Neeraj Udhwani killed in Pahalgam terrorist attack
Pahalgam Terrorist Attack: जयपुर लाया गया नीरज का पार्थिव शरीर, घर पर उमड़ा जनसैलाब; नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
जयपुर ( 23 अप्रैल 2025 ) Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले जयपुर निवासी नीरज उधवानी का पार्थिव शरीर इंडिगो की फ्लाइट से जयपुर लाया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचा, वहां का माहौल गमगीन और आक्रोशित हो उठा। एयरपोर्ट से लेकर उनके घर तक हजारों की संख्या में लोग जुटे और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारों के साथ आतंकवाद के खिलाफ अपना आक्रोश जताया। वहीं, नीरज का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जाएगा।
मृतक नीरज को नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
जयपुर एयरपोर्ट पर नीरज को श्रद्धांजलि देने के लिए राजस्थान सरकार के कई बड़े नेता और अधिकारी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री राजवर्धन सिंह राठौड़, विधि मंत्री जोगाराम पटेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, जयपुर सांसद मंजू शर्मा, विधायक रोहित बोहरा, रामकेश मीणा, बगरू विधायक कैलाश वर्मा, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ, कलेक्टर जितेंद्र सोनी सहित कई अन्य जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने नीरज को श्रद्धांजलि दी।
एयरपोर्ट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जैसे ही पार्थिव शरीर को एंबुलेंस में रखा गया, वहां मौजूद सभी लोगों ने भावुक होकर पुष्प अर्पित किए और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी।
जयपुर के मॉडल टाउन इलाके में मातम
नीरज का पार्थिव शरीर एयरपोर्ट से मालवीय नगर के मॉडल टाउन स्थित उनके घर लाया गया। वहां पहले से ही परिजनों, मित्रों और समाज के लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। परिजनों के साथ भाई किशोर उधवानी, बहन शुभी अग्रवाल, मित्र फहाद मर्चेंट और पत्नी आयुषी भी वहां मौजूद रहे जिनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।
परिजनों ने बताया कि नीरज और आयुषी 21 अप्रैल को कश्मीर घूमने पहुंचे थे। अगले ही दिन 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में नीरज को गोलियों से छलनी कर दिया गया।
मुख्यमंत्री भी जाएंगे श्रद्धांजलि देने
जानकारी के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नीरज के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उन्होंने इससे पहले प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी की। बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत, डीजीपी उत्कल रंजन साहू, गृह विभाग के एसीएस आनंद कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में हाई अलर्ट जारी कर सुरक्षा गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
घटना पर नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रियाएं
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने हमले को कायराना हरकत बताते हुए कहा कि आतंकियों को ऐसा करारा जवाब मिलेगा, जो दुनिया को बता देगा कि भारत की तरफ आंख उठाकर देखने का क्या अंजाम होता है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि यह हमला देश की एकता और शांति पर हमला है। हम शहीद नीरज के परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।
27 लोगों की मौत, देशभर में शोक की लहर
बताते चलें कि पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस बर्बर आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक लोग घायल हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा के पर्यटक इस हमले में मारे गए। साथ ही नेपाल और UAE के नागरिक, और 2 स्थानीय लोग भी हमले के शिकार बने।
जयपुर के रहने वाले थे नीरज
यहां बात उस आतंकी हमले की हो रही है, जिसने न सिर्फ कश्मीर को फिर से खून से रंग दिया, बल्कि राजस्थान के जयपुर के एक साधारण परिवार की जिंदगी भी उजाड़ कर रख दी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें कई पर्यटकों की मौत हो गई। इसी हमले में जयपुर निवासी नीरज उधवानी (34) की भी मौके पर ही मौत हो गई। नीरज का परिवार सदमे में है, लेकिन अब एक आवाज पूरे जोर से उठ रही है कि अगर हमला पाकिस्तान की शह पर हुआ है, तो अब सिर्फ निंदा नहीं, एक और सर्जिकल स्ट्राइक होनी चाहिए।
परिवार की सरकार से मांग
नीरज के ताऊ और चाचा ने मीडिया के जरिए अपनी बात सरकार तक पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हमारे बेटे की मौत का जवाब गोली से ही दिया जाना चाहिए। साथ ही परिवार के लोगों ने यह भी कहा है कि आतंकवाद पर राजनीति ना हो, सिर्फ नीति और निर्णायक कार्रवाई ही हो। उन्होंने कहा कि जिस तरह उरी और पुलवामा के बाद भारत ने सीमा पार घुसकर दुश्मन को जवाब दिया था। अब वक्त फिर उसी तरह के सख्त एक्शन लेने का है।
Big Decision: 48 घंटे में भारत छोड़े पाकिस्तानी, रोका जाएगा सिंधु का पानी, CCS मीटिंग में PM मोदी के 5 बड़े फैसले
Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 28 लोगों की मौत हुई। पहलगाम की घटना को लेकर पीएम मोदी के आवास पर सीसीएस की बैठक हुई। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत सिंधु जल समझौते से पीछे हट रहा है और भारत में पाकिस्तान दूतावास बंद किया जा रहा है। भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानियों को अगले 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
