शहरों की सप्लाई का भार गांवों पर, सरकार को लगता है गांवों में लोग नहीं रहते जानवर रहते है - JALORE NEWS
![]() |
More-than-ten-hours-of-electricity-cut/-per-day-in-villages-only-two-hours-in-cities |
गांवों में प्रतिदिन दस घंटे से भी अधिक बिजली कटौती, शहरों में सिर्फ दो घंटे -More than ten hours of electricity cut per day in villages, only two hours in cities
रिर्पोटर - टीकमाराम भाटी भीनमाल
जालोर / भीनमाल ( 28 अप्रेल 2022 ) जैसे जैसे गर्मी का सीजन प्रारंभ हो रहा है बिजली संकट भी तेज होने लग गया है। बिजली संकट की मुख्य वजह बड़ी हुई खपत और कोयले का संकट सामने आ रहा है।
कोयले की कमी को देखते हुए सरकार ने शहरी क्षेत्र में 2 घंटे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 6-7 घंटे बिजली कटौती के आदेश भी जारी किए है लेकिन स्थानीय कार्मिक ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 8 से 10 घंटे तक की कटौती कर रहे है। जवाब पूछने पर आगे से बिजली कटौती का कहते हुए फोन काट देते है।
ग्रामीण क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से परेशान लोग
पिछले दो महीने से बिजली की गम्भीर समस्या चल रही है, ऐसे में शहरो में बिजली सप्लाई ठीक से चालू रखने हेतु गांवों में पूरे दिन में बिजली ना के बराबर आ रही है। मोदरान, खानपुर, कोटकास्तान, भरूडी, सैरना, बासड़ा धनजी, तवाव, देलवाड़ा सहित दर्जनों गांवों में चौबीस घंटे में 10-11घंटे प्रतिदिन कटौती कि जा रही है। मीडिया प्रभारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता टीकमाराम भाटी ने बताया तेज गर्मी में विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षाएं चल रही है, ऐसे में विद्युत कटौती से परीक्षार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शाम के समय अघोषित विद्युत कटौती से विद्यार्थियों के लिए अध्ययन में भारी परेशानियों का सामना करना पड रहा है। वही इस समय गांवो में शादीयों का माहौल चल रहा है। तेज गर्मी व विद्युत कटौती से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
ईधर लगातार बिजली की कटौती से पीने के पानी के साथ साथ रोजमरा के कामकाज में भी भारी समस्या उठानी पड रही है, बिजली कटौती से भारत संचार निगम के बीएसएनएल टाॅवर व दुरभाष केंद्र सेवाएं भी बंद हो जाती है, जिससे आस पास के गांवों के सैकड़ों सरकारी कर्मचारियों परेशान होना पड़ रहा है।
इस संबंध में भीनमाल व रामसीन बिजली विभाग के अधिकारियों को कई बार बताया लेकिन एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है कि बिजली लोड सेटिंग की वजह से बंद है और राजस्थान सरकार के पास कोयला की कमी है।
बिजली कटौती का समय निर्धारित होना चाहिए
टीकमाराम भाटी ने बताया कि विद्युत विभाग व सरकार को कोयले की समस्या को देखते हुए अगर विद्युत कटौती करनी है तो इसका समय निर्धारित करना चाहिए ताकि ज्यादा परेशान होना नही पड़े। उन्होंने बताया की शहरो में बिजली सप्लाई पूरी करने के लिए गांवों में दस दस घंटे तक कटौती करना कतई उचित नही है। सरकार को लगता है की गांवों में कोई रहता ही नही है, इसलिए इतनी कटौती का आदेश दे रखा है। जबकि भारत कृषि प्रधान गांवों का देश है।
अधिकारी व कर्मचारी नहीं उठाते कॉल
दो तीन घंटे तक लगातार विद्युत कटौती होने पर कई बार विद्युत विभाग के कर्मचारियों को सम्पर्क करते है लेकिन कॉल रिसीव करने में भी उनको समय नहीं मिल रहा है।
खानपुर में एक दिन में 8 बार बत्ती गुल, 10 घंटे से अधिक कटौती
प्राप्त जानकारी के अनुसार खानपुर में बुधवार प्रातः 6.00 से 6.20 तक, 7.00 से 10.15 तक, 10.20 से 10.25 तक, दोपहर 12.10 से 1.00 तक, 1.04 से 1.08 तक, 3.05 से 5.40 तक, रात्रि 11.00 से 2.00 तक, सुबह 5.30 से 6.35 बजे करीब आठ बार कटौती की गई जो 10 घंटे 38 मिनट तक रही।
इनका कहना -
राज्य में भीषण गर्मी के बीच मांग बढ़ जाने व विद्युत उत्पादन में कमी आने के कारण बिजली की मांग और आपूर्ति में अंतर आ गया है। कुछ ही दिनों में स्थिति सामान्य हो जायेगी।
एन के जोशी, एसई डिस्कॉम जालोर
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें