biporjoy cyclone: 10 दिन तक अरब सागर में रहने के बाद बिपरजोय गुजरात से टकराया
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biporjoy cyclone: 10 दिन तक अरब सागर में रहने के बाद बिपरजोय गुजरात से टकराया
पत्रकार श्रवण कुमार औड़
जालोर ( 15 जुन 2023 ) चक्रवाती तूफान बिपरजोय biporjoy cyclone के कारण गुरुवार दोपहर से मारवाड़ के मौसम में बदलाव शुरू हो गया। गुजरात से लगते जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बाड़मेर के सीमावर्ती इलाकों में बरसात के साथ धूल भरी हवा आई। शाम को पाली जिले के कुछ हिस्सों में अंधड़ के साथ बरसात के समाचार है। जोधपुर शहर और ग्रामीण इलाकों में दिनभर की उमस के बाद शाम को मौसम पलटा और ठंडी हवा के साथ हल्की बारिश शुरू हुई। शुक्रवार को बिपरजोय बाड़मेर-जालोर के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करेगा। दोनों ही जिलों के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है यानी कुछ स्थानों पर 204 मिलीमीटर से अधिक बारिश की आशंका है। शनिवार को जोधपुर में प्रवेश होने से पाली, सिरोही, जोधपुर व नागौर के लिए रेड अलर्ट रहेगा। रविवार शाम तक तूफान का असर रहेगा। हालांकिहालांकि जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगा, कमजोर होता जाएगा।
6 जून से अरब सागर में उठा, 15 जून को पहुंचा
अरब सागर में उठा भयंकर चक्रवाती तूफान biporjoy cyclone अब तक का सबसे लंबा चक्रवाती तूफान साबित हो रहा है। यह 6 जून को अरब सागर में उठा था जो धीरे-धीरे एक्सट्रीमली सिवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म में बदल गया। दस दिनों तक अरब सागर में चलने के बाद गुरुवार शाम को तूफान ने गुजरात के सौराष्ट्र तट से भूमि पर प्रवेश किय। इसके शुक्रवार दोपहर तक बाड़मेर-जालोर के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है। मौसम विभाग ने दोनों जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। तूफान का असर 18 जून तक रहेगा। हालांकि इस दौरान यह कमजोर भी हो जाएगा।
सेना अलर्ट मोड पर
रक्षा मंत्रालय के राजस्थान प्रवक्ता कर्नल अमिताभ शर्मा ने बताया कि आर्मी अलर्ट मोड पर है। सेना को गुजरात के विभिन्न शहरों में साजो-सामान के साथ तैनात किया गया है।
ऐसे समझिए बारिश की चेतावनी
● रेड अलर्ट: प्रचंड भारी बरसात, 204.4 मिलीमीटर से अधिक
● ओरेंज अलर्ट: बहुत भारी बरसात, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश
● यलो अलर्ट: भारी बरसात, 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश
सीमावर्ती क्षेत्र सहित तमाम इलाके में अलर्ट की वजह से प्रशासन और पुुलिस को मुश्तैद किया गया गया है। ग्राम स्तर पर पटवारी और ग्रामसेवक को पूरी जिम्मेदारी है और इस दौैरान प्रशासन ने इन कार्मिकों को बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोडऩे के सख्त निर्देश दिए है।
जिला कलेक्टर निशांत जैन के निर्देश पर सांचौर विशेषाधिकारी पूजा पार्थ भी सांचौर से इस तूफान को लेकर की गई तैयारियों व बचाव को लेकर जारी निर्देशों की मॉनिटरिंग कर रही है। ओएसडी पूजा पार्थ ने बताया कि सांचौर क्षेत्र गुजरात का सटा हुआ इलाका है। गुजरात की तरफ से चक्रवात के आने के चलते बॉर्डर क्षेत्र के गांवों में प्रशासन की टीमें पूरी तरह से मुस्तैद है। उन्होंने बताया कि तूफान की संभावना को देखते हुए बुधवार को सांचौर और चितलवाना उपखंड स्तर के अधिकारियों बैठक आयोजित की था। अब एसडीआरएफ सहित सभी प्रकार की तैयारियों की जा चुकी है ताकि इस विपदा में ज्यादा नुकसान नहीं हो । वहीं उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के सभी कार्मिकों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश भी दे दिए है।
देखते हुए बुधवार को साचीर और चितलवाना उपखड स्तर के अधिकारियों बैठक आयोजित की था। अब एसडीआरएफ सहित सभी प्रकार की तैयारियों की जा चुकी है ताकि इस विपदा में ज्यादा नुकसान नहीं हो। वहीं उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के सभी कार्मिकों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश भी दे दिए है।
पूरा जालोर जिला होगा प्रभावित
मौसम विभाग जालोर के आनंद शर्मा ने बताया कि अभी तक चक्रवात समुंद्र से आज शाम तक गुजरात से में जखोऊ पोर्ट के पास टकराएगा। समुंद्र में हवा की रफ्तार 125 से 145 किमी प्रति घंटे की है, लेकिन चक्रवात एक घंटे में 7 से 8 किमी की स्पीड से चल रहा है, जिसके चलते यह तूफान राजस्थान सीमा में बाड़मेर और सांचौर क्षेत्र 16 जून को टकराएगा। इस दौरान तेज हवा के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।
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चक्रवाती तूफान ‘‘बिपरजॉय’’ को लेकर जिला कलक्टर ने की आमजन से सुरक्षित व सतर्क रहने की अपील
जिला कलक्टर निशान्त जैन ने अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान ‘‘बिपरजॉय’’ को लेकर आमजन से सुरक्षित व सतर्क रहने की अपील की है।
जिला कलक्टर ने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार अति प्रचण्ड चक्रवाती तूफान ‘‘बिपरजॉय’’ को लेकर जालोर जिले में 16 व 17 जून को रेड अलर्ट जारी किया गया है। इस तूफान का प्रभाव गुजरात में सर्वाधिक रहेगा तथा जालोर जिले में सांचौर के रास्ते से प्रवेश करेगा। जिससे 16 व 17 जून को जालोर जिले में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है जिसको देखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने आमजन से विशेष अनुरोध किया है कि 16 व 17 जून को तब तक घरों में रहें, जब तक बारिश का प्रभाव समाप्त न हो। बड़े पेड़ों, कच्चे मकानों व भवनों के नीचे शरण न लें तथा बिजली के खंभों से दूर रहे। सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं करें तथा अपने मोबाईल की बैटरी पूरी तरह चार्ज रखें तथा संकट की स्थिति में अपने निकट सरकारी कर्मचारी यथा- ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, बीट कांस्टेबल, सरपंच आदि से सम्पर्क कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
उन्हांने कहा कि जिले में 16 व 17 जून को महात्मा गांधी नरेगा व इंदिरा गांधी शहरी रोजगार कार्य नहीं होंगे तथा महंगाई राहत कैंप, प्रशासन गांवों व शहरों के संग अभियान शिविरो का आयोजन भी नहीं होगा। उन्होंने आमजन से सावधानी बरतने व सुरक्षित रहने का आग्रह किया।
बिपरजॉय तूफान को लेकर भीनमाल में पहुंचीं एसडीआरएफ की टीम
बिपरजॉय तूफान को लेकर पूरे जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसको लेकर भीनमाल उपखंड प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। गुरुवार को एसडीआरएफ की टीम भी भीनमाल पहुंच गई।
इधर, तूफान की तैयारियों को लेकर पालिकाध्यक्ष विमला बोहरा की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। SDM पूनम चौधरी ने बताया कि जिले में तूफान को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिसके तहत सभी विभागों के अधिकारियों की 16 से 17 जून तक अन्य कार्यों को छोड़कर सिर्फ राहत कार्य के लिए ड्यूटी लगाई जा रही है। इस दौरान महंगाई राहत कैंप और प्रशासन शहरों के संग शिविर भी 2 दिन के लिए स्थगित रहेंगे।
तूफान के बीच जागरुक रहें, अपनाएं ये उपाय
तूफान के बीच प्रशासन अलर्ट पर है, सभी बंदोबस्त किए जा रहे हैं, लेकिन आमजन भी जागरुकता बरत कर जान माल की सुरक्षा कर सकता है।
• तेज हवाओं, अंधड़, मेघ गर्जना, बिजली चमकने और बारिश के दौरान घरों में ही रहें।
कहीं रास्ते में हैं तो बचने के लिए पेड़ों, कच्ची दीवारों, टीन शेड आदि का सहारा ना लें। कार में ना बैठे रहें ।
• घर में कांच के दरवाजे हैं तो उन्हें मजबूती से बंद रखें और उनके पास ना रहें। बिजली के उपकरणों को बंद रखें।
पशुओं को पेड़ से ना बांधे। बिजली के खंभे और ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन से भी उन्हें दूर रखें।
• यदि अंधड़ आता है और सुरक्षित जगह पर नहीं है तो मैदान में लेट जाएं।
• किसी भी आपदा की स्थिति में प्रशासन के हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क करें।
जहां बाढ़ आई वहां किया अलर्ट
SDM चौधरी ने बताया कि पिछले वर्षों के दौरान बारिश में जहां-जहां भी बाढ़ आई वहां पर प्रशासन की टीम ने मौके पर जाकर लोगों को अलर्ट कर दिया है। कई जगह पर लोगों को अन्यत्र शिफ्ट होने के लिए भी कहा गया है। उपखंड क्षेत्र में होने वाले निजी समारोह को भी आगामी 2 दिन तक स्थगित रखने की अपील की गई है।
हेल्पलाइन नंबर किए जारी
भीनमाल उपखंड क्षेत्र में बाढ़ बचाव को लेकर एसडीआरएफ के 10 जवानों की टीम क्षेमंकरी माता तलहटी पर पहुंच गई है। इसी के साथ ही आमजन हेल्पलाइन नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं।
पुलिस प्रशासन : 02969-222100, 100
नगर पालिका : 02969-220003
जल संसाधन : 9166069492
बिजली विभाग : 9251646133
सार्वजनिक निर्माण विभाग : 9116883229
पशु चिकित्सा विभाग : 9460017010
तहसील कार्यालय : 02969-220144
तीन दिन तक रह सकता है असर प्रदेश के गुजरात से लगते जिलों समेत जोधपुर, नागौर, चूरू और अजमेर जिलों में तूफान का असर 16 व 17 जून को दिखाई दे सकता है। सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग डेटा के अनुसार शुक्रवार, शनिवार और रविवार को तीन दिन तक इसका असर रह सकता है। इस दौरान भारी बारिश हो सकती है। यह तूफान अरावली की पहाड़ियों से टकराएगा, जिसके बाद इन क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो सकती है।
सिरोही में देर शाम बारिश का दौर हुआ शुरू
चक्रवात आने से पहले गुजरात से सटे सिरोही जिले में इसका असर दिखना शुरू हो गया है। यहां बुधवार देर शाम रेवदर तहसील के आस-पास इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश का दौर चला। हवा की रफ्तार इतनी थी कि लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए।
इसके साथ ही दुकानों के बाहर रखे होर्डिंग भी गिर गए। करीब 20 मिनट तक चली हवा और बारिश से पूरे इलाके में पानी भर गए। वहीं चक्रवात को देखते हुए जिले में अलर्ट किया गया है और लोगों को बिना काम घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है।
JALORE NEWS
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