हमले के बारे में दी गई जानकारी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। CCS को पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। CCS ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को समझते हुए सीसीएस ने लिये ये फैसले-1- 1960 की सिंधु जल संधि तत्काल प्रभाव से स्थगित रहेगी, जब तक कि पाकिस्तान विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से सीमा पार आतंकवाद के लिए अपना समर्थन त्याग नहीं देता।
2- एकीकृत चेक पोस्ट अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। जो लोग वैध अनुमोदन के साथ सीमा पार कर चुके हैं, वे 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं।
3- पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क वीज़ा छूट योजना (एसवीईएस) वीज़ा के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीज़ा को रद्द माना जाएगा। एसवीईएस वीज़ा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय है।
4- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। भारत इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा/नौसेना/वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा। संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। दोनों उच्चायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।
(5) उच्चायोगों की कुल संख्या को वर्तमान 55 से घटाकर 30 कर दिया जाएगा, जो 1 मई 2025 तक और अधिक कटौती के माध्यम से किया जाएगा।
गुरुवार को होगी सर्वदलीय बैठक
वहीं पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला लिया है। यह बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी में ये बैठक होगी।
पाकिस्तान की तरफ से आई प्रतिक्रिया
पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान पर पहला स्ट्राइक करने के बाद पाक के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सिंधु जल समझौता होल्ड पर रखने पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के तहत भारत ऐसा नहीं कर सकता है।
जवानों को सतर्कता बनाए रखने के दिए निर्देश
CCS ने समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया। संकल्प लिया गया कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। तहव्वुर राणा के हाल के प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में निरंतर प्रयास करेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) के समय चिरमिरी के 11 लोग घूमने गए थे। आतंकी हमले में वे बाल-बाल बच गए। चिरमिरी में हर साल ठंडी में गर्म कपड़े का कारोबार करने आने वाले एक कश्मीरी व्यापारी की मदद से सभी सुरक्षित निकल गए। बताया जा रहा है कि गोलियों की आवाज सुनकर सभी लॉज की तरफ भागे और जान बचाई।
एमसीबी जिले के चिरमिरी से 18 अप्रैल को कुलदीप स्थापक, हैप्पी बधावन, शिवांश जैन, आशीष अग्रवाल के परिवार से 11 (4 महिला, 4 पुरुष व 3 बच्चे) लोग जम्मू कश्मीर घूमने (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) निकले थे। सभी 21 अप्रैल को पहलगाम पहुंच थे। यहां 22 अप्रैल की दोपहर में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ।
उस समय चिरमिरी के पर्यटकों के साथ हर साल ठंडी में गर्म कपड़े का व्यापार करने आने वाले व्यापारी नजाकत अली भी मौजूद था। उनके साथ ही सभी आस-पास घूम फिर रहे थे। हमले (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) के बाद उसने ही सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमला: चिरमिरी से घूमने पहुंचे थे महिला पार्षद समेत 11 लोग, गोलियों की आवाज सुनकर लॉज की तरफ भागे निकाला।
Chirimiri people in Pahalgam
हमले (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) की सूचना के बाद चिरमिरी में परिजन रातभर नहीं सोए। कश्मीर गए परिवार के सदस्यों की चिंता सता रही थी। हालांकि, मंगलवार रात को परिजनों से बात हुई है। कुलदीप स्थापक की पत्नी पूर्वा स्थापक नगर निगम चिरमिरी की पार्षद हैं।
पर्यटक शिवांश ने फेसबुक में लिखा- हम सुरक्षित हैं
चिरमिरी से कश्मीर गए पर्यटक शिवांश जैन ने बुधवार दोपहर 3 बजे फेसबुक में लिखा है कि भगवान के आशीर्वाद से हम सभी सुरक्षित हैं। उनका किसी से कॉंटैक्ट भी नहीं हो पा रहा है। चिरमिरी से कश्मीर गए पर्यटकों में कुलदीप स्थापक, पूर्व स्थापक व 2 बच्चे, भतीजा अरविंद अग्रवाल, पत्नी और एक बच्चा शामिल हैं, जो एक ही परिवार से हैं।
इसके अलावा बाकी जैन व परासर परिवार से हैं। परिजनों का कहना है कि मंगलवार से हाई अलर्ट घोषित है और हमले (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) के दिन से सारी हवाई सेवाएं रद्द कर दी गई थीं।
Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack: शिवांश की मां का है ये कहना
शिवांश जैन की मां ने बताया कि बेटा अपने मित्र कुलदीप स्थापक, अरविंद अग्रवाल, हैप्पी बधावन, उनकी पत्नी और बच्चों के साथ घूमने के लिए पहलगाम गया था। आतंकी हमले के समय सब वहीं मौजूद थे।
गोलियां (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) चलने की आवाज सुनने के बाद सभी ने लॉज की ओर भागकर जान बचाई। सब होटल में सुरक्षित हैं। उनके दोस्त से रात 9 बजे फोन पर बात हुई। महिला व पुरुषों को अलग-अलग सुरक्षित श्रीनगर पहुंचाया गया है।
पर्यटक शिवांश ने फेसबुक में लिखा- हम सुरक्षित हैं
चिरमिरी से कश्मीर गए पर्यटक शिवांश जैन ने बुधवार दोपहर 3 बजे फेसबुक में लिखा है कि भगवान के आशीर्वाद से हम सभी सुरक्षित हैं। उनका किसी से कॉंटैक्ट भी नहीं हो पा रहा है। चिरमिरी से कश्मीर गए पर्यटकों में कुलदीप स्थापक, पूर्व स्थापक व 2 बच्चे, भतीजा अरविंद अग्रवाल, पत्नी और एक बच्चा शामिल हैं, जो एक ही परिवार से हैं।
इसके अलावा बाकी जैन व परासर परिवार से हैं। परिजनों का कहना है कि मंगलवार से हाई अलर्ट घोषित है और हमले (Jammu Kashmir Pahalgam Terror Attack) के दिन से सारी हवाई सेवाएं रद्द कर दी गई थीं।
एक टिप्पणी भेजें