बारिश में गाड़ी चलाते समय रखें इन जरूरी बातों का ध्यान वरना आसानी से हो सकते हैं दुर्घटना के शिकार
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Night Drive monsoon: देश में मानसून आ गया है और भारी बारिश के चलते जीवन काफी मुश्किल हो गया है। पैडल चलने वालों से लेकर गाड़ियों से चलने वालों की लाइफ काफी टफ सी हो गईं है और जान-माल को भी भारी नुकसान हो गया है। कई बार बारिश के चलते रात में गाड़ी चलाना काफी मुश्किल भरा हो गया है। लेकीन अगर आप रोजाना रात को गाड़ी चलाते हैं तो यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनकी वजह से रात में ड्राइव करने में आपको आसानी होगी.. लेकिनं यहां आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। आइये जानते हैं…
विंडशील्ड वाइपर का सही होना:
मानसून में बारिश काफी तेज होती है जिसकी वजह से विजिबिल्टी काफी कम हो जाती है। इसलिए बेहतर ड्राइव के लिए विंडशील्ड वाइपर का सही होना और बेहतर फंक्शन करना जरूरी है। वाइपर को समय-समय पर चेक केते रहें।
गति पर रखें नियंत्रण:
बारिश के मौसम में वाहन चालक को अपने स्पीड पर काबू रखना चाहिए, क्योंकि बारिश के कारण रोड पर फिसलन बढ़ जाती है। बारिश के मौसम में कार को अपने कंट्रोल में रखें। कार को कम गति पर चलाएं ताकि ब्रेक लगाने पर आप किसी भी दुर्घटना का शिकार न हों। इसके अलावा जितना हो सके उतना आप बारिश में इमरजेंसी में ब्रेक लगाने से बचें।
चैक करें ब्रेक:
बरसात के मौसम में सड़को पर पानी की वजह से ब्रेक लगाने में समस्या आती है। इसलिए हमेशा बारिश में वाहन को बहुत आराम से चलाना चाहिये। क्योंकि बारिश में कार हो या मोटरसाइकिल एक्सीडेंट होने का खतरा बना रहता है।
कार सर्विसिंग
आम दिनों की तुलना में बारिश के मौसम में वाहन में ज्यादा खराबी आती है। मानसून में ड्राइविंग से पहले अपनी कार की सर्विस जरूर कराएं। इससे भारी बारिश के दौरान ड्राइविंग करने पर भी आपको कार के खराब होने का डर नहीं सताएगा।
अपनी लेन में ही करें ड्राइव:
बारिश के मौसम में अपनी ही लेन में ड्राइव करें, ऐसा करना अपने लिए सेफ रखेगा। अक्सर जल्दी के चक्कर मे गलत साइड में कार ड्राइव करने लगते हैं, वैसे में तेज बारिश के कारण सामने से आ रहे वाहन दिखाई नहीं देते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
हेड लाइट्स ऑन रखें
मानसून के सीजन में हेडलाइट्स को लो बीम पर ऑन रखा जाना चाहिए। मॉडर्न कारों में डीआरएल मौजूद होते हैं। इसके चलते ट्रैफिक व्हीकल्स को आसानी से नोटिस किया जा सकता है। बारिश और धुंध के चलते विजिबिलिटी प्रभावित होती है और डीआरएल या हेडलाइट्स को ऑन रखने से सामने से आने वाली गाड़ियां आपकी गाड़ी को बेहतर तरीके से नोटिस कर सकती है। इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि हेडलाइट्स को सिर्फ लो बीम पर ही जलाएं क्योंकि यूजर्स अगर हेडलाइट्स को हाई बीम पर जलाते हैं तो इससे सामने वाले शख्स को दिखने में काफी परेशानी हो सकती है और इसके चलते एक्सीडेंट भी हो सकता है। खास बात ये है कि अगर धुंध के दौर में आप हाई बीम पर हेडलाइट्स जलाते हैं तो इससे विजिबिलिटी काफी कम हो जाती है। बता दें कि विजिबिलिटी के लिए ब्राइट लाइट्स नहीं बल्कि फोक्स्ड लाइट्स बेहतर होती हैं
पानी भरे अनजान रास्ते से बनाए दूरी
जल्दबाजी हो या शॉर्टकट, हमेशा ध्यान रखें और पानी भरे अनजान रास्ते से दूरी बनाए, जो रास्ता उचित लगे उससे जाएं. क्योंकि अक्सर अनजान रास्ते में भरे पानी का हम अंदाजा नहीं लगा पाते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
बारिश में धैर्य दिखाएं
मानसून के दौर में गीली सड़कों पर ट्रैक्शन कम देखने को मिलता है। सड़कों का तापमान भी इस दौरान कम होता है और इसलिए टायरों को गर्म होने में समय लगता है। जब भी किसी घुमावदार सड़क से सामना हो तो गाड़ी को धीरे चलाना चाहिए क्योंकि कॉर्नर पर गाड़ी के टायर ट्रैक्शन खोने लगते हैं।
