सरकार कर्मचारियों के खिलाफ आदेशों का शिक्षक संघ ने शेखावत ने जताया विरोध : JALORE NEWS
![]() |
Teachers-union-and-Shekhawat-protested-against-the-orders-against-government-employees |
सरकार कर्मचारियों के खिलाफ आदेशों का शिक्षक संघ ने शेखावत ने जताया विरोध : JALORE NEWS
जालौर ( 30 मई 2024 ) JALORE NEWS वर्तमान भजनलाल शर्मा सरकार के सत्तारूढ़ होने के बाद से सरकार के मंत्रियों तथा मुख्य सचिव सहित राज्य सरकार के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों ने राज्य कर्मचारियों को डराने धमकाने तथा प्रताड़ित करने और कर्मचारी, सरकारी विभागों, सरकारी विद्यालयों व चिकित्सालयों को बदनाम करने का अभियान चला रखा है। इसी क्रम में 24 मई को कार्मिक विभाग द्वारा जारी मुख्य सचिव के अनिवार्य सेवानिवृत्ति आदेश से कर्मचारियों में आतंक पैदा करने की कोशिश की गई है।
सरकार कर्मचारियों में आतंक पैदा करना चाहती है और आमजन को कामगारों के खिलाफ भड़काना चाहती है। इसका अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि सरकार के मंत्री ही नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के अनेक नेता भी लगातार कर्मचारियों के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। अब तो मुख्यमंत्री ने भी अपने साक्षात्कार में अनिवार्य सेवा निवृत्ति नियम के अनुसार कार्रवाई करने का कहकर कर्मचारियों के डर को बढ़ाने और उन्हें पस्त करने की कोशिश की है। राज्य कर्मचारी सरकार के इस अनुचित व कुटिल रुख से हतप्रभ, आहत और आक्रोशित है। सरकार के इस घोर कर्मचारी विरोधी रुख पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ।
राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) ने कहा है कि राज्य का स्वाभिमानी शिक्षक व कर्मचारी अपनी गरिमा और न्यायपूर्ण हित संरक्षण के लिए सतर्क और जागरुक है। सरकार अपनी कुटिल चाल से बाज नहीं आई और कर्मचारियों के खिलाफ जारी अनुचित अभियान को नहीं रोका गया तो राज्य का कर्मचारी अपनी मान मर्यादा तथा न्याय के लिए न केवल सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर जाएगा बल्कि सरकार के साजिशपूर्ण कदमों की पोल खोलने के लिए आम जन के बीच भी जाएंगे ।
राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग तथा महामंत्री उपेंद्र शर्मा ने स्पष्ट किया है कि सरकार शिक्षा, चिकित्सा तथा जनसेवा की सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण करना चाहती है और सरकारी विभागों का आकार घटाना चाहती है। इन जन विरोधी कार्यो को अंजाम देने के लिए कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है ताकि कर्मचारी संगठित रूप से विरोध नहीं कर सके। कर्मचारी भी आमजन है और "बांटो तथा राज करो" नीति के तहत सरकार आम जन को आपस में बांट देना चाहती है, आपस में टकराना चाहती है। यदि सरकार इसमें सफल हो गई तो जन सामान्य एक तरफ इन सेवाओं से वंचित हो जाएंगे, ऊंची कीमत पर निजी क्षेत्र से यह सेवाएं खरीदनी पड़ेगी और दूसरी तरफ राज्य में लाखों पद समाप्त करके रोजगार के अवसर खत्म कर दिए जाएंगे।
राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवदत्त आर्य, संरक्षक दलपत सिंह आर्य, जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह मंडलावत, जिला मंत्री गोविंद सिंह राव, ने राज्य के शिक्षकों तथा कर्मचारियों से एकजुटता तथा मुखरता से सरकार की इस कर्मचारी विरोधी तथा जन विरोधी मुहिम के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान किया है।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें