राजस्थान की 10 हॉट सीटें, जहां दांव पर लगी है सीएम, 2 पूर्व सीएम, लोकसभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री की साख
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राजस्थान की 10 हॉट सीटें, जहां दांव पर लगी है सीएम, 2 पूर्व सीएम, लोकसभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री की साख
जयपुर ( 28 मार्च 2024 ) Rajasthan Hot 10 Seat : लोकसभा चुनाव का मैदान तैयार है। राजस्थान की लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है। करीब 10 ऐसी सीटें हैं जहां सीएम, 2 पूर्व सीएम, लोकसभा स्पीकर और केंद्रीय मंत्रियों की साख दांव पर है। कुछ सीटें ऐसी हैं जहां निर्दलीय उम्मीदवारों ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।
फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि इस सीट पर बीजेपी या कांग्रेस उम्मीदवारों का पलड़ा भारी है। इस बार कांग्रेस के कई बड़े चेहरे मैदान में नहीं हैं लेकिन पार्टी ने उन्हें कई सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताने की जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं बीजेपी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, 3 केंद्रीय मंत्रियों और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे समेत कई वरिष्ठ चेहरों को मैदान में उतारा है।
राजस्थान की 10 हॉट सीटें : 10 hot seats of Rajasthan
1. जालोर-सिरोही : इस लोकसभा सीट पर बीजेपी ने लुंबाराम चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में यहां पूर्व सीएम गहलोत की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।
2. जोधपुर : जोधपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, यह क्षेत्र पूर्व सीएम अशोक गहलोत के गृह जिले में आता है। ऐसे में इस सीट पर शेखावत के साथ-साथ पूर्व सीएम की साख भी दांव पर है।
3. झालावाड़-बारां: इस सीट पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत बीजेपी के उम्मीदवार हैं। ऐसे में यह सीट पूर्व सीएम राजे के लिए काफी अहमियत रखती है। 8 बार से यह सीट राजे परिवार के पास है। राजे खुद यहां से पांच बार और दुष्यंत तीन बार सांसद रहे हैं। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को मैदान में उतारा है।
4. कोटा-बूंदी: हॉट सीट में कोटा-बंदी सीट का नाम भी है क्योंकि यहां से बीजेपी ने एक बार फिर ओम बिड़ला को मैदान में उतारा है। उनपर तीसरी बार चुनाव जीतने का दवाब होगा।
5. भरतपुर: भरतपुर सीएम भजनलाल शर्मा का गृह जिला है, इसलिए यहां उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर है। इस सीट पर इस बार बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदलते हुए रामस्वरूप कोली को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने यहां से संजना जाटव को अपना उम्मीदवार बनाया है।
6. बाड़मेर-जैसलमेर: इस सीट से बीजेपी ने फिर से कैलाश चौधरी को मैदान में उतारा है, जो कि केंद्र में मंत्री हैं। वहीं कांग्रेस ने उमेदाराम बेनीवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। साथ ही, निर्दलीय विधायक रवींद्र भाटी के चुनाव लड़ने की घोषणा से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
7. चूरू : इस लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राहुल कस्वां को इस बार टिकट नहीं दी। 2014 और 2019 में कस्वां बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीते। इस बार टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली और कांग्रेस ने चुरू से ही उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में कस्वां के लिए प्रतिष्ठा दांव पर होगी। उनका मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया से है।
8. अलवर : यहां से बीजपी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने मुंडावर विधायक ललित यादव को टिकट दिया है।
9. राजसमंद : राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी यहां से सांसद रह चुकी हैं। इस बार उनके स्थान पर बीजेपी ने विधायक विश्वराज सिंह की पत्नी महिमा सिंह को टिकट दिया है। कांग्रेस ने सुदर्शन रावत को प्रत्याशी बनाया लेकिन उन्होंने उम्मीदवारी वापस ले ली। इसके बाद इस सीट को लेकर चर्चाओं का बाजार अचानक गर्म हो गया है।
10. नागौर : इस सीट पर एक बार फिर मिर्धा परिवार और हनुमान बेनीवाल के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस से बीजेपी में आई ज्योति मिर्धा को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है। जबकि बेनीवाल इस बार इंडिया अलायंस के उम्मीदवार हैं।
राजस्थान में पहले चरण की 11 सीटों पर सीधा मुकाबला, एक पर त्रिकोणीय संघर्ष
Lok Sabha Elections 2024 : राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर बिसात बिछ चुकी है। प्रदेश में पहले चरण की 12 सीटों पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई। 12 में से 11 लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के दो उम्मीदवारों से सीधा मुकाबला है। लेकिन, दौसा लोकसभा सीट पर कांग्रेस को झटका लगा है। यहां कांग्रेस में हाल ही शामिल हुए नरेश मीणा ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। ऐसे में दौसा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।
12 लोकसभा सीटों पर इन दिग्गजों के बीच मुकाबला
अलवर लोकसभा : भाजपा के भूपेन्द्र यादव को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस के ललित यादव को उम्मीदवार बनाया है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है। हालांकि बहुजन समाजपार्टी ने फजल हुसैन को मैदान में उतारा है।