मॉनसून सीजन से पहले सारे इलेक्ट्रिक फीचर्स चेक कर लें
इस समय देश के विभिन्न राज्यों में बरसात हो रही है। बरसात के मौसम में वाहन चलाते समय थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो सके। इस खबर के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं, बारिश के दौरान सही ढंग से गाड़ी चलाने के बारे में
मॉनसून सीजन से पहले गाड़ी के सभी इलेक्ट्रिकल फीचर्स को जांच लेना चाहिए। ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि गाड़ी का एयर कंडीशनिंग सिस्टम, पावर विंडो, इंडीकेटर्स, हेडलाइट्स, टेल लैंप्स, ब्रेक लाइट्स, हजार्ड लाइट्स, चार्जिंग सॉकेट, डैश पर मालफंक्शनिंग लैंप, स्पीडो, फ्यूल गॉज, वाइपर्स और मिरर एडजस्टर ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।
ओवर स्पीडिंग
बरसात के मौसम में अगर आप ओवर स्पीड में गाड़ी चलाते हैं तो ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करते ही हैं साथ ही साथ आप अपना जान भी जोखिम में डालते हैं। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आप 90-100 की स्पीड में अपनी गाड़ी को रश कर रहे हैं और अचानक बीच में गड्ढा मिल जाता है, जो बरसात के कारण भरे पानी की वजह से नहीं दिखाई देता है ऐसे में आपकी गाड़ी सीधे उसके अंदर जा सकती है या फिर उसका से टकरा सकती है जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि बरसात के दिनों में धीमी गति से अपनी गाड़ी को चलाएं और रोड के चारों तरफ अपनी नजरें रखें।
खिड़कियां रखें बंद
बारिश हो रही है तो ऐसे में कार की खिड़कियां बंद कर देनी चाहिए. बारिश में पानी से विंडस्क्रीन धुंधली हो जाने से बाहर का नजारा साफ नहीं दिखाई देता है. इस समस्या से बचने के लिए वाइपर के साथ डिफागर और AC को ऑन कर देना चाहिए. याद रहे कि विंडस्क्रीन को अंदर से कभी भी साफ नहीं करना चाहिए.
लाइट्स का करें प्रयोग
अक्सर तेज बारिश के दौरान हमें दूर की चीजें दिखाई नहीं देती, ऐसे में लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए. लाइट की वजह आपकी कार दूसरे लोगों को दूर से ही दिखाई देगी. यदि आपके कार में DRL (डे टाइम रनिंग लाइट) है तो आप उसका प्रयोग जरूर करें और याद रहे कि रात के समय हाइबीम का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें.
अपनी साइड में ही करें ड्राइव
अक्सर हम जल्दबाजी में गलत साइड में कार ड्राइव करने लगते हैं, वैसे में तेज बारिश के कारण सामने से आ रहे वाहन दिखाई नहीं देते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. इसलिए सुनिश्चित करें की आप अपनी ही साइड में ही चले.
स्पीड कम तो दुर्घटना कम
जी हां, अक्सर मौसम के लुफ्त को उठाने के चक्कर में हम तेज स्पीड में ड्राइव करने लगते है, जिससे कि गाड़ी के स्लिप होने और एक्सीडेंट के चांस बढ़ जाते हैं. इसलिए हमेशा स्पीड का ध्यान रखें.
पानी भरे अनजान रास्ते से बनाए दूरी
जल्दबाजी हो या शॉर्टकट, हमेशा ध्यान रखें और पानी भरे अनजान रास्ते से दूरी बनाए, जो रास्ता उचित लगे उससे जाएं. क्योंकि अक्सर अनजान रास्ते में भरे पानी का हम अंदाजा नहीं लगा पाते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं.
डिफॉगर का इस्तेमाल करें
बरसात के मौसम में गाड़ी के विंडशील्ड पर फॉग जमने की समस्या आम है। जब बाहर का तापमान और गाड़ी के अंदर का तापमान बिल्कुल विपरीत होता है तो गाड़ी की विंडशिल्ड पर वह पूरी तरीके से जम जाता है, जो वाइपर चलाने पर भी नहीं हटता है, ऐसे में गाड़ी के अंदर डिफॉगर फीचर दिया जाता है, जिसको दबाने के बाद और फैन को थोड़ा तेज करने के बाद आप अपनी गाड़ी की विंडशील्ड से सारे फॉग हटा सकते हैं।
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