गहलोत के करीबी, 3 बार रहे विधायक; राजस्थान की राजनीति में चर्चित चेहरा रहे हैं `वायरल` वीडियो वाले मेवाराम जैन
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गहलोत के करीबी, 3 बार रहे विधायक; राजस्थान की राजनीति में चर्चित चेहरा रहे हैं `वायरल` वीडियो वाले मेवाराम जैन
बाड़मेर ( 7 जनवरी 2024 ) बाड़मेर से कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक रहे मेवाराम जैन संकट में फंस गए हैं. सोशल मीडिया पर दो अश्लील वीडियो वायरल हो रहे हैं. जिनमें एक बुजुर्ग व्यक्ति एक लड़की के साथ रोमांस करता दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख रहे बुजुर्ग और कोई नहीं बल्कि पूर्व विधायक मेवाराम जैन ही हैं. विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर धावा बोल दिया है और उसके नेताओं पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने मामले को तूल पकड़ते देख मेवाराम जैन की पार्टी की सदस्यता सस्पेंड करते हुए उन्हें संगठन से निकाल दिया है.
3 बार रह चुके हैं विधायक
बताते चलें कि मेवाराम जैन कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं. वे तीन बार विधायक रह चुके हैं और बाड़मेर इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती रही है. मेवाराम जैन को अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है. गहलोत ने उन्हें राज्य सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाकर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया था. पार्टी ने इस बार भी उन्हें टिकट था लेकिन मेवाराम चुनाव हार गए.
पूर्व विधायक पर यौन शोषण के आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक गहलोत सरकार के दौरान एक महिला ने मेवाराम जैन समेत 9 लोगों पर उसके उसके साथ रेप करने का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर वर्ष 2021 और 2022 में उसके साथ कई बार यौन शोषण किया. साथ ही उसकी नाबालिक बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की गई. पीड़िता ने इस संबंध में जोधपुर के राजीव नगर थाने में पूर्व विधायक समेत 9 लोगों पर केस दर्ज करवाया था. पीड़िता ने अपने आरोपों के समर्थन में कई फोटोज और वीडियोज की जानकारी भी दी थी.
बीजेपी ने लपक लिया मुद्दा
गहलोत सरकार के दौरान मामले में पुलिसिया कार्रवाई ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाई. हालांकि चुनाव में यह मुद्दा जरूर बना रहा. अब सोशल मीडिया पर 2 अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद यह केस दोबारा सुर्खियों में आ गया है. दावा किया जा रहा है कि दोनों वीडियोज में पीड़ित महिलाएं अलग-अलग हैं लेकिन शोषण करने वाला एक ही है. बीजेपी में सत्तारूढ़ हो चुकी बीजेपी ने इस मुद्दे को लपक लिया है.
कांग्रेस ने संगठन से किया बाहर
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने इसे कांग्रेसी नेताओं को असली चरित्र बताते हुए मामले की निष्पक्षता से जांच की बात कही है. उधर आरोपों के घेरे में आए बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन का फोन लगातार स्विच ऑफ जा रहा है. मामले के लगातार तूल पकड़ने के बाद पार्टी ने मेवाराम जैन से किनारा कर लिया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मेवाराम जैन की पार्टी से सदस्यता निलंबित करते हुए उन्हें दल से निकाल दिया है.
दिल्ली तक पहुंचा मामला
राजस्थान में मेवाराम के बहाने बीजेपी कांग्रेस के पुराने चर्चित नेताओं के मामलों को सामने ला रही है. राजस्थान में इससे पहले भी कांग्रेस के कई नेताओं के चर्चित मामले सामने आए हैं. इस मामले के बाद कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग तेज हो गई है. सोशल मीडिया पर पिछले चार दिनों से लगातार मेवाराम जैन ट्रेंड में है. बाड़मेर और जैलसमेर के नेताओं में इन वीडियोज को लेकर हलचल है. इसको लेकर सियासी गलियारे में खूब चर्चा है.
सूत्रों का कहना है कि मेवाराम जैन का मामला राजस्थान में कई महीनों से चल रहा है. मगर, उन्हें टिकट दिया गया और अब चुनाव में हार के बाद दबाव बढ़ने लगा है. मेवाराम का मामला दिल्ली में आलाकमान तक पहुंच गया है. इसलिए दबाव में आने के बाद शनिवार (6 जनवरी) को देर रात कांग्रेस पार्टी ने उसे निलंबित कर दिया है.
बीजेपी-कांग्रेस में छिड़ी जुबानी जंग
राजस्थान बीजेपी में प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज का कहना है कि "मेवाराम जैन का मामला तीन साल पुराना है. सरकार कांग्रेस की थी इसलिए उसे दबाया जा रहा था. राजस्थान में अब बीजेपी की सरकार आते ही मेवाराम पर मामला दर्ज किया गया है और जल्द कार्रवाई भी होगी." उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि "कांग्रेस का असली चरित्र यही है."
कांग्रेस प्रवक्ता और महासचिव स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि "मेवाराम का मामला जैसे ही पार्टी को पता चला, तो उन पर तुरंत कार्रवाई हुई है. बीजेपी अपने उन नेताओं पर कार्रवाई कब करेगी जिन पर मामला दर्ज है. बीजेपी अपने नेताओं पर ध्यान नहीं देती है."
महिला की एक सहेली के साथ भी दुष्कर्म
महिला ने आरोप लगाया कि तब से आरोपी लगातार उसके साथ दुष्कर्म कर रहे हैं। उन्होंने उसकी किशोर बेटी के साथ भी छेड़छाड़ की, उसकी एक सहेली के साथ दुष्कर्म किया और उस पर अन्य महिलाओं को भी लाने के लिए दबाव डाला। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों और अन्य आरोपियों ने उसे मामले का खुलासा नहीं करने की धमकी दी और कुछ खाली कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए भी मजबूर किया। पूर्व विधायक के इशारे पर रामस्वरूप ने नवंबर 2022 में बाड़मेर में पीड़िता सहित पांच लोगों के खिलाफ कथित तौर पर सेक्सटॉर्शन और 50 लाख रुपये की मांग का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
वीडियो के फोटो पहले भी वायरल हुए थे
मेवाराम जैन के सात मिनट के दो वीडियो शुक्रवार दोपहर बाद अचानक सोशल मीडिया पर सामने आए. उनमें दिख रहे शख्स के मेवाराम जैन के होने के दावे किए जाने लगे. दो दिन तक ये वीडियो जैसे-जैसे वायरल होते गए वैसे-वैसे मामला फैलता गया. बताया जा रहा है कि इसी वीडियो के कुछ फोटो पहले भी सोशल मीडिया में वायरल हुए थे. लेकिन तब मामला रफा-दफा हो गया. उसके बाद बीते साल दिसंबर में पीड़िता ने मेवाराम जैन समेत 9 लोगों के खिलाफ जोधपुर के राजीव नगर में मामला दर्ज कराया गया था.
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