आदर्श मयूर स्कूल में बाबा साहेब की जयंती मनाई - JALORE NEWS
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आदर्श मयूर स्कूल में बाबा साहेब की जयंती मनाई - JALORE NEWS
जालोर ( 14 अप्रेल 2022 ) उम्मेदाबाद निकटवर्ती खरल में आदर्श मयूर स्कूल में सर्व प्रथमबाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के आगे पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया । संस्था प्रधान अजीत नरसानी ने बताया की बाबा साहेब ने राष्ट्र के लिए गरीब व महादलित के लिए एक मसीहा थे और 1950 में उन्होंने भारत के संविधान में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए संविधान की रचना किया। उन्होंने महादलित समाज के पिछड़े लोगों के कल्याण के लिए अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किये। उनके द्वारा किये गये कार्यों को भारत की जनता कभी नहीं भुला पायेगी।
इसी प्रकार अध्यापक जितेंद्र कुमार ने बताया कि बाबा साहेब नेशिक्षा प्रणाली के प्रति दृष्टिकोण
डॉ. अंबेडकर का कहना था की शिक्षा के अभाव में मनुष्य पशु तुल्य होता है। वे शिक्षा में मानवीय मूल्यों के समावेश के प्रबल पक्षधर थे। वे चाहते थे कि व्यक्ति के सामाजिक एवं नैतिक गुणों को जाग्रत करने वाली शिक्षा दी जाए।
उनका स्पष्ट मत था कि शिक्षा द्वारा वर्तमान दृष्टिकोण में परिवर्तन तब तक नहीं होगा जब तक शिक्षा में मानवीय गुणों को आधार नहीं बनाया जाता। वे शील और सदाचार पर आधारित शिक्षा के पक्षधर थे। इसलिए डॉ. अंबेडकर ने 20 जुलाई, 1942 को नागपुर में आयोजित ऑल इंडिया डिप्रेस्ड क्लासेज कान्फ्रेंस में अर्पित अभिनंदन के जवाब में भाषण देते हुए कहा था, “शिक्षित करो, उद्वेलित करो और संगठित करो; स्वयं में विश्वास रखो और कभी भी आशा मत छोड़ो।”7 इसमे पहला स्थान शिक्षा को दिया है, साथ ही साथ शिक्षा के लक्ष्य की ओर संकेत किया है
इसी अवसर पर अध्यापिका नीतू कुमारी,समेत विद्यार्थी मोजुद रहे।
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