सीकर लोकसभा : भाजपा ने सुमेधानंद सरस्वती को तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने यह सीट गठबंधन में माकपा के लिए छोड़ी है। माकपा ने यहां से पूर्व विधायक अमराराम को उम्मीदवार बनाया है। दोनों उम्मीदवारों के बीच यहां सीधा मुकाबला है।
चूरू लोकसभा : भाजपा ने पैरा ओलम्पिक खिलाड़ी देवेन्द्र झाझड़िया को नए चेहरे के रूप में मैदान में उतारा है। तो कांग्रेस ने राहुल कस्वा को उम्मीदवार बनाया है। राहुल अभी भाजपा से सांसद है, लेकिन टिकट कटने के बाद कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है।
झुंझुंनूं लोकसभा : भाजपा के उम्मीदवार शुभकरण चौधरी व कांग्रेस के बृजेन्द्र ओला उम्मीदवार हैं। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है। दोनों नेता पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
बीकानेर लोकसभा : भाजपा ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को प्रत्याशी बनाया है, वहीं कांग्रेस ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे गोविंदराम मेघवाल को उम्मीदवार बनाया है।
जयपुर लोकसभा : भाजपा ने पूर्व मंत्री दिवंगत भंवरलाल शर्मा की पुत्री मंजू शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। वे पहली बार मैदान में हैं। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रतापसिंह खाचरियावास से है। खाचरियावास पहले भी सांसद का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुके हैं। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा : भाजपा ने पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने अनिल चौपड़ा को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है।
धौलपुर-करौली लोकसभा : भाजपा ने इस बार वर्तमान सांसद मनोज राजोरिया का टिकट काटकर करौली की पूर्व प्रधान इन्दु देवी जाटव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मत्री रहे भजनलाल जाटव को टिकट दिया है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है। भजनलाल भरतपुर जिले के रहने वाले हैं। बसपा ने भी विक्रम सिंह को मैदान में उतारा है।
गंगानगर लोकसभा : भाजपा ने अनूपगढ़ नगर परिषद सभापति प्रियंका बैलाण को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने जिला प्रमुख कुलदीप इंदौरा को टिकट दिया है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है। भाजपा ने इस बार सांसद निहालचंद का टिकट काट दिया है। दोनों ही प्रत्याशी गंगानगर लोकसभा क्षेत्र की बजाय बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से आते हैं।
नागौर लोकसभा : भाजपा ने ज्योति मिर्धा को मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने यह सीट रालोपा से गठबंधन के तहत छोड़ी है। रालोपा ने हनुमान बेनीवाल को उम्मीदवार बनाया है। मिर्धा व बेनीवाल के बीच सीधा मुकाबला है। पिछली बार भी दोनों के बीच मुकाबला हुआ था। उस समय मिर्धा कांग्रेस तो बेनीवाल भाजपा से गठबंधन के तहत चुनाव लड़े थे।
भरतपुर लोकसभा : भाजपा ने रामस्वरूप कोली मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने संजना जाटव को प्रत्याशी बनाया है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला है।
यहां त्रिकोणीय मुकाबला
दौसा लोकसभा : भाजपा ने सांसद जसकौर मीणा का टिकट काटकर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने विधायक मुरारीलाल मीणा को प्रत्याशी बनाया है। वैसे तो दोनों के बीच फिलहाल सीधा मुकाबला है। लेकिन हाल ही कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले नरेश मीणा ने निर्दलीय नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। इससे कांग्रेस को वोटों में सेंध का डर है। युवाओं में नरेश की पकड़ है।
गोविंदा ने मिलाए BJP गठबंधन वाली इस पार्टी से हाथ, जानें
Govinda बॉलीवुड स्टार गोविंदा की राजनीति में फिर से घर वापसी हो गई है। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए BJP गठबंधन वाली एक पार्टी से हाथ मिला लिए हैं।
खत्म हुआ वनवास
आज गुरुवार को उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ सिंदे की उपस्थिति में शिवसेना पार्टी जॉइन की। गोविंदा लोकसभा चुनाव 2024 में शिंदे गुट वाली शिवसेना से चुनावी मैदान में उतरेंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ये एक वनवास था जो अब खत्म हो गया है। शिंदे जी की छत्रछाया में अब वो राम राज्य में एंटर कर रहे हैं।
हाल ही में जब गोविंदा ने सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी तभी से ही ये कहा जा रहा था कि वो लोक सभा चुनाव उनकी पार्टी से लड़ सकते हैं। अब इस बात पर मुहर भी लग गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोविंदा ने 2004 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था।
वेटरन एक्टर ने मुंबई नार्थ लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के राम नाईक को इस सीट से मात दी थी। इसके बाद 2009 में गोविंदा ने कांग्रेस से कन्नी कर ली। उनके रिश्ते कुछ ठीक नहीं रहे। तब से लेकर अब तक गोविंदा ने राजनीतिक पार्टियों से दूरी बना कर रखी।
फाइनली अब वो फिर से राजनीति में वापसी कर रहे हैं। संभावना है कि वो उसी सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से उन्होंने पहली बार लोक सभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।
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