कैसे करें मरीज रक्त की पूर्ती जहाँ एक तरफ ब्लड़ बैंक में गहरा रहा है ब्लड़ का संकट वही आये दिन आ रहे मरीज़ों के डॉक्टर लिख रहे 2 से 3 यूनिट रक्त की रिकवरमेंट - JALORE NEWS
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कैसे करें मरीज रक्त की पूर्ती जहाँ एक तरफ ब्लड़ बैंक में गहरा रहा है ब्लड़ का संकट वही आये दिन आ रहे मरीज़ों के डॉक्टर लिख रहे 2 से 3 यूनिट रक्त की रिकवरमेंट - JALORE NEWS
जालौर ( 30 मई 2024 ) JALORE NEWS जिस तरह इस भीषण गर्मी से लोगों के पानी की प्यास नही बुझ रही वही रक्त की कमी से मरीज़ों की हालत खस्ता हो रही है, अस्पतालों में मरीज़ों की संख्या आये दिन बढ़ रही है। लू की चपेट हो, डिलेवरी हो, एक्सीडेंट हो, रक्त की कमी हो, ऑपरेशन हो, या ओर कोई केस हो मरीज भारी मात्रा में बढ़ रहे है। जालोर जिले के सरकारी अस्पताल में रोज़ के हजारों मरीजो का आना-जाना लगा रहता है उसी में कई मरीज ऐसे भी है जिन्हें आये दिन रक्त की आवश्यकता होती है वहीं ब्लड़ लेने हेतु 15 से 20 मरीजों का जमावड़ा सुबह से शाम तक लगा रहता है। जहां अभी ब्लड़ बैंक में भी रक्त की कमी पाई जा रही है उसमें नॉर्मल ग्रुप बी, ओ, या ए पॉजिटिव हो इनकी खपत भी बढ़ती जा रही है वहीं कभी कभी तो रेयर ब्लड़ ग्रुप भी बहुत मुश्किल से प्राप्त हो रहा है ऐसे में ब्लड़ बैंक प्रभारी एवं सेवा संस्था को भी परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है।
वहीं एक तरफ ब्लड़ की समस्या को नजरअंदाज करते हमारे जालोर के डॉक्टर है कि रक्त की मात्रा को कम करने की बजाय हर पेसेंट को 3 यूनिट ब्लड़ चढ़ाने को बोल देते है, जिसमे डिलेवरी पेशेंट के रिकवरमेंट बहुत ज्यादा लिखी जाती है, होंडा होड़ी के चक्कर मे मरीज हो रहे परेशान जब तक रक्त की व्यवस्था नही होती उनका ईलाज भी नही किया जाता है पहले रक्त लाओ फिर ईलाज किया जाएगा
ऐसा बोल मरीज को भेज देते है तथा ऐसे में मरीज द्वारा रक्त की व्यवस्था पूरी नही होने पर उन्हें बिना ट्रीटमेंट के बाहर रेफर कर दिया जाता है। कई पेसेंट तो ऐसे भी है जिनके 8 से 9 हीमोग्लोबिन होने पर भी उनको 3 यूनिट की रिकवरमेंट लिखी जाती है जहां आम इंसान पॉजिटिव रक्त की एक यूनिट के लिए पूरे दिन भटकता रहता है वही वो 3 यूनिट की व्यवस्था कैसे कर पायेगा ओर पॉजिटिव तो छोड़िए नेगेटिव जो रेयर ब्लड़ ग्रुप है उसमें भी 3 यूनिट की रिकवरमेंट लिखी जा रही है मरीज कहाँ से लाये इतना ब्लड़
ऐसे में डॉक्टर द्वारा बे वजह मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
नही खुला रहता है 24 घण्टे ब्लड़ बैंक इसी के साथ पी. एम. ओ. साहब एवं ब्लड़ बैंक प्रभारी महोदय को रक्तसेवा संस्थाओ द्वारा ब्लड़ बैंक को 24/7 खुला रखने के लिए कई बार सूचित किया जा रहा है लेकिन नही हो रहा है समाधान प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक का ही है समय उसके बाद ऑन कॉल बुलाया जाता है ब्लड़ बैंक कर्मचारी को जिससे मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है। दोपहर 2 बजे बाद ऑन कॉल ब्लड़ बैंक खुलवाने के लिए किसी भी हॉस्पिटल द्वारा पहले मरीज को हॉस्पिटल चौराहा स्थित सरकारी अस्पताल में आना पड़ता है यहां ब्लड़ बैंक खुलवाने हेतु डॉक्टर द्वारा कॉल लिखवाई जाती है उसके बाद ब्लड़ बैंक में जिसकी ड्यूटी होती है उसे फोन द्वारा सूचना दी जाती है बाद कॉल पर एम्बुलेंस द्वारा उस कर्मचारी को घर से लेने जाना पड़ता है फिर उन्हें हॉस्पिटल लाया जाता है उसके बाद ब्लड़ लेने की प्रोसेसिंग शुरू की जाती है जिसमे उस मरीज को एक घण्टा या उससे ज्यादा भी इंतजार करना पड़ता है। जिसका भगवान ही मालिक है।
जालोर ब्लड़ डोनर संरक्षक नितेश भटनागर ने बताया कि जालोर जिले में रक्तदान जागरूकता की बहुत जरूरत है जिसमे प्रसाशन को भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए तथा समय-समय सरकारी अस्पताल द्वारा भी ऐसे रक्तदान जागरूकता शिविर रखने चाहिए बिना जागरूकता के लोग नही कर रहे रक्तदान, तथा संबंधित कई सेवा संस्थान, धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक संगठनों द्वारा रक्तदान केम्प करवा रक्त की कमी को दूर किया जा सकता है।
तरुण सिद्धावत ने बताया कि मैं भी कई समय से जालोर ब्लड़ डोनर ग्रुप के साथ जुड़ कर लाईव डोनेशन करवा रहा हु। जालोर शहर में मात्र एक संस्था ही है जो हर समय मरीज़ों की रक्तसेवा के तत्त्पर रहते है कैसा भी केस हो उसे तुरंत सोल्व किया जाता है। अगर रक्तसेवा संस्था साथ ना देवे तो जालोर शहर के एक मात्र सरकारी ब्लड़ बैंक की हालत खराब जैसी ही समझो ब्लड़ बैंक में रक्त की कमी से गंभीर रोगी हो रहे है परेशान, नही हो रहा कोई समाधान।
आज आये चार केस में सभी नेगेटिव रेयर ब्लड़ ग्रुप जिसमे दो केस बी नेगेटिव एवं दो केस ओ नेगेटिव के थे।
पहला केस पेसेंट मंजू देवी पत्नी रमेश कुमार गांव थुर ब्लड़ ग्रुप बी नेगेटिव डिलेवरी पेसेंट के 8 पॉइंट हीमोग्लोबिन तीन यूनिट ब्लड़, जिसमे हमारे रक्तदाता करणपाल सिंह पुत्र तेज सिंह राजेंद्र नगर फ्रेस बी नेगेटिव रक्तदान किया।
दूसरा केस पेसेंट सायती देवी पत्नी नारायण लाल निवासी भँवरानी डिलेवरी 7 पॉइंट हीमोग्लोबिन बी नेगेटिव तीन यूनिट ब्लड़, जिसमें अशोक कुमार पुत्र रतनलाल गेहलोत निवासी सामतीपुरा रोड़ जालोर ने फ्रेस बी नेगेटिव रक्तदान किया।
तीसरा केस पेसेंट नंद किशोर सोनी पुत्र सीता राम जालोर ओ नेगेटिव रक्त की कमी 6 पॉइंट हीमोग्लोबिन दो यूनिट ब्लड़, जिसमे दामोदर भूतरा पुत्र शिवदयाल भूतरा निवासी आशापूर्णा जालोर ने 25 वीं बार अपना अमूल्य ओ नेगेटिव रक्तदान किया।
तथा चौथा केस पेसेंट हनुमान सिंह पुत्र गोकुल सिंह निवासी गोविंदला रक्त की कमी 8 पॉइंट हीमोग्लोबिन तीन यूनिट ब्लड़ की आवश्यकता होने पर हमारे रक्तदाता मनीष सौलंकी पुत्र हड़मानाराम सोलंकी निवासी जालोर ने अपना ओ नेगेटिव रेयर ब्लड़ रक्तदान किया।
सभी रक्तविरो को जालोर ब्लड़ डोनर ग्रुप परिवार की ओर से हार्दिक आभार एवं धन्यवाद।
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