने वाली रीट परीक्षा को लेकर गहलोत सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा जालौर जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिसोदिया ने फेसबुक लाइव के माध्यम से सरकार को कड़े शब्दों में निंदा की है भाजयूमो जिलाध्यक्ष सिसोदिया ने कहा कि पूरे प्रदेश में 16 लाख अभ्यर्थियों को लेकर रीट की परीक्षा आयोजित की जा रही है जिसमें प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में युद्ध की स्थिति जैसा आपातकालीन स्थिति जैसा और भय के माहौल जैसा वातावरण बना रखा है जिससे विद्यार्थियों में हताशा एवं निराशा है । प्रदेश सरकार ने परिवहन के उचित साधनों का उपयोग नहीं किया है जिसके कारण आज विद्यार्थी एक जिले से दूसरे जिले की ओर एवं 500-600 किलोमीटर भेड़ बकरियों की तरह सरकारी एवं निजी बसों में भर कर जा रहे हैं। विद्यार्थियों के साथ प्रदेश सरकार ने बहुत बड़ा धोखा किया है जिसको अनदेखा नहीं किया जा सकता ।
सरकार ने व्यवस्था के नाम पर विद्यार्थियों के साथ छलावा किया है जिससे आज विद्यार्थी 1 जिले से दूसरे जिले में मारा मारा फिर रहा है न कोई इन की रणनीति ना कोई प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश, यह तो अच्छा है कि हमारा राजस्थान पधारो म्हारे देश की अवधारणा पर खरा उतर रहा है जिसके कारण पूरे प्रदेश में भामाशाह व स्थानीय लोगों ने जगह जगह विद्यार्थियों के रहने के लिए सुनियोजित व्यवस्थाएं कर रखी है एवं साथ में विद्यार्थियों को अपने परीक्षा केंद्रों को सुगम तरीके से ढूंढने के लिए आज पूरे प्रदेश में लोग सहयोग कर रहे हैं यहां पर भी प्रशासन को शर्म आनी चाहिए कि इन्होंने 600 किलोमीटर राजस्थान के एक छोर से दूसरे छोर पर सेंटर दे रखे हैं।
प्रशासन ने नाम मात्र का सहयोग करते हुए छोटे-मोटे शिविरों का आयोजन किया है इसके साथ ही सबसे बड़ी बात तो यह रही की जिला कलेक्टर ने इंटरनेट की सेवा बंद कर दी एवं सारे बाजार को बंद कर दिया यह तो पूरी तरह तानाशाही का रवैया है एवं इनकी विफल हुई रणनीति का ताजा उदाहरण है। तकनीकी की सहायता लेने से उलट अभी तक सरकार लकीर की फ़क़ीर बनी हुई है।
रीट के एग्जाम भी विभिन्न चरणों में आयोजित किए जा सकते थे जिससे विद्यार्थियों को इतनी परेशानी नहीं होती।
एक तरफ कोरोना का खतरा अभी तक टला नहीं है दूसरी ओर परीक्षार्थियों की है इस स्थिति दयनीय है काश राज्य सरकार अपनी कार्यालयों से निकल कर भोले भाले बेरोजगार सताए हुए विद्यार्थियों के लिए एवं उनकी तकलीफों को जानने के लिए समय निकाल पाती
लाइव के अंत मे भाजयूमो जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिसोदिया कहा कि सभी विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं एवं शांति पूर्वक परीक्षा देकर अपने घरों को आवे।
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